अब उत्तर प्रदेश में वी.आई.पी. ने जारी की जिलाध्यक्षों की सूची
1 min read- चंद्रशेखर प्रसाद, लखनऊ
- 10 अगस्त को प्रत्येक जिले में मनायी जायेगी फूलन देवी की जयन्ती-लौटनराम निषाद
लखनऊ 03 अगस्त, 2021। विकासशील इन्सान पार्टी उ.प्र. के प्रदेश अध्यक्ष चौ.लौटनराम निषाद ने यहां जारी अपने बयान में बताया कि आगामी 10 अगस्त को वीरांगना फूलन देवी की जयन्ती प्रत्येक जिले में आयोजित की जायेगी। वीआईपी के संस्थापक व बिहार सरकार में पशुधन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री सन् ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी जी द्वारा 13 मण्डल के 18 जनपदों में फूलन देवी की पूण्य तिथि के अवसर पर 25 जुलाई को 18-18 फीट की प्रतिमा स्थापित कराने का निर्णय लिये थे। परन्तु उ.प्र. सरकार ने अधिकांश प्रतिमाओं को पुलिस द्वारा जब्त करा लिया। आगामी 10 अगस्त को उनकी जयन्ती के अवसर पर 10 हजार मूर्तियां प्रदेश के जिलों में वितरित की जायेगी।
निषाद ने वीआईपी के जिलाध्यक्षों की घोषणा करते हुए बताया कि इन्द्रजीत निषाद को जौनपुर, हिमांचल साहनी को सोनभद्र, जयसराम निषाद को अम्बेडकर नगर,पुष्पेन्द्र रायकवार को महोबा, टीकाराम कश्यप को रामपुर, वीरेन्द्र कुमार गूजर को अमरोहा, श्याम बाबू निषाद को मिर्जापुर, अवधेश गौड़ को सुलतानपुर, राम आधार निषाद उर्फ पप्पू ठेकेदार को औरैया, बाबा रामलखन निषाद को सीतापुर, अरविन्द कश्यप को शाहजहांपुर, योगेन्द्र निषाद को इटावा, हरेराम साहनी को बलिया, ओम प्रकाश निषाद को आजमगढ़, राघवेन्द्र कुमार साहनी को मऊ, मोहित कश्यप को मेरठ, दीनानाथ साहनी को महाराजगंज, श्रवण कुमार निषाद को गोखपुर, नरेश कश्यप को नोयडा, शौखीराम निषाद को कुशीनगर का जिलाध्यक्ष नामित किया गया है। रमापति बिन्द को संतरविदास नगर भदोही, डॉ. प्रवीण सैनी को मुजफ्फरनगर, जशपाल निषाद को अयोध्या, सूरज कश्यप को अमेठी, नान्हक राम बिन्द को प्रयागराज, श्याम सुन्दर साहनी को सिद्धार्थनगर, तेज नारायण निषाद को फतेहपुर, सर्वेश कश्यप को शामली, अरविन्द कुमार बिन्द को गाजीपुर का जिलाध्यक्ष नामित किया गया।
श्री निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी संजय एण्ड फेमिली की चिट फण्ड सोसाइटी व लूट कम्पनी है। संजय को समाज से नहीं सिर्फ अपने परिवार से मतलब है। संजय निषाद का खेल अब खत्म हो गया है। निषाद पार्टी के 95 फीसदी पदाधिकारी व कार्यकर्ता वीआईपी पार्टी के साथ जुड़ गये हैं। अपनी डूबती हुयी नईया को देखते हुए संजय निषाद अपने दूसरे बेटे को एमएलसी व खुद को मंत्री बनाने के लिए भाजपा के आगे पीछे दौड़ लगा रहे हैं। “कोई ऐसा सगा नहीं संजय ने जिसको ठगा नहीं।” समाज को झूठा सपना दिखाकर समाज को लूटने व राजनीतिक दलों से सौदे बाजी करने का ही काम करते रहे हैं। समाज इनके असली चेहरे को पहचान गया है। उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी का न तो पंजीकरण है और न ही चुनाव चिन्ह। इसीलिए 2018 के उप चुनाव में अपने बेटे को सपा के चुनाव चिन्ह पर व 2019 में भाजपा के चुनाव चिन्ह पर लड़ाये।