21 मई को देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को याद करने कांग्रेसी फिर पहुंचेंगे कुल्हाडीघाट
1 min read- रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर
- प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही बदलने लगी तस्वीर और विकास नजर आने लगी कुल्हाडीघाट में
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इंतजार है राजीव गोद ग्राम कुल्हाडीघाट के कमार जनजाति के ग्रामीणों को
- राजीव पुण्यतिथि पर पिछले तीन दशक से कांग्रेस के बडे़ नेता श्रध्दाजंलि कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचते रहे कुल्हाडीघाट
मैनपुर – मैनपुर विकासखण्ड के ग्राम कुल्हाडीघाट और धमतरी जिले के ग्राम दुगली कमार आदिवासी ग्राम में देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी पत्नी श्रीमती सोनिया गांधी 14 जुलाई 1985 को पहुंचे थे। इन ग्रामों में राजीव ने लगभग एक एक घंटा रूक कर कमार जनजातियो के जीवन स्तर आदिवासी संस्कृति को समझने के लिए उनके परम्परागत व्यवसाय बांस बर्तन व उनके घर कंद मूल की सब्जी खाया था इसकी यादे यंहा के पुराने लोेगे के जेहन में अभी भी जिंदा है। ग्राम के बुजुर्ग पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी, रामाधर, बिसनाथ, बताते है। भारी बारिश के बावजूद हेलीकाप्टर के माध्यम से राजीव गांधी और सोनिया गांधी उनके गांव में पहुंचे थे। साथ में मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह , अविभाजित रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री एंव कसडोल के विधायक डाॅ कन्हैया लाल शर्मा सांसद संत कवि स्वः पवन दिवान और कई दिग्गज नेता आये हुए थे। गांव में एक सभा हुआ था। हजारों की भीड़ के बीच राजीव और सोनिया ने सुरक्षा व्यवस्था को दरकिनारे करते हुए गांव के गलियों में पैदल भ्रमण किये थे और गांव के बल्दी बाई कमार महिला के घर पहुंचकर उन्होंने जंगली कंद मूल की सब्जी का भोजन भी किया था।
गांव के चौपाल में कुछ क्षण बैठकर युवाओं से रोजगार के संबंध में राजीव ने पूछा थे। वे एक एक बात आज भी ग्रामीणाें को याद है। ग्राम के बुजुर्ग आज भी राजीव गांधी ज़हां ज़हां पैर रखे थे उस उस एक एक स्थान को दिखाकर भावूक हो जाते हैं। राजीव गांधी के कुल्हाडीघाट आने के बाद बिहड जंगल के भीतर पहाड़ों से घिरा इस गांव तक पहुचने के लिए पक्की सड़क का निर्माण किया गया। पुल पुलिया का निर्माण किया गया। खेत बनाकर दिया गया। गांव में स्कूल आश्रम खोले गये और तो और बिजली भी लगाई गई। पेयजल की व्यवस्था किया गया राजीव गांधी के आने के बाद कुल्हाडीघाट ग्राम की तस्वीर बदली साथ ही 15 वर्षाे बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही कुल्हाडीघाट के विकास के लिए ज़हां शासन प्रशासन पुरी तरह संजीदा नजर आ रहे हैं, वही गांव में इन दिनों लाखो की लागत से गौठान का निर्माण के साथ अनेक निर्माण कार्य किया गया।
सैकड़ों आवास का निर्माण किया गया और गांव में सिंचाई के लिए पम्प व्यवस्था की गई। साथ ही बांस बर्तन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए अब प्रशिक्षण केन्द्र खोला गया था।
बीहड जंगल के अंदर बसा है। ग्राम कुल्हाडीघाट
तहसील मुख्यालय मैनपुर से पूर्व दिशा की ओर 18 किलोमीटर की दुरी पर बीहड जंगल के अंदर बीच में विशेष पिछडी जनजाति कमार आदिवासी ग्राम कुल्हाडीघाट है जिसकी जनसंख्या 1488 के आसपास है और पुरे छत्तीसगढ़ में क्षेत्रफल की दृष्टि में यह ग्राम पंचायत सबसे बड़़ा ग्राम पंचायत है। यह ग्राम पंचायत 40-45 किलोमीटर एरिया में बसा हुआ है, जिसके आश्रित ग्राम पहाडी के उपर ताराझर, कुर्वापानी, मटाल, भालूडिग्गी ओडिसा सीमा से लगे हुए हैै। ज़हां तक पहुचने के लिए न तो पक्की सडक की व्यवस्था और न ही इन पहाडी के उपर बसे आश्रित ग्रामो में पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी सुविधा भी नहीीं है। ग्राम पंचायत कुल्हाडीघाट में विशेष पिछडी कमार जनजाति के लोग निवास करते है और देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कुल्हाडीघाट मे आने के बाद कुल्हाडीघाट को देश दुनिया के नक्शो में जाना जाने लगा और कुल्हाडीघाट जैसे दुर्गम गांव में कांग्रेस सरकार ने जंहा एक और मैनपुर से पक्की सड़क बनाया।
करोडों रूपये का पुल पुलिया का निर्माण किया गया, गांव बेहतर पेयजल की उपलब्धता किया गया। गांव में सैकडो प्रधानमंत्री और इंदिरा आवास बनाये गये। गांव में राशन दुकान खोला गया। साप्ताहिक बाजार के लिए काम्लेस सेड का निर्माण किया गया। बाजार सेड का निर्माण किया गया। विशेष पिछडी जनजाति कमार आदिवासी बालिकाओं के लिए आश्रम, बालिका छात्रावास की स्थापना किया गया और तो और गांव के लोगो के पारम्परिक और पुस्तैनी व्यवसाय बांस बर्तन को बढावा देने के लिए प्रशिक्षण केन्द्र खोले गये थे। फिलहाल बांस बर्तन प्रशिक्षण केन्द्र बंद हो चुका है और यहा के कमार जनजाति लोगों की प्रमुख मांग है कि बांस बर्तन जो इनका पुस्तैनी कार्य है। बांस बर्तन के निर्माण से जो आमदनी होती है उससे उनका जीवीकाउर्पाजन चलता है, उस बांस बर्तन के सरकारी तौर पर खरीदी बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराने की मांग किया जा रहा है।
राजीव चौक के चारों तरफ गार्डन निर्माण
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के निधन के बाद गांव में राजीव जी का प्रतिमा स्थापित कर ग्रामीण हर त्यौहार और विशेष अवसरों जयंती पुण्यतिथि पर यहा कार्यक्रम आयोजित करते है। राजीव चौक पर अब गार्डन का निर्माण भी किया गया है ।
ग्राम पंचायत कुल्हाडीघाट के सरपंच धनमोतिन बाई सोरी एंव पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 15 वर्षाे बाद कांगे्रस की सरकार बनने के बाद कुल्हाडीघाट में विकास को लेकर लोगो मे उम्मीद जगी है। और बकायदा जिले के कलेक्टर व आला अधिकारी यहा पहुंचकर गांव के विकास के लिए कार्ययोजना तैयार कर लगातार विकास कार्य करवाये जा रहे हैं। सरपंच धनमोतिन बाई सोरी सहित ग्रामीणों ने कहा कुल्हाडीघाट की जनता मुख्यमंत्री भुपेश बघेल का इंतजार कर रहे हैं। भूपेश बघेल मुख्यमंत्री के कुल्हाडीघाट आने से सारी समस्याओं का आसानी से समाधान हो जायेगा यहा के ग्रामीणों को मुख्यमंत्री का इंतजार है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का है कुल्हाडीघाट के कमार जनजाति के लोगों को इंतजार
राजीव पुण्यतिथि पर तीन दशक से कुल्हाडीघाट पहुंचते रहे हैं प्रदेश के बड़े नेता
भारतरत्न राजीव गांधी की 30 वी पुण्यतिथि 21 मई को आंतकवाद विरोधी दिवस मनाया जायेगा। आज राजीव गांधी के पुण्यतिथि के अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश स्तर से लेकर जिला और ब्लाॅक स्तर तक के नेता और पदाधिकारी व कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रति वर्ष के भांति राजीव गांधी गोद ग्राम कुल्हाडीघाट पहुंचें और राजीव गांधी को श्रध्दाजंली अर्पित करेंगे हर वर्ष राजीव पुण्यतिथि के अवसर पर यहा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते अभी तक कल आयोजित कार्यक्रम में कौन कौन पदाधिकारी आ रहे हैं। इसकी जानकारी नही मिल पाई है। बहरहाल कुल्हाडीघाट के पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी ने बताया कि राजीव गांधी के पुण्यतिथि के अवसर पर पिछले तीन दशक से कुल्हाडीघाट में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, वर्तमान कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष चरनदास महंत, कांग्रेस के वन मंत्री मोहम्मद अकबर, पूर्व मुख्यमंत्री स्व श्यामाचरण शुक्ल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वः विद्याचरण शुक्ल, संत कवि पवन दीवान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वः माधव सिंह ध्रुव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व विधायक ओंकार शाह व कांग्रेस के बडे नेता समय समय पर राजीव गांधी के पुण्यतिथि अवसर पर कुल्हाडीघाट में पहुंचकर राजीव गांधी को श्रध्दाजंली देते आ रहे हैं। और हर वर्ष कुल्हाडीघाट के कमार जनजाति के लोगो को राजीव पुण्यतिथि के अवसर पर कांग्रेस के बडे नेताआें का इंतजार रहता है। कांग्रेस के बडे़ नेताआें के आने के बाद ही यहा राजीव जी की प्रतिमा का पुजा अर्चना कर श्रध्दाजंली सभा का आयेाजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में शामिल होने पुरे कुल्हाडीघाट पंचायत क्षेत्र सहित मैनपुर क्षेत्र से कांग्रेस कार्यकर्ता बडी संख्या में पहुंचते हैं।