Recent Posts

December 25, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

20 फरवरी को उदंती -सीतानदी मैनपुर राजापड़ाव क्षेत्र के हजारों ग्रामीण गरियाबंद में उग्र प्रदर्शन कर कलेक्टर कार्यालय का करेंगे घेराव

1 min read
  • शेख हसन खान, गरियाबंद
  • सैकड़ों ट्रैक्टरों के माध्यम से हजारों ग्रामीण गरियाबंद के लिए हुए रवाना

मैनपुर। आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र के उदंती सीतानदी एवं राजापड़ाव गौरगांव किसान संघर्ष समिति द्वारा 20 फरवरी दिन सोमवार को गरियाबंद कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर उग्र धरना प्रदर्शन आंदोलन करने की एक सप्ताह पूर्व ही ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को जानकारी दिया जा चुका था। आज तहसील मुख्यालय मैनपुर में दोपहर को लगभग 40 से 50 किमी दूर से लगभग 155 ट्रेक्टरो व पिकअप के माध्यम से हजारो ग्रामीण एकत्र हुए और अपने क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं के निराकरण के लिए गरियाबंद जिला मुख्यालय के लिए रवाना हुए।

ग्रामीण आज रात मैनपुर से 35 किमी दूर ग्राम जोबा में रात्रि विश्राम करेंगे और सोमवार सुबह गरियाबंद के लिए रवाना होंगे गरियाबंद पहुंचकर विशाल जनसभा के साथ उग्र धरना प्रदर्शन रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय घेराव करने की रणनीति तैयार किया गया है। मैनपुर मुख्यालय से लगभग 40-50 किमी दूर साहेबिनकछार, इंदागांव, बुड़गेलटप्पा, कुचेंगा, भुतबेड़ा, गोना, कोकड़ी, गरहाडीह, गौरगांव, अड़गड़ी, शोभा, अमाड़, तौरेंगा, जांगड़ा, पयलीखण्ड, बरगांव, कोदोमाली के साथ गरियाबंद जिले के दर्जनों ग्राम पंचायतों से इस आंदोलन में शामिल होने देर शाम समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण ट्रेक्टर में सवार होकर जाते दिखे। आंदोलन में शामिल होने वाले ग्रामीण अपने साथ भोजन बनाने के लिए बर्तन व रात्रि विश्राम के लिए चादर, कंबल सभी सामाग्री लेकर रवाना हुए है।

इस मौके पर प्रमुख रूप से अर्जुन सिंह नायक, जिला पंचायत सभापति श्रीमति लोकेश्वरी नेताम, घनश्याम मरकाम, पुरन मेश्राम, टीकम नागवंशी, दीनाचंद मरकाम, कृष्ण कुमार नेताम, तिलक, गणेश नेताम, सखाराम मरकाम, अजय नेताम, जीवन नेताम, श्रीराम मरकाम, बसंत, बैसाखराम नेताम, बसीद, लोकेश, अगनुराम नेताम, मंगलु राम नेताम, बलदेव सोरी, निरंजन, सोमार मंडावी, पुनाराम नेताम, परसुराम नेताम, दशरथ नेताम, बुधुराम, सुकनाथ मरकाम, रमुलाबाई मरकाम, कृष्णाबाई मरकाम, भानबाई नेताम, कलाबाई, शत्रुघन सोरी, रमशिला सोरी, मनोहर मंडावी, जयलाल पटेल, मयाबाई मरकाम, जयबती मरकाम, लाजवंती मरकाम, दुर्गा मरकाम, हेमलता, तीरथ नाग, रामीन बाई नेताम सहित हजारो की संख्या में क्षेत्र के आदिवासी मूल निवासी ग्रामीणजन शामिल है।