जिला अस्पताल में एक और मौत, स्वास्थ्य मंत्री के विधानसभा छेत्र में अनदेखी का आरोप
- दीप तले अंधेरा झारसुगुड़ा जिला
- परिजनों ने लगाया अनदेखी से मौत का आरोप
- झारसुगुड़ा
झारसुगुड़ा जिला का विवादों से नाता छूट ही नही रहा आए दिन कोई ना कोई आरोप इस जिले के अधिकारियों पर लगते ही रहे हैं| इस जिले के कुल दो विधानसभा सीट है| लोगो ने दोनों ही सीट पर सरकारी दल बीजद को जिताया है| दोनो ही नेता पूरे ओडिशा की राजनीति में जबरदस्त दखल रखते है जिसके फल स्वरूप झारसुगुड़ा से जीते विधायक नबकिशोर दास को नवीन पटनायक ने ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री भी बना दिया मगर जिले की हालत में कोई सुधार देखने को नही मिला कभी यहां कारखानों से निकलने वाले राख को जिले में इधर उधर फेकने से लोग परेसान हो रहे है तो कभी चिकित्सा की कमी से होने वाले मौत से आहत है|इसी कड़ी में रविवार को भाजपा नेता टंकधर त्रिपाठी का एक ट्वीट तथा एक वायरल वीडियो जिला में चर्चा का विसय बन पड़ा है।इस वीडियो में जिला अस्पताल में चिकित्साधिन एक मरीज के परिवार वालो ने आरोप लगाया है कि उनके पिता की मौत जिला अस्पताल के डॉक्टरों की अनदेखी की वजह से हुई है| उन्हें ठीक से देखभाल नही किया गया|
उन्हें दवा ओर अन्य साधन उपलब्ध नही कराए गए जिला स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लग रहा है कि गत काफी समय से उक्त मरीज जिला अस्पताल में भर्ती होने के वावजूद भी ना तो उनका कोविड जांच ही किया गया और ना ही उन्हें कोई चिकित्सा ही ठीक से किया गया जिसके कारण उनके पिता की मौत हुई है| जब यह खबर ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री श्री नबकिशोर दास के कानों पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत जिला स्वास्थ्य अधिकारी से साम तक पूरी रिपोर्ट देने को कहा है तथा अगर इसमें किसी की गलती निकलती है तो उसपर कार्यवाही करने को कहा है|
बतादे की गत माह भी ऐसे ही एक महिला का मौत खून की कमी से होने का मामला जिले में गरमाया था| वही जिला अस्पताल में पहले भी कई लोगो द्वारा खराब ब्यवहार तथा निम्नस्तर का इलाज का आरोप भी लगाया जाता रहा है जिसकी पूरे जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है और लोग कहते घूम रहे है स्वास्थ्य मंत्री के गृह सहर में ही दिप तले अंधेरा है।लोग जाए तो जाए कहाँ।