देश की गरीबी, बेरोजगारी से निजात पाने के लिए वन नेशन व एजुकेशन अनिवार्य : दद्दू प्रसाद
1 min read नागरिकों को संवैधानिक अधिकार और वोट की ताकत बताएं : श्यामलाल
सुलतानपुर। uttar prdesh news- शनिवार को श्री बद्री प्रसाद यादव उ.मा. विद्यालय आरडीह (दूबेपुर) में से.नि. लेफ़्टिनेंट रामलौट के नेतृत्व में मोस्ट कल्याण संस्थान उ.प्र. के तत्वाधान में “सारे बंधन तोड़ो, मोस्ट (बहुजन) समाज जोड़ो तथा वन नेशन वन एजुकेशन” पर मोस्ट समेलन का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता पूर्व कैबिनेट मंत्री दद्दू प्रसाद ने कहा कि देश मे दोहरी शिक्षा नीति के कारण जहाँ कान्वेंट स्कूलों के पढ़ने वाले बच्चों में वैज्ञानिक समझ विकसित हो रही है किन्तु सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले देश की बड़ी आबादी के बच्चे सोच-विचार में प्रवीणता व वैज्ञानिक समझ विकसित न हो पाने के कारण बेरोजगार हो कर धक्के खा रहै है। देश की गरीबी, बेरोजगारी, आदि समस्याओं से निजात पाने के लिए ‘वन नेशन-वन नेशन’ अनिवार्य है।
पूर्व विधायक सफदर रज़ा ने कहा कि जिस दिन मोस्ट (बहुजन) के युवा वर्ग भारत के संविधान को पढ़ और समझ कर अपनी ताकत और अधिकार जान लेंगे उस दिन देश की सत्ता बहुजनों के हाथ मे होगी।
मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक शयमलाल निषाद ने कहा कि लोकतंत्रीय व्यवस्था में पीएम, सीएम सहित सभी जनप्रतिनिधियों का चुनाव नागरिकों के कल्याण के लिए नागरिकों द्वारा किया जाता है और नागरिक हितों की अनदेखी करने पर नागरिकों द्वारा सत्ता या पद से बेदखल भी किया जा सकता है। अधिकारियों कर्मचारियों का पदभार भी अधिकाधिक नागरिक कल्याण के लिए है किन्तु नागरिकों को अपने शासक बनाने की ताकत का एहसास न होने के कारण जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के पीछे जुगाड़ या रिश्वत का सहारा लेते हैं। हमे लोकतंत्र में नागरिकों के हक-अधिकार व वोट की ताकत की जानकारी देने के लिए गाँव-गाँव चलना होगा अन्यथा लोकतंत्र लालफीताशाही व घनिकतन्त्र बनकर रह जायेगा।
उक्त अवसर पर राधेश्याम भीम, हरिशंकर गौतम, रामनिहोर बौद्ध, जीशान अहमद, राजकुमार गौतम, एडवोकेट विनोद कुमार, राम उजागिर नेवीवाले, रविकांत निषाद, भंते प्रज्ञानाम, बद्रीप्रसाद यादव, वी.पी. यादव, मानवेन्द्र चित्रकूट, रामनरायन यादव, राजेश कुमार कोरी, संतराम यादव, राजकुमार बौद्ध, विमल कुमार बौद्ध, राम सजीवन, बृजेश कुमार यादव, संतोष यादव, अमरजीत, संजीव बौद्ध, राम अवध यादव, अयोध्या प्रसाद यादव, जयकुमार बौद्ध सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आर.ए. कोविद ने की।