जिला पत्रकार संघ की ओर से सारस्वत कार्यक्रम ‘मेघ मल्हार’का आयोजन
बलांगीर। कविता की मधुरता मानव जीवन का मंत्र है। समाज के प्रत्येक चिंता, चेतना, दृश्य एवं दर्शन में भरपूर कविता कालजयी होने के बारे में ‘मेघ मल्हार’सारस्वत कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बलांगीर जिलाधीश अरिंदम डाकुआ ने मत पेश किया। इसमें जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष हरिनारायण पुजारी ने अध्यक्षता की। विमसार सहायक प्रोफेर कवि डॉ। वेणुधर पांडे सम्मानित अतिथि के तौर पर शामिल होकर कविता की कमनियता के बारे में भाषण दिया। गौरतलब है कि बलांगीर जिला पत्रकार संघ की ओर से प्रत्येक वर्ष भव्य तरीके से सारस्वत कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जबकि इस वर्ष इस क्रम में ‘मेघ मल्हार’ कोशली कविता महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
शास्त्रीय संगीत मेघ मल्हार रागिनी का स्वर झंकार से मेघ को आमंत्रित कर बारिश के आह्वान पर धरित्री चिर सुंदर हरियाली से सजती है। यह आमंत्रण युगों युगों से होते आ रहा है। परंतु मेघ एवं आकाश को एक भिन्न ढंग से इस कार्यक्रम में सभी नारी एवं पुरूषों की कविता एवं स्वर के शब्द झंकार से ‘मेघ मल्हार’ को पत्रकार संघ ने आमंत्रण किया। इस कार्यक्रम को कवि आनंद चेद्र साहू से संचालन किया। पश्चिम ओड़िशा के बलिष्ठ कोशली नारी कवि सावित्री पुरोहित, प्रितिनंदा पाणिग्राही, संगीता पंडा षड़ंगी, प्रभाषिनी होता, कल्याणी प्रधान, सस्मिता महापात्र, स्मृति सेफाली मेहेर, सस्मिता साहू, स्वप्नारानी मिश्र एवं सीमा महापात्र ने कविता पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी कविताओं के बारे में कवि संदीप कुमार कुअँर, डॉ. संजीव कुमार मिश्र, नवीन विश्वबंधु, दिलीप पसायत, राजीव कुमार आचार्य, गणेश बारिक, दिलीप कुमार मिश्र, सुजित कुमार शतपथी एवं दिलीप सराफ स्वक्रीय तथा आवेगिक मतामत दिया। व्यंग कवि रसराज अच्युत पुरोहित को लेकर इस कविता महोत्सव में एक पाठक दरबार कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस बात से श्रोतामंडली विशेष उत्साहित थे। संघ के सचिव शिशिरकांत शतपथी, भी मंचासीन थे। संघ के वरिष्ठ सदस्य सत्यसुंदर भंज ने धन्यावाद ज्ञापन किया।