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November 20, 2024

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टाईगर रिजर्व क्षेत्र में 35 वर्षों से काबिज ग्रामीणों को बेदखल करने नोटिस के बाद ग्रामीणाें में वन विभाग के प्रति आक्रोश

  • जिला पंचायत के कृषि सभापति लोकेश्वरी नेताम एंव वन सभापति धनमती यादव की उपस्थिति में बैठक
  • किसी भी सूरत में ग्रामीणो को बेदखल नही करने देंगे मामले को लेकर जल्द ही राज्यपाल से मुलाकात करेंगे ग्रामीण
  • रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर

मैनपुर – गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर अंतर्गत टाईगर रिजर्व के बफर जोन अंतर्गत वन परिक्षेत्र इदागांव के ग्राम सोरनामाल के ग्रामीण जो सन् 1985 से सोरनामाल में निवास करते आ रहे हैं|खेती किसानी कर रहे है गांव में शासन के द्वारा स्कूल, हेडपम्प, सरकारी भवन बनाया गया है, अब 35 वर्षो बाद इस गांव के लोगो को वन विभाग द्वारा बेदखल करने बार बार नोटिस दिया जा रहा है, और ग्रामीणाें को उनके फसल को संग्रहित करने के लिए रोका जा रहा है जिससे ग्रामीण भयभीत है|

ग्रामीणों ने कहा आरोप लगाया कि इस गांव के लोगो ने पट्टा के लिए कई बार मांग किए लेकिन वन विभाग के द्वारा किए गए त्रुटि के बाद पंचायत विभाजन के चलते आज तक ग्रामीणों को पट्टा नहीं मिल पाया|कक्ष क्रमांक 1216,1217, 1218 एंव 1219 को कोयबा पंचायत के अंतर्गत करते हुए बेदखली की रोक की मांग व ग्रामीणों को वन अधिकार पट्टा देने को लेकर आज मंगलवार को ग्रामीणाें की विशाल बैठक आयोजित किया गया|

इस बैठक में जिला पंचायत गरियाबंद के कृषि सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम , जिला पंचायत गरियाबंद के वन सभापति धनमती यादव शामिल हुए और ग्रामीणों ने इन जनप्रतिनिधियों को अपनी समस्याओं से अवगत कराया तो जिला पंचायत सभापति द्वारा ग्रामीणाें को आश्वासन दिया गया है कि किसी भी हाल में यहा के ग्रामीणाें को बेदखल नही करने दिया जायेगा| इस मामले को लेकर जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल छत्तीसगढ़ प्रदेश के राज्यपाल अनुसईया उईके एंव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वन मंत्री से मोहम्मद अकबर से मुलाकात कर ग्रामीणों की समस्या से उन्हे अवगत करायेंगी ।

  • विकासखण्ड मैनपुर के वन परिक्षेत्र इदागांव ध्रुर्वागुडी क्षेत्र के ग्राम सोरनामाल के ग्रामीणों को वन क्षेत्र से बेदखल करने नोटिस जारी करने का मामला काफी चर्चा में है|

बेदखली को लेकर वन प्रशासन व वन क्षेत्र के बासिंदे ग्रामीणों के अपने अपने अलग अलग दावे है, जंहा वन क्षेत्रो में काबिज ग्रामीण स्वयं को 35 वर्ष से भी अधिक समय से उक्त वन क्षेत्र में स्वयं को काबिज बता रहे है, तो वही वन प्रशासन नियम कायदो की लम्बी फेहरिस्त के बीच ग्रामीणों को वन क्षेत्र से बेदखल करने में जुटा हुआ है|ग्राम सोरनामाल के ग्रामीणों के घरो के सामने वन प्रशासन द्वारा बेदखली का नोटिस चस्पा करने की कार्यवाही की गई है, तो वही ग्रामीण जन प्रतिनिधियों के भरोसे वन प्रशासन की इस कार्यवाही को शून्य करवाते हुए वहा अपने काबिज होने को व्यवधानिक बता रहे है| इस बीच बेदखली के मामले को लेकर उक्त ग्रामीण क्षेत्र में वन प्रशासन के प्रति लोगो में भारी आक्रोश पनपने लगा है|ग्रामीणों के प्रति सहनभुति दिखाते हुए जिला पंचायत गरियाबंद के कृषि सभापति लोकेश्वरी नेताम, जिला पंचायत गरियाबंद के वन सभापति धनमती यादव ने ग्रामीणों के साथ मैराथन बैठक की है| बहरहाल संवेदनशील क्षेत्र में वन बेदखली के मामले में वन प्रशासन व काबिज ग्रामीण आमने सामने है और दोनों पक्ष के अपने अपने दावे भी है।

मामले को लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री निवास तक पदयात्रा करने की रणतिति बनाई

आज बैठक में ग्रामीणाें ने इस मामले को लेकर पहले तो वन विभाग कार्यलय का घेराव और सोरनामाल से मुख्यमंत्री एंव राज्यपाल निवास तक पदयात्रा करने की रणनिति बनाई है|ग्राम पंचायत कोयबा में विशेष ग्रामसभा रखकर इस समस्या के निराकरण हेतु जल्द ही रूपरेखा तैयार करने का प्रस्ताव पारित किया गया है और रूढीगढ सीमा देवसरदी के अनुसार सोरनामाल क्षेत्र कक्ष क्रमांक 1216,1217,1218, एंव 1219 को कोयबा ग्राम पंचायत अंतर्गत रखने की मांग किया गया है|इस बैठक में प्रमुख रूप से जिला पंचायत कृषि सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम, जिला पंचायत गरियाबंद के वन सभापति धनमती यादव, गोडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय अध्यक्ष महेन्द्र नेताम, पूर्व जनपद अध्यक्ष पुस्तम कपील, आदिवासी भुंजिया नेता टीकम नागवंशी, सीताराम , मन्धर ओंटी, विद्याधर, बनसिंह , लामसिंह, रघुनाथ मरकाम, तुलसी राम , थान सिंह, देवीसिंह, हरिश मांझी, केवज सिंह, खिरसिन्दुर, श्रीराम नेताम, मोहन, उकिया बाई, मुलाराम, टंकधर, जानसिंह, रायचन्द्र, हेमलाल, बुन्धर नेताम, लखन सिंह, भजन सिंह, तुलसी राम , डोमार नेताम, उपेन्द्र , नेहरू राम, प्रकाश मरकाम, तीलक राम, भोलानाथ , छत्रसिंह, मंगलूराम, रूपधर, गौरी शंकर, सुन्दर लाल, गजेन्द्र मरकाम, सहदेव ओंटी, चमार सिंह नेताम, बलभ्रद नेताम, छोटेलाल सहित बडी संख्या मेंग्रामीण उपस्थित थे ।

क्या कहते है क्षेत्र के जनप्रतिनिधि –

  1. जिला पंचायत गरियाबंद के कृषि सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि ग्राम सोरनामाल के ग्रामीणों को बेदखल नही करने दिया जाऐगा जब यहा ग्रामीण आज से 35 वर्ष पूर्व काबिज कर रहे थे तब वन विभाग क्या कर रहा था| अगर वन विभाग को रोकना था तो उस समय रोक लगा देना था| आज जब शासन इस गांव में हेडपम्प खनन कर व सौर उर्जा जैसे मूलभूत सुविधाए उपलब्ध करा दी है तो किस आधार पर यहा के ग्रामीणों को बेदखल करने नोटिस दिया जा रहा है जो समझ से परे है उन्होने कहा इस मामले को लेकर वे ग्रामीणों के साथ राज्यपाल अनसुईया उईके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एंव वन मंत्री मोहम्मद अकबर से मुलाकात करेंगे, और ग्रामीणों को उनका हक दिलायेंगे ।

श्रीमती लोकेश्वरी नेताम कृषि सभापति जिला पंचायत गरियाबंद

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