रातभर हाथियों का दल नेशनल हाईवें पैरीगंगा काॅलेज मैनपुर के सामने मंडराता रहा, लोगों में दहशत
1 min read- एम्बुलेंस चालक ने सड़क पर अचानक जंगली हाथियों के देख दुर्घटना होते होते बचे, वापस लौटकर कहा जान बची तो लाखों पाया
- हाईवा चालक ने बीच सड़क में हाईव खड़े कर रातभर मंदिर के भीतर लिया शरण, सुबह हाथियों के दल सड़क से हटते ही हाईवें चालक सुबह आगे बढेे़
- शेेेखहसन खान, मैनपुर
गुरूवार दिनभर हाथियों का दल तहसील मुख्यालय मैनपुर के नजदीक फुलझर घांटी में अपना डेरा डाले हुए थे नेशनल हाईवे 130 सी मार्ग को शाम 7ः10 मिनट में पार कर फुलझर जलाशय के तरफ रात में बढ़ गये थे, लेकिन फुलझर जलाशय मे जाने के बजाय सलफ जलाशय बांध स्थल पर 15 हाथियों के दल ने रात को लगभग 12 बजे तक विश्राम करने के बाद फिर वापस नेशनल हाईवे 130 सी मैनपुर, पैरी गंगा काॅलेज के सामने एक किसान के खेत में जमकर नुकसान पहुंचाने के बाद सड़क पर हाथियों का दल खड़ा हो गया। इसी दौरान हाथियों पर पिछले दो दिनों से नजर रखे वन विभाग एवं हाथी मित्रदल के सदस्यों ने सडक के दोनो तरफ आने जाने वाले वाहनों को रोककर हाथी का दल नेशनल हाईवे मार्ग होने की जानकारी देते रहे लेकिन रात 2ः30 मिनट के आसपास रायपुर से एक एम्बुलेंस चालक को मैनपुर अस्पताल के सामने रोककर बताया गया कि 100 मीटर की दुरी पर नेशनल हाईव पर हाथियों का दल मौजूद है। एम्बुलेंस वाहन चालक ने अपना अडियल रवैया अपनाते हुए एम्बुलेंस को आगे बढ़ा दिया।
महज 100-200 मीटर की दुरी पैरींगंगा काॅलेज के पास नेशनल हाईवे सडक के उपर हाथियों का दल खडा था एम्बुलेंस चालक ने अचानक हाथियों को देखकर अपना नियंत्रण खो दिया था। जैसे तैसे वाहन को मोडा और वापस वन विभाग के टीम के पास पहुंचकर टीम के सदस्यों से माफी मांगने लगा कहा जान बची तो लाखों पाए। एम्बुलेंस चालक ने बताया कि पुरी जिंदगी में उन्होंने जंगली हाथियों को इस तरह खुले सड़क पर विचरण करते कभी नहीं देखा था, वे तो भगवान ईश्वर की कृपा रही की हाथियों के झुण्ड ने उन्हे नुकसान नहीं पहुंचता उससे पहले ने ही उन्होने वाहन को मोडकर वापस आ गये।
सुबह 06 बजे के आसपास हाथियों के दल सडक से हटने के बाद एम्बुलेंस चालक देवभोग के तरफ बढे़। वही देवभोग के तरफ सडक निर्माण कार्य में लगे हाईव वाहन चालक भी अचानक फुलझर घाटी मां भगवती मंदिर के पास तीन हाथियो को सडक मे देखकर कांप उठा सडक के बीचों बीच गाडी को खडे़ कर मंदिर में रातभर अपने जान बचाने को घुस गया। सुबह हाथियों के दल जाने के बाद हाईवा चालक ने आगे बढ़ा और कहा अब रात के समय इस मार्ग पर वे काम नहीं करेंगे। बहरहाल हाथियों का दल दो तीन दिन के नन्हे शावक को लेकर फुलझर मंदिर तालाब में रात्रि पानी पीने के लिए ठहरा था और मां भगवती मंदिर बुढादेव मंदिर होते हुए एक किसान के फसल को जमकर नुकसान पहुंचाने के बाद पैरी गंगा काॅलेज के सामने नेशनल हाईवे मार्ग में सुबह सुबह 04 बजे तक मंडराता रहा। इसके बाद हाथियों के दल ग्राम मैनपुरकला नदी को पार कर पंडरीपानी, स्कूल के बगल से होते हुए दिन को 10 बजे के आसपास नारीपारी और कंवरआमा के जंगल में ठहरा हुआ है जंहा पर एक विशाल नदी है जंहा हाथियों को मंन पंसद पानी के साथ चारा आसानी से मिल रहा है।
पहली बार हाथियों ने अपना नया रास्ता चुना है, और नारीपानी कंवरआमा के जंगल में पहुंचे हैं। साथ ही यह उम्मीद लगाया जा रहा है कि यहा से महज 06 किलोमीटर की दुरी पर देवदहरा जलप्रपात है हाथियों का दल आज रात यदि नेशनल हाईवे के तरफ नहीं बढे़ तो देवदहरा जलप्रपात की तरफ जाने की उम्मीद है। बहरहाल हाथियों के हर गतिविधियों पर वन विभाग के एसडीओं राजेन्द्र सोरी, वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर संजीत मरकाम, वन परिक्षेत्र अधिकारी इंदागांव योगेश यात्रे, वन परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाडीघाट अमर सिंह ठाकुर, वन संरक्षक कमलेश ध्रुव धवलपुर, अघन सिंह सोरी, टुमेश नागवंशी हाथी मित्र दल के सदस्य भुवन,शंकरराम, नवीन, मुकेश, संतोष, बृजलाल एंव भुपेन्द्र हाथियो के हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।
रात भर गांव गांव ग्रामीण फोड़ते रहे फटाखे कि गांव में न घुसे हाथी
कल गुरूवार को रात 07ः10 मिनट में मैनपुर के नजदीक फुलझर घाटी नेशनल हाईवे को पार कर हाथियों का दल फुलझर जलाशय के तरफ बढने की जानकारी लगते ही, मैनपुर के आसपास के 10 किलोमीटर तक ग्रामों में ग्रामीण अपनी सुरक्षा को लेकर और उनके गांव में हाथियों का दल न घुसे इसलिए रातभर फटाखे फोड़ते रहे।
क्या कहते है वन अधिकारी
वन विभाग मैनपुर देवभोग के एसडीओं राजेन्द्र प्रसाद सोरी ने बताया कि पुरा रातभर हाथियों का दल नेशनल हाईवे 130 सी मार्ग के किनारे ही मंडराता रहा फुलझर तालाब में पानी पीने के बाद पंडरीपानी होते हुए कंवरआमा नारीपानी के जंगल में आज शुक्रवार को अभी रूका हुआ है। हाथियों का दल काफी आक्रमक है। ग्रामीणाें को मुनादी कर जंगल के तरफ नहीं जाने की अपील किया जा रहा है।
राजेन्द्र प्रसाद सोरी एसडीओ मैनपुर