विलुप्त प्रजाति के पेंगोलिन तस्करों को वन विभाग ने नहीं सूचना पर पुलिस की टीम ने पकड़ा
- शिखा दास, महासमुंद
- विलुप्त प्रजाति का पेंगोलीन बिक्री करते दो आरोपी गिरफ्तार, चौकी बलौदा पुलिस की कार्यवाही
- पेंगोलीन का वजन 11 किलोग्राम , पेंगोलिन की लंम्बाई 3.5फीट, कीमत लगभग 500000
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय महासमुंद श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर को महासमुंद जिले में लगातार विलुप्त प्रजाति के वन्य जीवों के अवैध तस्करी की सूचना मिल रही थी। जिस पर कार्यवाही करने हेतु जिले के सभी थाना/ चौकी प्रभारियों को निर्देशित करने पर पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन एवं अति. पुलिस अधीक्षक महोदया महासमुंद श्रीमती मेघा टेम्भूरकर साहू तथा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सराईपाली श्री विकास पाटले एवं थाना प्रभारी सरायपाली सुश्री वीणा यादव के मार्गदर्शन में दिनांक29/05/2021 को चौकी बलौदा थाना सरायपाली क्षेत्र के ग्राम जामपाली क्षेत्र में दो व्यक्तियों के द्वारा विलुप्त प्रजाति के पेंगोलिन को बेचने हेतु ग्राहक तलाशने की सूचना मुखबिर द्वारा देने पर तस्दीक हेतु मुखबिर के बताए लोकेशन पर घेराबंदी कार्यवाही की गई।
ग्राम टेमरी, जामपाली पुल के पास जामपाली में दो संदिग्ध व्यक्ति एक सफेद रंग की बोरी रखे मिले जिनसे नाम पूछने पर अपना अपना नाम (1)डमरु सिदार पिता मंगलसाय सिदार उम्र 39 वर्ष जाति गोंड,(2)नेपाल सिदार पिता पविराम सिदार उम्र 35 वर्ष ग्राम जामपाली चौकी बलौदा थाना सराईपाली जिला महासमुंद(छ ग) बताए जिनके क़ब्जे में रखे बोरी को चेक करने पर बिक्री करने हेतु रखे सफ़ेद रंग के प्लास्टिक बोरी में भुरे रंग का दुर्लभ/विलुप्त वन्य प्राणी पेंगोलीन कीमती लगभग 5 लाख रुपये, 11 किलो वजनी 3.5 फ़ीट लंबा जिन्दा मिला।
जिसे रखने के संबंध में वैध कागजात/लाइसेंस पेश करने हेतु संयुक्त रुप से दोनों संदेहियों को धारा 91जा०फ़ौ०का नोटिस दिया जो दोनो व्यक्तियों द्वारा वन्य जीव को अपने पास रखने, परिवहन करने एवं बिक्री करने के संबंध में कोई वैध कागज़ात लाइसेंस नहीं होना बताए जो की आरोपियों का कृत्य अपराध धारा वन्य जीव सरंक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9,39,51 का करना पाए जाने से उन्हें गिरफ्तार कर अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। सम्पूर्ण कार्यवाही में चौकी प्रभारी श्री नसीमुद्दीन खान, प्रधान आर० पंकज बाघ, आर० सुभाष यादव, वीरेंद्र कर ,मनोज भोई, अजय नेताम, यसवंत ध्रुव, छविसंकर सागर, सैनिक ईश्वर राणा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।