मैनपुर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक, भवन की मांग को लेकर अब आंदोलन करेंगे पालक और छात्र छात्राएं
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- 40 वर्षो में हायर सेकेण्डरी स्कूल का भवन निर्माण ही नहीं किया जा सका
- कहीं छप्पर तो कहीं एक ही रूम में कई कक्षाएं चल रही है
मैनपुर । गरियाबंद जिले के तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर स्थित एक मात्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अनेक समस्याओं से जकड़ा हुआ है। शिक्षक और जर्जर भवन के स्थान पर नया भवन निर्माण की मांग को लेकर कई बार मांग करने के बावजूद इस ओर न तो विभाग के उच्च अफसर ध्यान दे रहे हैं और न ही जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि, सांसद, विधायक जिसके चलते छात्र छात्राओं की पढाई प्रभावित हो रही है।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मे पालक संघ की बैठक आयोजित किया गया जिसमे निर्णय लिया गया है कि शिक्षक और नया भवन निर्माण की मांग को लेकर पालक व छात्र छात्राएं अब उग्र आंदोलन कंरेंगे। साथ ही स्कूल में तालाबंदी के साथ सडक की लडाई लडने मजबूर हो रहे हैं। मैनपुर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मे 552 छात्र -छात्राएं अध्यनरत है और यहां कुल 18 व्याख्याओं के पद स्वीकृत है जिसमें से मात्र 06 व्याख्याता इस विद्यालय में पदस्थ है। और दो अतिथि शिक्षक इनके सहारे 552 छात्र छात्राओं को अध्ययन कराया जाता है,एक व्याख्याता की नियुक्ति अधिक्षिका के रूप में होने के कारण अब उनके द्वारा बच्चो को नही पढाया जाता विद्यालय में शिक्षक की गंभीर समस्या के कारण पढाई प्रभावित हो रही है और तो और इस विद्यालय में हिन्दी,राजनीति विज्ञान, इतिहास एंव संस्कृत जैसे महत्वपूर्ण विषय के शिक्षकों के पद वर्षो से रिक्त पडे हुए है।
सन् 1980 से तहसील मुख्यालय मैनपुर में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रारंभ किया गया है, लेकिन मजेदार बात यह है कि पिछले 40 वर्षो में हायर सेकेण्डरी स्कूल का भवन निर्माण ही नहीं किया जा सका है और हायर सेकेण्डरी स्कूल, हाई स्कूल के जर्जर भवन में वर्षो से संचालित हो रही है, इस विद्यालय का काफी गौरवशाली इतिहास रहा है। इस विद्यालय में पढाई कर निकल चुके छात्र आज राजनिति के बडे बडे पदो पर विद्यमान है और तो और इस स्कूल में पढाई करने वाले दर्जनों विद्यार्थी डाॅक्टर्स, इजीनियर्स, और प्रशासनिक सेवा के अनेक पदो में है, तथा राजनीति के क्षेत्र में भी बडे बडे मुकाम हासिल किये है,्वजूद इसके इतना महत्वपूर्ण यह विद्यालय समस्याओं से जकडा हुआ है। प्रशासन की लगातार उपेक्षा का शिकार इस विद्यालय में न तो प्रर्याप्त शिक्षक है और न ही प्रर्याप्त कमरें सन् 1980 में हाई स्कूल विद्यालय भवन का निर्माण किया गया था। वह भवन का एक हिस्सा पुरी तरह ढह गया और एक हिस्सा जो अभी खडा है उसकी स्थिति बेहद दयनीय है। यहां दो कक्षाए और स्टाप रूम के साथ प्राचार्य का कक्ष है। उपर छत में टीन का सेड लगा हुआ है जिसकी स्थिति बेहद खराब हो गई है और बारिश के दिनो मे पानी कमरों के भीतर भर जाता है।
इसी विद्यालय परिसर में सन् 1990-91 में एक हाईस्कूल भवन का निर्माण किया गया। इस भवन मे 06 कमरे है और सभी कमरो की स्थिति बहुत ही खराब हो चली है बारिश में झरने की तरह पानी कमरो के अंदर झरता है। खिडकी दरवाजे सिलिंग की स्थिति बहुत खराब हो चली है।
- छात्राओं के लिए शौचालय भी नहीं है
इतना महत्वपूर्ण विद्यालय में छात्राओं के लिए शौचालय की भी व्यवस्था नहीं है। 01 शौचालय का निर्माण वर्षो पूर्व किया गया था, वह बेहद जर्जर हो गया है। इस विद्यालय में शौचालय निर्माण की मांग लंबे समय से किया जा रहा है, कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण भी कर चुके है लेकिन एक शौचालय का निर्माण अब तक नहीं किया जा सका।
गरियाबंद कलेक्टर से मैनपुर क्षेत्र के लोगों ने लगाई फरियाद
सरपंच संघ अध्यक्ष बलदेव राज ठाकुर, मैनपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव, भाजपा के गरियाबंद जिला उपाध्यक्ष योगेश शर्मा, गेंदु यादव, गजेन्द्र यादव, इम्तियाज मेमन ने गरियाबंद कलेक्टर प्रभात मलिक से मांग किया है कि मैनपुर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में छात्र छात्राओं के लिए शिक्षक एंव मूलभूत बुनियादी सुविधाए शौचालय की व्यवस्था किया जाये।