संसदीय सचिव ने शासन की योजनाओं का लाभ उठाने का किया आव्हान
1 min read- शिखा दास, महासमुंद
पचरी में गौपालन को बढ़ावा देने तथा किसानों की आर्थिक सुधार के लिए कार्यशाला आयोजित
महासमुंद। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने ग्राम पंचायत पचरी में वामा डेयरी द्वारा आयोजित कार्यशाला का दीप प्रज्जवलित कर शुभांरभ किया। इस दौरान उन्होंने शासन की योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।
आज बुधवार को वामा डेयरी द्वारा ग्राम पंचायत पचरी में जिले में गौपालन एवं दूध उत्पादन बढ़ाने तथा किसानों की आर्थिक सुधार को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अध्यक्षता जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल ने की। अतिथि के रूप में कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर, एसपी विवेक शुक्ला, जिला पंचायत के सीईओ एस आलोक, जनपद पंचायत सीईओ निखत सुल्ताना, वामा डेयरी के एमडी प्रशांत धारीवाल, मोहित धारीवाल, कल्याण भद्रा, सरपंच हेमलता डडसेना, पवन डडसेना मौजूद थे।
मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर ने जिले में गौपालन एवं दूध उत्पादन बढ़ाने तथा किसानों की आर्थिक सुधार को लेकर वामा डेयरी द्वारा किए गए प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गाय पालन को आर्थिक रूप से फायदेमंद बनाने के लिए गौधन न्याय योजना शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य गाय पालन को बढ़ावा देने के साथ ही उनकी सुरक्षा और उसके माध्यम से पशुपालकों को आर्थिक रूप से लाभ पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने प्रदेश सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। किसानों को इस साल प्रति क्ंिवटल 2640 रूपए धान का समर्थन मूल्य मिलेगा। अगले साल किसानों को करीब 2800 रूपए मिलने की संभावना है। भूपेश बघेल के राज में किसानों को किसी भी प्रकार की कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने शासन की योजनाओं का लाभ उठाकर आर्थिक रूप से सक्षम बनने का आव्हान किया। कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने कहा कि पशुपालन के माध्यम से किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो, ऐसी शासन की मंशा है। खेती-किसानी के साथ-साथ पशुपालन की ओर किसानों को आगे आना होगा। इसके पूर्व वामा डेयरी के एमडी प्रशांत धारीवाल ने स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन मोहित धारीवाल ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सरिता डडसेना, उपदेश मारकंडे, देवकुमार चेलक, लखन टंडन, जनक डडसेना, मोहित घिरे, अर्चना मारकंडे, बेदराम जोशी, सरस्वती गिलहरे, बिंदिया डोरा, राजकुमार कुर्रे, हुमेश्वर साहू, देवेश डडसेना, रेवाराम कुर्रे, प्रीति भगत सहित ग्रामीणजन मौजूद थे।
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