समाज के विकास में निभाएं भागीदारी – राज्यपाल श्री डेका
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- आईएसबीएम विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने मेधावी विद्यार्थियो को प्रदान किए पदक
- विद्यार्थियों को सदैव आगे बढ़ने के लिए किये प्रेरित
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका आज छुरा विकासखंड अंतर्गत नवापारा कोसमी स्थित आईएसबीएम विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। उन्होंने दीक्षांत समारोह में शामिल होकर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को पीएचडी, स्नातकोत्तर, स्नातक एवं डिप्लोमा की उपाधि प्रदान की। इनमें 29 विद्यार्थियों को पीएचडी एवं 13 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक की उपाधियां प्रदान की गई। इस प्रकार लगभग 260 विद्यार्थियों को आज दीक्षांत समारोह में उपाधि प्रदान की गई। इस अवसर पर राज्यपाल श्री डेका ने डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियो को बधाई एवं उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पढ़ाई के दौरान अर्जित किये गए ज्ञान और तकनीकों का उपयोग समाज और राष्ट्र के विकास में करना चाहिए। सामाजिक विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता। सदैव मेहनत और लगन के साथ सही दिशा में सफलता हासिल करने प्रयास करना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए सीखना जरूरी है और सीखने के लिए सदैव एक सतत् इच्छा होनी चाहिए।
ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती है और सीखने की कोई उम्र नहीं होती। अच्छे इंसान बनें क्योंकि अच्छे व्यक्ति ही बेहतर समाज का निर्माण करते हैं। समाज आपकी ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है उसके लिए काम करें। भारत 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की ओर आगे बढ़ रहा है। आप लोगों की मेहनत और योग्यता से भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा। इस अवसर पर कार्यक्रम में शामिल राज्यपाल श्री डेका ने विश्वविद्यालय परिसर में आम के पौधे का रोपण किया। कार्यक्रम में राजिम विधायक श्री रोहित साहू, कलेक्टर श्री दीपक अग्रवाल, आईएसबीएम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री विनय अग्रवाल, कुलपति श्री आनंद महलवार, कुलसचिव श्री बीपी भोल, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, छात्र-छात्राएं एवं उनके पालकगण मौजूद रहे।
कार्यक्रम में राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि यह दिन यहां उपस्थित प्रत्येक स्नातक छात्र की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और उनके परिवारों और गुरुओं के समर्थन का जश्न मनाने का दिन है, जिन्होंने उन्हें रास्ते में मार्गदर्शन किया है। आईएसबीएम विश्वविद्यालय के संकाय और प्रशासन के सदस्यों को इन युवाओं के भविष्य को आकार देने में आपके समर्पण के लिए सराहना करता हूं। शैक्षणिक उत्कृष्टता और चरित्र-निर्माण के प्रति आपकी प्रतिबद्धता सराहनीय है। शिक्षा एक परिवर्तनकारी यात्रा है जो व्यक्तियों को समाज के उत्थान के लिए सार्थक योगदान देने के लिए ज्ञान, कौशल और मूल्यों से सम्बद्ध करती है। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि आज आपके जीवन में एक अध्याय की समाप्ति और दूसरे की शुरुआत है। यह आपके माता-पिता और परिवारों के लिए भी एक महान दिन है क्योंकि उन्होंने भी इस दिन के लिए बहुत त्याग किया है। आईएसबीएम विश्वविद्यालय में आपकी शिक्षा ने आपको चुनौतियों का सामना करने, अवसरों का लाभ उठाने और दुनिया में बदलाव लाने के लिए तैयार किया है। उन्होंने कहा कि हमारा राज्य छत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। प्रदेश में शिक्षा में समुदायों के उत्थान, आजीविका बढ़ाने और सतत विकास को बढ़ावा देने की क्षमता है। छत्तीसगढ़ में अपार संभावनाएं हैं और यहां के युवा इसकी सबसे बड़ी ताकत हैं। आईएसबीएम विश्वविद्यालय के स्नातक के रूप में, आप हमारे राज्य और राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए अच्छी स्थिति में हैं। श्री डेका ने युवाओं को नवाचार को अपनाने, अधिक समावेशी और न्यायसंगत समाज बनाने की दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया।