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December 25, 2024

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जिले की प्राकृतिक संपदा की लूट, ऐतिहासिक स्थलों को उजाड़ा जा रहा है

Plunder of the natural wealth of the district

सालो से अवैध खनन में बड़े बड़े नाम की असंका
अधिकारी लीपापोती पर भिड़े
ब्रजराजनगर/
किस तरह से चंद पेसो की लालच में ऐतिहासिक जगहों को उजाड़ा जा रहा है और बिना किसी सरकारी दस्तावेज ओर इजाजत के कई वर्षों से कुछ लालची ओर भ्रष्टाचारी अधिकारियों के मिलीभगत से अवैध खनन कर पर्यावरण को नुकसान के साथ ही सरकार को भी करोड़ो का राजस्व का नुकसान उठाना पड़ता है।इसका ताजा उदाहरण झारसुगुड़ा जिला के ब्रजराजनगर विधानसभा छेत्र के लखनपुर ब्लॉक में अपना ऐतिहासिक नाम खोने वाले लाल पत्थर नामक जगह है। यह जगह अपने नाम के साथ साथ सुंदरता की वजह से भी आसपास के छेत्रो के साथ साथ आसपास के राज्यो से भी लोगो को आकर्षित करता रहा है हर वर्ष दूर दूर से लोग यहां पिकनिक मनाने आते है।साथ ही इस जगह में बहने वाला झरना ओर चारो तरफ लाल पत्थरों का पहाड़ इसकी सुंदरता में चार चांद लगाता है। मगर कुछ वर्षों से इस ऐतिहासिक जगह पर कुछ पत्थर माफियाओ की नजर पड़ने के कारण यह स्थान अपनी कीमत खोते जा रहा है।प्राप्त जानकारी के अनुसार गत कुछ वर्षों से लाल पत्थर नामक जगह पर कुछ माफियाओ ने कुछ अधिकारियों के साथ मिली भगत में मिट्टी और पत्थर खोद कर ले जा रहे है।जिससे इस जगह में जगह जगह छोटे बड़े गड्ढे हो गए है तो बहने वाला झरना पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।

इस अवैध खनन से एक तरफ तो यह ऐतिहासिक स्थल को नुकसान तो हो ही रहा है बल्कि आसपास के कुवां में पानी की भी कमी होनी सुरु हो गई है कारण झरना ओर पहाड़ के संतुलन का बिगड़ना इस संदर्भ में नवभारत ने लखनपुर ब्लॉक की तहसीलदार जयोत्सनारानी साहू से पूछा तो तहसीलदार साहिबा ने कहा कि हमने इसकी जांच का आदेश दे दिया है।आर आई इसकी जांच कर रहे है असेसमेंट करने के बाद सम्बंधित माफिया के ऊपर फाइन ओर पेनाल्टी लगाई जाएगी जब उनसे पूछा कि यह तो काफी महीनों से चल रहा है। तो आपलोग अब क्यो जागे तो उनका कहना था कि इसकी जानकारी मुझे नही है।मुझे पता चलते के साथ मेने जांच बैठा दिया है। तहसीलदार साहू के अनुसार यह खनन के पीछे बेलपहाड़ निवाशी संजय अग्रवाल का हाथ है।जिसकी जांच जारी है। इस संदर्भ में लाल पत्थर के आसपास के गावँ वालो का कहना है कि यह खनन बेलपहाड़ के एक बड़े ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है।उक्त ठेकेदार का काफी बड़ा सिविल का काम ओडिशा के कई जगहों पर चल रहा है।और उसी के द्वारा ही कुछ जिला अधिकारियों के मिली भगत से इस छेत्र की मिट्टी और पत्थर को खनन कर ले जाया जा रहा है।

मगर तहसीलदार साहिबा किस संजय की बात कर रही है उन्हें नही पता।मालूम हो कि जिले में कई और जगह इसी तरह का अवैध खनन जिसमे मिट्टी, बालू,पत्थर,मुरम आदि का अधिकारियों की मिलीभगत से किया जा रहा है।और जब भी कोई बड़ी मछली का नाम इसमें आता है।ये अधिकारी और ये बड़े खनन माफिया अपने जगह अपने किसी खास आदमी के नाम पर केश करवाकर मामले को रफादफा करने की कोसिस करते है।ताकि कानून और समाज के नजर में ये सफेदपोश ही बने रहे लोगो ने सरकार से इस अवैध खनन की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि इसमें सम्मिलित असली माफिया का चेहरा लोगो ओर कानून की नजर में आ सके।

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