गरीब आदिवासी ढाई माह के बीमार रवीना का रायपुर के निजी अस्पताल बाल गोपाल चाईल्ड केयर हाॅस्पिटल में ईलाज प्रारंभ
- शेख़ हसन खान, गरियाबंद
- ढाई माह की बीमार रवीना के ईलाज के लिए आगे आया जिला प्रशासन
- गरियाबंद कलेक्टर निलेश क्षीरसागर के निर्देश पर बीमार बच्ची को ईलाज के लिए रायपुर भेजा गया
- जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने कलेक्टर एवं जिला चिकित्सा अधिकारी के प्रति जताया आभार
मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 48 किलोमीटर दुर ओडिसा सीमा से लगे विकासखण्ड मैनपुर के ग्राम झोलाराव जो बीहड जंगल के अंदर बसा हुआ है। 22 मई को जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने लगभग 10 किलोमीटर पैदल चलकर इस क्षेत्र के ग्रामो का जायजा लिया था। इस दौरान ग्राम पंचायत गौरगांव के आश्रित ग्राम झोलाराव में लगभग ढाई माह के मासूम रवीना जो जन्म से बच्चें के शरीर पर कई जगह जख्म की तरह काले काले निशान है। इस बच्चे को देखकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष का दील पसीज गया। उन्होंने इसके संबध में जानकारी लिया तो रवीना के मां ने संजय नेताम को बताया कि जन्म से इस बच्ची के शरीर में इसी तरह के निशान है लेकिन आर्थिक स्थिति सही होने के कारण और लाॅकडाउन के चलते वे बच्चीं के ईलाज कराने के लिए बडे़ शहरों के बडे़ अस्पताल तक नहीं पहुच पा रहे है। इस बीमारी से बच्ची को लगातार तकलीफ के चलते दिनरात रोती ही रहती है और ठीक से सो भी नहीं पाती।
उक्त समस्या को जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने गरियाबंद जिला के कलेक्टर निलेश क्षीरसागर एंव जिला चिकित्सा अधिकारी डाॅ नेतराम नरवत्न को अवगत कराते हुए बच्ची की ईलाज करवाने की मांग किया था, उसके बाद अब इस बीमार बच्ची के ईलाज के लिए गरियाबंद जिला प्रशासन आगे आया है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम के निवेदन के बाद गरियाबंद जिला के कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने खुद इस मामले में विशेष रूची लेते हुए जिला चिकित्सा अधिकारी को बच्चें के ईलाज के लिए पुरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। मंगलवार को मासूम रवीना और उसके परिजनों को जिला मुख्यालय गरियाबंद लाया गया वंहा से उसे रायपुर के बाल गोपाल चाईल्ड केयर हाॅस्पिटल रिफर किया गया है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने माना आभार
बच्ची के परिजनों ने जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम का आभार व्यक्त किया है। बच्ची के पिता मोती मरकाम एंव माता हेमेश्वरी मरकाम का कहना है कि अगर जिला उपाध्यक्ष संजय नेताम मदद नहीं की होती तो समय पर ईलाज नहीं होता, क्योंकि प्रशासन तक हम गरीब लोगो को पहुचने में बहुत दिक्कत होती है। साथ ही बच्चे के माता पिता ने गरियाबंद जिला के कलेक्टर निलेश क्षीरसागर , जिला चिकित्सा अधिकारी नेतराम नवरत्न एंव शासन प्रशासन का आभार माना है ।
क्या कहते है जिला चिकित्सा अधिकारी
गरियाबंद जिला चिकित्सा अधिकारी एन.आर. नवरत्न ने बताया कि ढाई माह की मासूम रवीना को आज उनके घर एम्बुलेंस भेजकर गरियाबंद जिला अस्पताल लाया गया, ज़हां दो तीन घंटा उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया उनके नाम से आयुष्मान कार्ड नहीं बना था। पुरी कागजी कार्यवाही आयुष्मान कार्ड बनाने के बाद रायपुर के निजी अस्पताल बालगोपाल चाईल्ड केयर हास्पिटल में भर्ती किया गया है जंहा उनका उपचार किया जायेगा।