एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस स्कूल भवन का भूमि पूजन किया
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- एक वर्ष बित जाने बाद भी निर्माण कार्य नहीं हुआ प्रारंभ
- गरियाबंद जिले के मैनपुर में बगैर सोचे समझे अफसरों ने बड़े झाड़ के जंगल में करवा दिया एकलव्य स्कूल का भूमि पूजन ,अब निर्माण कार्य में लग गया रोड़ा
- शेख हसन खान, गरियाबंद
मैनपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1 वर्ष पूर्व 15 नवंबर 2021 को देश के आदिवासी क्षेत्र के लोगो को बहुत बड़ी सौगात दिया जिसमें गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड भी शामिल है देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मैनपुर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय निर्माण के लिये वर्चुअल माध्यम से आधार शिला भूमिपूजन किया है और भूमिपूजन करने के बाद देश की जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था। यह एकलव्य आदर्श विद्यालय आदिवासी जनजाति बच्चों को गुणात्मक शिक्षा देने के लिये बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। लभगग 20 एकड़ भूमि में लगभग 25 करोड रूपयें की लागत से यह एकलव्य आदर्श विद्यालय का निर्माण किया जाना है जिसमें आदिवासी क्षेत्र के बच्चों के भविष्य को मुख्यधारा मे लाने के लिये गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने के लिये सभी तरह की व्यवस्थाएं की जायेगी।
- मैनपुर में बड़े झाड़ के जंगल में आधार शिला रखने के कारण एक साल बाद भी नही हुआ निर्माण कार्य प्रारंभ
गरियाबंद जिले के तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 4 किमी दूर ग्राम जाड़ापदर में बड़े झाड़ के जंगल के भीतर इस एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम में बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक डमरूधर पुजारी भी शामिल हुए थे और 15 नवंबर 2021 को इसका आधारशिला रखा गया है लेकिन आज एक साल बीत जाने के बाद भी विद्यालय का निर्माण कार्य प्रारंभ नही हो पाया है जिससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की एक बहुत बड़ी योजनाएं जमीनी स्तर पर अपना मूर्त रूप नही ले पा रही है। मिली जानकारी के अनुसार नाउमुड़ा जाड़ापदर में जिस स्थान पर एकलव्य आदर्श विद्यालय का शिलान्यास किया गया है उसे वन विभाग द्वारा बड़े झाड़ का जंगल और वन परिक्षेत्र मैनपुर कक्ष क्रमांक 1032 बताया गया तो वहीं राजस्व विभाग द्वारा इसे अपनी जमीन बताया जा रहा है। दोनों विभागो के बीच अभी भी जमीन को लेकर रस्सा कस्सी चल रही है। कई बार जमीन को लेकर नाप और सर्वे का कार्य किया जा चुका है। इसके बाद जाड़ापदर भूमिपूजन स्थल को छोड़कर तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 14 किलोमीटर दूर फरसरा और छिंदवाड़ा के जंगल में एक बार फिर एकलव्य आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य कम करने के लिए योजना बनाई गई और बकायदा यहां निर्माण सामग्री भी लाया गया लेकिन यहां स्थल भी वन विभाग के बड़े झाड़ वाले जंगल क्षेत्र बताया जा रहा है। साथ ही यहां जो निर्माण कार्य के लिए सामग्री लाया गया था उसे धीरे-धीरे वापस ले जाया गया आज वहां पर कुछ गड्ढे ही शेष बचे हुए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस सोच और आदिवासी समाज के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए एकलव्य विद्यालय जैसे उच्च स्तरीय स्कूल की सौगात मैनपुर विकासखंड को दिया है। इतना महत्वपूर्ण योजना के प्रति संबंधित विभाग अभी तक गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं जिसके कारण एकलव्य विद्यालय भवन निर्माण कार्य भूमिपूजन के एक वर्ष बाद भी प्रारंभ नहीं हो पाया है जबकि क्षेत्र की जनप्रतिनिधियों एवं सरपंचों का कहना है संबंधित विभाग के अधिकारी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और पंचायत प्रतिनिधियों का बैठक लेकर एकलव्य विद्यालय के लिए विचार विमर्श करें तो मैनपुर क्षेत्र में दर्जनों ऐसे स्थान हैं जहां 40 एकड़ तक जमीन भी ग्रामीण एकलव्य आवासीय विद्यालय के लिए उपलब्ध कराने के लिए तैयार है लेकिन इस और संबंधित विभाग के अधिकारियों को कई बार बोलने के बाद भी उनके द्वारा उदासीन रवैया अपनाना समझ से परे हैं।
शिलान्यास के दिन ही मचा था विवाद
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का जब शिलान्यास किया गया तो इसकी जिम्मेदारी आदिवासी विकास परियोजना प्रशासन गरियाबंद बी.के. सुकदेवे को दिया गया था लेकिन शिलान्यास के लिये आमंत्रण पत्र में जितने अतिथियों का नाम था। उन्हे भी आमंत्रण पत्र नही दिया गया था और तो और ग्राम पंचायत जाड़ापदर के सरपंच व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों स्थानीयजनो को भी इसकी जानकारी नहीं दिया गया था। आनन फानन में जंगल के भीतर शिलान्यास कार्यक्रम करवाया गया था तब कार्यक्रम में पहुंचे बिन्द्रानवागढ़ भाजपा विधायक डमरूधर पुजारी से इसकी शिकायत किया गया था तो उन्होने सहायक आयुक्त को मंच में ही जमकर फटकार लगायी थी औैर कहा था देश का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमारे इस आदिवासी क्षेत्र को इतनी बड़ी सौगात दिया है और इसके बारे में किसी को नही बताना गलत है। सभी को आमंत्रण देना था और तो और कार्यक्रम स्थल में वर्चुअल शिलान्यास के लिये प्रोजेक्टर की भी सुविधा नहीं थी और बाद में इस शिलान्यास में लाखो रूपये खर्च को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सवाल उठाया जो विवाद अबतक थमने का नाम नही लिया है साथ ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का कहना था कि क्षेत्रवासियों से यदि पूछ कर व सलाह लेकर संबंधित विभाग के अफसर शिलान्यास करवाते तो क्षेत्र मे कई स्थान है। जहां इस आलीसान विद्यालय का निर्माण किया जा सकता है लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी के अड़ियल रवैये के कारण इस विद्यालय का अभीतक कार्य प्रारंभ नही हुआ है।
क्या कहते है विधायक –
बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक डमरूधर पुजारी ने कहा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरियाबंद जिले के हमारे इस आदिवासी क्षेत्र को बहुत बड़ी सौगात दिया है। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ हो इसके लिये वे उच्च अधिकारियों से इस मामले में चर्चा करूंगा, जल्द विद्यालय निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।
डमरूधर पुजारी, विधायक बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र
क्या कहते हैं जिला पंचायत सभापति
सर्व आदिवासी समाज महिला प्रकोष्ठ के प्रदेशअध्यक्ष एवं गरियाबंद जिला पंचायत के सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने कहां संबंधित विभाग के अधिकारियों के उदासीन रवैया के कारण अब तक मैनपुर क्षेत्र में एकलव्य आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है जबकि देश के प्रधानमंत्री ने गरियाबंद जिले के मैनपुर क्षेत्र के लोगों को एक बड़ी सौगात दी है। उन्होंने कहा मैनपुर क्षेत्र में गिरहोला ,रामपारा , गोपालपुर सहित कई ऐसे ग्राम हैं जहां 30 से 40 एकड़ जमीन उपलब्ध है लेकिन जानबूझकर संबंधित विभाग के अधिकारी बड़े झाड़ के जंगलों में निर्माण कार्य के प्रारंभ लिए स्थल चयन कर कार्य में रोड़ा अटका रहे हैं। तत्काल इस दिशा में जिला प्रशासन गरियाबंद को ध्यान देने की जरूरत है।
क्या कहते है एसडीएम –
मैनपुर एसडीएम हितेश पिस्दा ने कहा कि एकलव्य आदर्श विद्यालय भूमि आबंटन किया गया है जल्द ही समस्या का समाधान हो जायेगा।
हितेश पिस्दा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मैनपुर
क्या कहते हैं सहायक आयुक्त
गरियाबंद सहायक आयुक्त बी के सुखदेवे ने कहा एकलव्य विद्यालय स्थल चयन प्रक्रिया पूर्व के जिला अधिकारियों द्वारा किया जा चुका था जहां स्थल चयन किया गया था वही भूमिपूजन किया गया है।
बी के सुखदेवे सहायक आयुक्त गरियाबंद