प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा अभियान के तहत केंद्र सरकार की योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों से की चर्चा
1 min read- कृषि विज्ञान केंद्र गरियाबंद में जिले के कृषकगण वर्चुअल माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल
- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद। विकसित भारत संकल्प यात्रा का कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा 15 नवम्बर से प्रारंभ किया गया है। इस कार्यक्रम का उददेश्य समस्त देशवासियों को विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के विषय में जागरूक करते हुये अधिकाधिक लोगों को इनका लाभ दिलाना है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार की योजनाओं से लाभांवित देशभर के हितग्राहियों से चर्चा की। वर्चुअल कार्यक्रम कृषि विज्ञान केन्द्र गरियाबंद में भी आयोजित किया गया। इसमें जिले के ग्रामीणों ने शामिल होकर प्रधानमंत्री के वक्तव्य का श्रवण किया। इं. गां.कृ.वि.वि. के कुलपति एवं कलेक्टर आकाश छिकारा के निर्देशानुसार एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत गरियाबंद श्रीमती रीता यादव की उपस्थिति में कृषि एवं कृषि से संबंधित विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा कार्यक्रम “विकसित भारत संकल्प यात्रा” का वेबकास्टिंग के माध्यम से कृषकों द्वारा अवलोकन किया गया।
वर्चुअल कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, ‘देश भर के गांवों में करोड़ों परिवारों को हमारी सरकार की किसी न किसी योजना से लाभ जरूर हुआ है। और जब ये लाभ मिलता है तो आत्मविश्वास बढ़ता है। जीवन जीने की एक नई ताकत आती है। पीएम श्री मोदी ने कहा कि मौजूदा सरकार महतारी-बाप की सेवा की सरकार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का हर गरीब और वंचित व्यक्ति उनके लिए पूज्य है। पीएम श्री मोदी ने नमो ड्रोन दीदी अभियान के बारे में कहा कि वे इस देश की बहनों को नमो दीदी अभियान और स्व-सहायता समूहों के माध्यम से लखपति दीदी बनाना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा उन लोगों तक पहुँचने का एक सशक्त माध्यम बन गई है, जिन्हें सरकारी स्कीमों का लाभ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने लाभार्थियों की पहचान की है और इस अभियान के माध्यम से उन तक पहुंच रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस यात्रा के दौरान सवा करोड़ से अधिक लोग मोदी की गारंटी वाली गाड़ी तक पहुंच चुके है। इन वाहनों के माध्यम से 35 लाख से अधिक आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड वितरित किये गए हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र गरियाबंद में इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. मनीष चौरसिया के द्वारा कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा एवं उद्देश्य के बारे में बताया गया। साथ ही उप संचालक कृषि चन्दन कुमार राय द्वारा उपस्थित कृषकों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, परम्परागत कृषि विकास योजना, भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति, मृदा स्वाथ्य कार्ड योजना के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत फसल क्षति की स्थिति में 72 घण्टों के भीतर टोल फ्री नम्बर 18002095959 में अपनी फसल क्षति की सूचना देने का आग्रह किसानों से किया गया। केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. शालू अब्राहम के द्वारा प्राकृतिक खेती के विषय पर विस्तृत प्रशिक्षण एवं प्राकृतिक खेती के घटक जीवामृत, घनजीवामृत बनाने की विधि का जीवन्त प्रदर्शन किया गया। प्रशिक्षण उपरांत चयनित कृषकों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड, सब्जी बीज मिनिकिट, दलहन बीज मिनिकिट, फलदार पौधों का वितरण एवं सहायक संचालक मछली पालन श्री वशिष्ठ के द्वारा मछली जाल, आईस बॉक्स का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में उप संचालक पशुधन विकास विभाग ओंकार तिवारी, सहायक संचालक कृषि श्री संदीप भोई, नरसिंग ध्रुव, महेश पैकरा, श्री रमेश कुमार निषाद एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक मनीष आर्या, डॉ. ईशु साहू इंजी. प्रवीण कुमार जामरे, डॉ. ज्योति रमा भारद्वाज तुषार मिश्रा एवं जिले के कृषकगण उपस्थित रहे।