तालाबों एवं पेयजल के सार्वजनिक उपयोग से संक्रमण बढ़ने का सर्वाधिक खतरा- केलक्टर
- गोलू कैवर्त बलौदाबाजार
जिलें के गाँवो में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए प्रकरणों में सबसे महत्वपूर्ण कारक तालाबों एवं पेयजल जैसे हैंडपंप, कुँआ,डबरी का सार्वजनिक उपयोग के चलते हुआ हैं। केलक्टर सुनील कुमार जैन ने आज बताया कि विषय विशेषज्ञों से जो रिपोर्ट मिली हैं उसमें मौजूदा स्थिती में गाँवो में संक्रमण बढ़ने का महत्वपूर्ण कारक तालाबों के एवं पेयजल के विभिन्न स्रोतों का सार्वजनिक उपयोग के चलते हुआ है, जिससे संक्रमण की दर में एकाएक वृद्धि हुई हैं। उन्होंने बताया कि कोई संक्रमित व्यक्ति यदि किसी तालाब के पानी का उपयोग करता हैं फिर स्वस्थ व्यक्ति उसका उपयोग करता हैं तो इससे संक्रमण तेज गति से फैल जाता हैं। वैसा ही कोई संक्रमित व्यक्ति सावर्जनिक उपयोग के हैंडपंप, नल, का उपयोग करता है तो वैसा ही सामान्य लोगों में संक्रमण फैल जाता है। अतः आप सभी जिलावासियों से आग्रह है कि आप सभी यथासंभव तालाबों का उपयोग करनें से बचें। साथ ही अगर उपयोग ही करना है तो बाल्टी में तालाब का पानी लेकर थोड़ा दूर में जाकर उसका उपयोग करें। साथ ही तालाबों में। गुड़ाखू ,ब्रश,कुल्ला दातून करनें जैसे कार्यो से बचें। ग्राम के सरपंच भी सतत रूप से सार्वजनिक पेयजल स्थलों में ब्लीचिंग पाऊडर का छिड़काव करतें रहें।
कंटेंटमेंट जोन वाले गावों में संक्रमित व्यक्ति के लिए तालाब चिन्हाकन करें
कलेक्टर श्री जैन ने आज सभी सीईओ को सुझाव दिया क्यों ना जिस गाँव को पूरी तरह से कंटेंटमेंट जोन घोषित किया जाता है। और उस गाँव मे यदि 4 तालाब है तो 1 तालाब को केवल संक्रमित व्यक्तियों के लिए आरक्षित कर दे। ऐसे ही सार्वजनिक पेयजल स्थल को भी। गाँव के सरपंच एवं गाँव वाले आपस मे मिलकर इस तरह निर्णय ले सकतें है। इससे संक्रमण में निश्चित ही कमी आएगी। साथ ही ग्राम पंचायत यह ध्यान रखें कि संक्रमित व्यक्तियों के उपयोग के पश्चात बाद में उस तालाब को पूरी तरह से डिसइन्फेक्टेड करें।
गाँवो वालों के सामूहिक प्रयास से बचा सकरी–
वैक्सीनेशन ने बचाया ग्राम मोपका को