प्रधानमंत्री सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर नहीं दिया जा रहा है ध्यान
1 min read- भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष सड़क निर्माण कर निरीक्षण कर मामले की शिकायत करने की बात कही
- न्यूज रिपोर्टर रामकृष्ण ध्रुव
मैनपुर – माँझीपारा से बरकानी तक किये जा रहे 13.100 किलोमीटर के पीएम सड़क निर्माण में नियमों को ताक पर रखकर ठेकेदार द्वारा सड़क का निर्माण किया जा रहा है। सड़क में नियम-कायदे को ठेकेदार द्वारा बिल्कुल ताक पर रख दिया गया है। वही सड़क निर्माण में गुणवत्ता संबंधी दावों को पोल भाजयुमो के जिलाध्यक्ष डॉक्टर योगीराज माखन के औचक निरीक्षण के दौरान खुल गयी। सड़क का औचक निरीक्षण कर लौटे जिलाध्यक्ष डाॅ योगीराज माखन कश्यप् ने बताया कि ग्रामीणों से उन्हें शिकायत मिली थी कि सड़क निर्माण के दौरान ठेकेदार नियम-कायदों को ताक पर रखकर काम कर रहा है। ऐसे में जब वे दौरे पर पहुँचे तो उन्हें दिखा की डब्लूएमएम करने से जो बेस फाउंडेशन बनाये है।उसमें पुराने डामर को उखाड़े बिना ही उसी डामर में ही बेस फाउंडेशन का काम किया जा रहा है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि जब पुराने डामर को डालकर ही बेस किया जा रहा है तो इसमें सड़क में कैसे मजबूती आएगा।
इससे सड़क की गुणवत्ता ना के बराबर हो गया है। डॉक्टर कश्यप ने यह भी कहा कि उन्होंने सड़क निरीक्षण के दौरान देखा कि डब्लूएमएम में उपयोग किये जा रहे बोल्डर के साइज भी बड़े-बड़े है। वही क्रैश मटेरियल भी ओड़िसा से लाया गया है, उसकी गुणवत्ता भी ठीक नही है,इसकी भी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि ठेकेदार द्वारा यदि इसके बाद भी कार्य में सुधार नही लाया गया तो आने वाले दिनों में इसकी शिकायत कलेक्टर के साथ ही परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से करते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की जाएगी।
अध्यक्ष ने सड़क निर्माण में ठंडा डामर का उपयोग करने का लगाया आरोप
सड़क निरीक्षण में पहुँचे जिलाध्यक्ष को ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा जो डामर डाला जा रहा है। उसकी गुणवत्ता भी सही नहीं है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार का ओड़िसा में डामर प्लांट है। वही डामर प्लांट से यहां की दूरी बहुत ज्यादा है। ऐसे में चार से पांच घण्टे का समय तय कर ठेकेदार यहां डामर भिजवा रहा है। बरसात के दिनों में इतना दूर से डामर आते आते ठंडा पड़ रहा है। ग्रामीणों ने जिलाध्यक्ष से कहा कि यही ठंडा डामर को ही सड़क पर डाला जा रहा है। ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा की ठंडा डामर डालने से काम की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा होने लगा है। वही जिलाध्यक्ष ने कहा कि डामर के सबन्ध में भी शिकायत कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की जाएगी। वही निरीक्षण में जिलाध्यक्ष को यह भी दिखा की सड़क किनारे डाले गए मुरम भी मिट्टी युक्त मुरम है। वही हाल ही में डाले गए मुरम की क्वालिटी इतनी खराब है की वह पहली ही बारिश में कटने लगा है।
सड़क में पुल निर्माण की मटेरियल में गुणवत्ता पर नहीं दिया जा रहा है ध्यान
डॉक्टर योगिराज माखन कश्यप ने कहा कि पुलिया का निर्माण भी गुणवत्ता को ताक में रखकर किया जा रहा है। डॉक्टर कश्यप ने कहा कि उन्होंने निरीक्षण के दौरान जब वहां काम कर रहे मजदूरों को पूछा तो उन्होंने बताया कि बेस के ऊपर फाउंडेशन के लिए आधा-अधूरा डाला गया मटेरियल दो दिन पहले का है। वही डाले गए मटेरियल में भी तय अनुपात के मुताबिक मटेरियल जिलाध्यक्ष को नजर नहीं आया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अधिकारियों के सह पर ठेकेदार घटिया और स्तरहीन काम को अंजाम दे रहा है। उन्होंने पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच करवाने की बात भी कही है।
क्या कहते है अधिकारी
इंजीनियर सौरभ दास ने कहा कि प्लांट मात्र 50 किलोमीटर में लगा है। वही से डामर आकर डामरीकरण किया जा रहा है,वही ठंडा डामर डालने जैसा आरोप बेबुनियाद है। इंजीनियर ने यह भी कहा कि डामर उखाड़ा जा रहा है,और सरफेस को लेवल किया जा रहा है,उसके बाद डब्लूएमएम का कार्य किया जा रहा है। इंजीनियर ने कहा कि काम बिल्कुल गुणवत्ता को ध्यान में रखकर किया जा रहा है,सारे आरोप बेबुनियाद और तथ्यहीन है।