Recent Posts

November 20, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

नए विकसित स्वरूप में दिखेगा रायपुर, देवभोग – गरियाबंद फोर लाइन

गरियाबंद, उमेश उर्फ गोलू वर्मा, पिपरछेड़ीकला

उदंती प्रोजेक्ट के चलते दिक्कतें आ रही है। कलेक्टर 15 से 20 दिनों में सुपेबेड़ा प्रिया जल का टेंडर लग जाएगा।

गरियाबंद जिले के जिलाधीश नीलेश शिरसागर ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए गरियाबंद की विकास की संभावनाओं को लेकर विस्तार रूपरेखा बतलाई। इस अवसर पर उन्होंने कहा वे और जिला प्रशासन की टीम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि गरियाबंद का रूपरेखा 2 से 3 साल में पूरी तरह बदला नजर आए जिसके लिए वह अपना पूरा समय दे रहे हैं और उम्मीद है कि आगामी कुछ वर्षों में गरियाबंद को एक नया तस्वीर पेश करेंगी उन्होंने कहा कि जल जीवन के मिशन के तहत सुपेबेड़ा को सम्मिलित किया गया है।

ऐसी संभावना है कि 15 से 20 दिनों के अंदर इसका टेंडर लग जाएगा और काम जल्द से जल्द प्रारंभ हो जाएगा जिससे सुपे बेड़ा को बहुत राहत मिलेगी और तेल नदी से सीता पानी मिलने से ग्रामीण जनों की मनसा और जनप्रतिनिधियों की घोषणा भी पूरी हो जाएगी इसी के साथ गरियाबंद जिले की अन्य क्षेत्रों में भी पेयजल समस्या से राहत मिलेगी।

आरटीओ कार्यालय के लिए भी हम लगातार जमीन देख रहे हैं इसकी भी इसके लिए भी राशि प्राप्त हो चुकी है। अब जरूरत है तो जमीन के वहीं उन्होंने इस अवसर पर यह भी कहा कि जिला अस्पताल के लिए भी जमीन देख रहे हैं। सरकार राशि तो दे रही है पर जमीन की उपलब्धता न होने के चलते दिक्कतें आ रही है ऐसे भी प्रयास किया जा रहा है। की वालीवाल कबड्डी शतरंज साइकलिंग खेलों के लिए विस्तार रूप योजना बना कर इस क्षेत्र को विकसित किया जाए राम आगमन पद को लेकर कहा इसमें पैसा बहुत है सुपर विकास करने की संभावना बलवती है। इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि कुकुरा डैम पर निजी कंपनी के माध्यम से जो कच्चा गुजरात एवं रायपुर के लोग सौर्य मंडल के विभिन्न ग्रहों पर एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसके माध्यम से लोगों को सौरमंडल की जानकारी उपलब्ध होंगी। गरियाबंद के विकास के लिए नगर निवेश ने जो प्रस्ताव बनाया है उसे लागू करने की योजनाएं चल रही है हालांकि यह प्रोसेसर 5 से 6 साल होगी लेकिन इसके बनने से गरियाबंद एक नया स्वरूप में नजर आएगा और नगर व्यवस्थित नजर आएगी। इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि दरअसल कुछ दिक्कतें भी है जो विकास कि विकास के कार्य में उलझन ला रही है वह सरकारी जमीन की उपलब्ध नहीं होना है गरियाबंद से देवभोग फोर लाइन सड़क बनाने की तैयारियां चल रही है। कुछ दिक्कतें उदंती सीतानाडी टाइगर र्प्रोजेक्ट को लेकर है। जिसके चलते ऐसी संभावनाएं है कि इस क्षेत्र को छोड़कर अन्य क्षेत्रों से सड़क निकाली जाएगी वहीं उन्होंने यह भी कहा कि जतमई घटारानी तौरंगा जलाशय के विकास के लिए 2 से 4 करोड़ जल्द पहुंचाने की संभावनाएं हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *