कोरोना संक्रमण के कारण रेलवे में नहीं होगा रामलीला और रावण दहन का समारोह
- प्रकाश झा की रिपोर्ट
नवरात्रि शुरू हो गई है। वहीं 25 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाना है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपाय के चलते मार्च से सितंबर तक सभी त्योहार व पर्व शासन के नियमों का पालन करते हुए मनाए गए।
हाल ही में जिला प्रशासन ने नवरात्रि के लिए 29 बिंदुओं पर नियम जारी किया था। जिसमे दशहरा उत्सव के बारे में भी प्रशासन ने आदेश जारी किया है, जिसमें छोटे पुतलो के दहन का उल्लेख और मैदान में केवल 50 लोगों की अनुमति दी गई है। जिसके बाद अब कई समितियों द्वारा रावण दहन नहीं करने का फैसला लिया गया है।
हिंदुस्तानी सेवा समाज, रेलवे क्षेत्र की समिति के सी नवीन कुमार ने कहा कि रेलवे मैदान में लगभग 20 हजार से ज्यादा लोग रावण दहन देखते आते हैं। ऐसे में भीड़ को काबू कर पाना मुश्किल होगा।इसीलिए इस मर्तबा रेलवे परिक्षेत्र में रावण दहन कार्यक्रम नहीं करने का निर्णय समिति द्वारा लिया गया है।
रेलवे क्षेत्र में हिंदुस्तानी सेवा समाज द्वारा रामलीला का 69 सालों से लगातार आयोजन किया जाता रहा है। इस साल 70वां साल है, मगर कोरोना के चलते इस बार रामलीला का आयोजन नहीं कराया जा रहा है। समिति के सदस्यों ने बताया कि रामलीला करने रीवा, सतना की रामलीला मंडली आती है।उनसे बात हो गई थी मगर अनुमति नहीं मिलने के कारण उन्हें रामलीला के लिए नहीं बुलाया गया।
मीडिया प्रभारी सी नवीन कुमार ने बताया कि इस बार कोरोना के कारण ना तो रेलवे परिक्षेत्र में रामलीला का आयोजन किया जा रहा है और ना ही रावण दहन होगा जिसके चलते लोग मायूस है।