आरएसपी के आरएस सामूह के उद्यमशील प्रयासों से कंपनी को भारी बचत
1 min read
स्क्रू स्पिंडल के क्षतिग्रस्त रास्तों की भी मशीनीकरण की गई
राउरेकला। सेल, राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) उत्पादन की लागत को कम करने पर बहुत जोर दे रहा है ताकि एनएसआर में हो रही कमी और चुनौतीपूर्ण बाजार परिदृश्य के प्रभाव को कम किया जा सके, जहां प्रमुख उत्पादन इकाइयाँ उत्पादन में नई ऊँचाईयों को प्राप्त कर रही हैं और उत्पादकता और तकनीकी-अथर्शास्त्र में सुधार कर रही हैं। वहीं सेवा विभाग भी अपने अभिनव प्रयासों के माध्यम से पर्याप्त बचत प्राप्ति में सफलता हासिल कर रहे हैं।
रिपेयर शॉप (मैकेनिकल) सामूहिक द्वारा एक प्रमुख उपकरण की सफल मरम्मत और ओवरहालिंग इस तरह के प्रयासों का एक और उदाहरण है। इन-हाउस संसाधनों और विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए सामूहिक रूप से स्टील मेल्टिंग शॉप -1 की टनडिश कार के एलएचएफ साइड लिफ्टिंग बॉल स्क्रू ड्राइव का नवीनीकरण किया गया। स्क्रू ड्राइव (एल।एच।एफ साइड) का ब्रेकडाउन हो गया था, जो कि वर्टीकल अपवर्ड दिशा में बॉक्स नट की ओवर ट्रावेल के कारण टूटी हुई टॉप लॉक प्लेट और 4 बोल्ट्स और 25 बॉल बहार आ रही थी। क्षतिग्रस्त बॉल स्क्रू गियर बॉक्स को अति कम समय में आर।एस।(एम) की शॉप में मरम्मत और ओवरहॉल किया गया, स्क्रू से स्पीएडेल के साथ बॉल स्क्रू नट को हटाने के बाद यह पाया गया कि 81 बॉल में से कुछ क्षतिग्रस्त और खराब हो गया था। साथ ही लूप लाइन के सभी तीन बॉल रिटर्न ट्यूब बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे, क्योंकि परिणामस्वरूप बॉल असेम्बेल से बाहर आ गई थी। बॉल के प्रतिस्थापन की सुविधा के लिए समूह ने स्लीव का डिजाइन कर उसे घरेलु संसाधनों से बनाया, गाइड बॉल के दोनों किनारों पर बॉल की फ्रि मुवमेंट सुनिश्चित करने के लिए क्षतिग्रस्त बॉल रिटर्न ट्यूबों की मरम्मत की गई और उन्हें जमीन लगाया गया। स्क्रू स्पिंडल के क्षतिग्रस्त रास्तों की भी मशीनीकरण की गई और साथ ही लॉक प्लेट और नॉट की भी मरम्मत की गई। स्क्रू स्पिंडल के साथ नई बॉल और बॉक्स नट से एक मॉक असेंबली की गई। फिर स्क्रू स्पिंडल के साथ अंतिम असेंबली वर्टीकल तौर से किया गया क बिना किसी लोड के साथ जांच की गई और सफल पाया गया। इस उद्यमी प्रयास से कंपनी को लगभग 60 लाख रुपये की वित्तीय बचत हुई ।