हाथियों के चिंघाड़ से दहल उठा है मैनपुर क्षेत्र के ग्रामीण ईलाका
1 min read- वनोपज चार, महुआ संग्रहण के साथ तेन्दुपत्ता तोड़ाई पर लगा ब्रेक
- चार-चार के झुण्ड में हाथियों का दल रात में पहुंचा रहे हैं फसल को जमकर नुकसान, प्रतिदिन चार से पांच किलोमीटर ही आगे बढ़ रहे हैं
- रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर
मैनपुर – मैनपुर क्षेत्र में लगभग एक सप्ताह से 15 हाथियों के दल ने जमकर उत्पात मचा रखा है। इसी हाथियों के दल ने मैनपुर शोभा ढोलसरई क्षेत्र के एक युवक की चार दिन पहले सेल्फी लेने के दौरान सुंण्ड से पटककर युवक को मार डाला था, फिर हाथियों के दल ने धमतरी जिला के रिसगांव के तरफ वापस चला गया था लेकिन एक ही रात में हाथियों के दल धमतरी जिला को छोड़ मैनपुर तहसील मुख्यालय के नजदीक पहुंच गया और पिछले तीन चार दिनों से हाथियों का दल प्रतिदिन चार से पांच किलोमीटर ही आगे बढ़ रहे हैं।
हाथियों का यह दल में एक एकदम छोटा नन्हा शावक होने के कारण अपनी शावक की सुरक्षा को लेकर यह दल काफी संवेदनशील व आक्रमक है। साथ ही दिनभर किसी नदी और नाले के किनारे डेला डाले रहते हैं। रात होते ही ये 15 हाथियों के झुण्ड चार चार के झुण्ड में बटकर अपनी भोजन के तलाश के लिए निकल पड़ते है और सामने किसी भी किसान के खेत नजर आए फसलों को जमकर रौंद रहे हैं। और तो और खेतो में बने लारियों, किसानों के झोपडियों फैंसिंग तार को तोडफोड कर रहे हैं। रात को हाथियों के चिघाड से मैनपुर क्षेत्र के आसपास के गांव दहल उठा है लोग दहशत में है लेाग रात को अकेले घर से बाहर नही जा रहे हैं। उपर से इस क्षेत्र के गांव में प्रतिदिन घंटो रात रात भर बिजली कटौती ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर चिंता खडे़ कर रही हैं।
ग्रामीण अंधेरे में रात गुजारने मजबूर हो रहे है, कब हाथियो का दल उनके गांव धावा बोल दे कब बडी घटना घट जाए कब कोई अप्रिय स्थिति निर्मित हो जाए इसी शंका, कुशंका और अशंकाओ के बीच दहशत में रात गुजारने मजबूर हो रहे है। साथ हाथियों के चिंघाड लोगों में दहशत पैदा कर रही है, एक ही रात में तीन चार चार अलग अलग गांव में हाथियों का दल चिंघाड रहा है, जिससे ग्रामीणाें ने यह अनुमान लगाया है कि यह हाथियों का दल रात को अलग अलग दलों में बटकर चारा चर रहे है और सुबह एक जगह एकत्र हो रहे है और चार से पांच किलोमीटर आगे बढ़ रहे हैं। कल सिंहार के जंगल में डेरा डालने के बाद हाथियों का दल कुछ दुर आगे बढ़ा और मुचकुल डोंगरी तक पहुंच गया है, जो कुल्हाडीघाट के काफी समीप बताया जाता है। वहीं कल रात हुई बारिश हाथियों के लिए वरदान साबित हुआ है, साथ ही इन दिनों गांव में तेन्दुपत्ता तोडाई, वनोपज चार, चिरौंजी, महुआ संग्रहण कार्य चल रहा है जिसका सालभर से ग्रामीणों को इंतजार रहता है, और इस वनोपज के सहारे ग्रामीणो को हजारों रूपये के अतिरिक्त आय की प्राप्ती होती जिससे उनका सालभर का जीवकाउपार्जन चलता लेकिन रातभर हाथियों के चिंघाड़ और जंगल में हाथियों की उपस्थिति के चलते तेन्दुपत्ता तोडाई, वनोपज महुआ, चार, चिरौंजी संग्रहण में पुरी तरह से ब्रेक लग गया है। ओर वन विभाग द्वारा गजराज वाहन बुलाया गया है, जो गांव गांव पहुंचकर मुनादी कर लोगों को जंगल नहीं जाने की अपील कर रहे हैं।
क्या कहते है वन अधिकारी
वन विभाग मैनपुर के एसडीओ राजेन्द्र प्रसाद सोरी ने बताया कि हाथियांे का दल सिंहार के आगे पहाडी जंगल में आज रविवार को पहुचा है, अब तक 15 किसानों के फसल क्षति का मुआजवा प्रकरण बनाकर भेजा गया है। कुछ किसानों के द्वारा और शिकायत मिली है उनके फसलों को हाथियों के दल ने नुकसान पहुचाया है उनके फसलों का आंकलन कर मुआवजा के लिए भेजा जा रहा है। लगातार ग्रामीणाें की सुरक्षा को लेकर वन विभाग चिंतित है। और ग्रामीणाें को उनके सुरक्षा के लिए जंगल के तरफ नहीं जाने की अपील कर रहे हैं।
राजेन्द्र प्रसाद सोरी एसडीओ मैनपुर