स्कूल खुले, किताबे गायब – मैनपुर ब्लाॅक के दर्जनों स्कूलों में एक माह बाद भी नहीं मिली छात्र -छात्राओं को पुस्तकें
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- बिना किताबों के कैसे हो पढ़ाई, खाली बस्ता लेकर स्कूल जाने मजबूर
गरियाबंद । प्रदेश में नया शैक्षणिक सत्र 16 जून से शुरू हो चुका है लेकिन गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र के दर्जनो सरकारी स्कूलों में अब तक पाठ्य पुस्तक नही पहुंच पाई है। निःशुल्क पाठ्य पुस्तक नहीं मिल पाने के कारण छात्र -छात्राएं खाली बस्ता लेकर स्कूल जाने को मजबूर है। छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम को शायद बच्चे के भविष्य की चिंता नही है बच्चो की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार, मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के संकुल केन्द्र अमलीपदर एवं काण्डेकेला संकुल के लगभग 20 सरकारी स्कूलों सहित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूल के विद्यार्थियो को अभी तक पुस्तक का वितरण नहीं किया जा सका है जिसके चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

- स्वामी आत्मानंद स्कूलों में भी नहीं पहुंच पायी है पुस्तक
प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने पिछली सरकार द्वारा सभी ब्लाॅकों में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूल प्रारंभ किया गया है लेकिन मैनपुर, अमलीपदर स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूल में अभी तक एक भी पुस्तक नही पहुंच पायी है जबकि स्कूल खुले एक माह बितने को है कई बार पुस्तक के लिए संपर्क किया जा चुका है पालकों को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही है।
- क्या कहते हैं विधायक
बिन्द्रानवागढ़ विधायक जनक ध्रुव ने राज्य के भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा शिक्षा सत्र एक माह होने को जा रहा है। बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों स्कूलों में अब तक सरकारी पुस्तक नहीं पहुंच पायी है। स्कूली छात्र -छात्राओ की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। श्री ध्रुव ने कहा किसानो को खाद नही मिल पा रहा है सरकार असफल साबित हो रहा है। इस मामले को विधानसभा के पटल में प्रमुखता के साथ उठायेंगे।
जनक ध्रुव विधायक बिन्द्रानवागढ़
क्या कहते हैं अफसर
सर्व शिक्षा अभियान राजीव गांधी मैनपुर ब्लाॅक समन्वयक एस के नागे ने बताया मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के अमलीपदर और काण्डेकेला संकुल केन्द्र के स्कूलों में ही पुस्तक नही पहुंचा है। बाकी जगह पुस्तक वितरण हो गया है। पुस्तक आते ही यहां वितरण किया जायेगा। श्री नागे ने बताया स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूल में भी पुस्तक वितरण नहीं किया जा सका है। आगे से पुस्तक आया ही नहीं है।
श्री एस के नागे ब्लाॅक समन्वयक राजीव गांधी सर्व शिक्षा अभियान
