सैंया भय कोतवाल तो डर काहे का
1 min readशब्द नहीं चित्र बोलती तस्वीरें
सरपंच पति व सचिव की निरँकुशता से ब बेचारगी में ग्रामी
पिथौरा/महासमुँद / शिखा दास। पँचायती राज में क्या भ्रष्टाचार से निरँकुशता से ग्राम सुराज आ जायेगा ? और जनपद अफसरशाही की कुँभकरणी निद्रा ।
बगारपाली पँचायत
(आश्रित ग्राम खुसरुपाली ) की आबादी 1764 है सरपंच पति ही चलाते हैं पँचायत पर नल जल से लेकर आवास योजना सभी में उदासीनता नजर आ रही ।इस ग्राम पँचायत में सरपंच पति व सचिव की मनमानी के साथ पँचायत नौ दिन चले ढाई कोस की तर्ज पर चल रही हैं । हद तो तब गयी जब रहवासियो ने बताया व इस प्रतिनिधि ने स्वयं देखी की सरपंच के घर के ठीक सामने पानी की छोटी टँकी लावारिस सी पड़ी हैं खराब हालत में ।महिला सरपंच पद्मिनी सोनवानी सिर्फ मोहरा स्टाम्प हैं । ।BANKसे लेकर जनपद तक व पँचायत तक सारा दारोमदार पति ऐसे चला रहे हैं कि सैँया भरे कोतवाल तो डर चाहे का ।
किसी को समय पर पानी आवास पेँशन की सुविधा मिले या ना मिले इससे सरपंच को कोई भी सरोकार नहीं क्योंकि पँचायत का कोतवाल बनकर पति जो बैठे हैं ।
आबादी भी MR SHRAVAN SONWANI (सरपंच पति) ने 2 दिन बाद शायद किसी से पूछकर बताया ।अनेक खपरैल घर वालों ने बताया कि ना पानी ना आवास स्कूल की बोरिँग से पानी भरते हैं इधर उधर से । किसी भी योजना का फायदा नही मिल रहा । सचिव सरिता सिन्हा का दो नम्बर हैं पर लगता नही ।हमेशा नदारद । गाँव वालों के चेहरे पर स्पष्ट बेचारगी दिखाई देती हैं ।
खुसरुपाली में सड़क बदहाली में मात्र लगभग चार पाँच बोरिँग के भरोसे पूरा गाँव । खुसरूपाली को तो दिया ही नही सरपंच पति ने इसे अपने घर से मात्र चार कदम दुर ही यह सफेद टँकी लगा कर मात्र शो पीस रख कागजी फाइल में पेश कर रखा हैं ।
मेंटेनेँस के नाम से फर्जी आहरण करते हैं । नागरिक सूचना पटल अधुरी लेखन प्रक्रिया । ग्रामीण सूत्रो ने बताया कि निजी डबरी निजी फायदे के लिए जनपद अफसरान व सरपंच पति सचिव की मिलिभगत इतनी रुचि तो आवास अन्य योजनाओं के लिये इन साढ़े 4साल में कभी नही दिखाया ।
- विद्युत विभाग की लापरवाही आयी सामने
बरसों से खेत हैं प्यासे विद्युत विभाग की उपेक्षा के शिकार ।खम्बा लगाकर छोड़ दिया 7वषॆ से चक्कर काटते थक गये ग्रामीण TRANSFORMER लग गया तो करीब 25_30 एकड़ जमीन सिँचित होगी^^ WARD NO 10 टिकरापारा खुसरूपाली के गरीब किसानो ने बताया ।स्कूल की बोरिँग मिलाकर मात्र 6 HANDPUMPके भरोसे हैं ग्रामीण जन । पर सचिव सरपंच को कोई सरोकार नही ।घर से बहुत दुर जँगल में बना दिया शौचालय । आजूबाजू कोई पानी की सुविधा नही ना ही निकासी का सोख्ता गड्ढा।सूत्रों ने बताया कि सिर्फ टारगेट पूर्ण करने के लिये सरपंच पति व सचिव ने ऐसा किया हैं ।सरपंच MOBनही RECEIVE करती और जब अपने पति को MOBदेती हैं MEDIAकाCALLहैं पता चलने पर सरपंच पति श्रवण सोनवानी MOB RECEIVEही नही करते ।
गौरतलब हैं कि महासमुँद जिला पिथौरा तहसीलजनपद के बगारपाली(खुसरुपाली) गाँव में 14वाँ वित्त आयोग/ मनरेगा /CC ROAD /आवास योजना/शौचालय /SGRYमूलभुत /आदि सभी योजनाओं कार्यों का भौतिकी सत्यापन करवाया जाये तो आर्थिक अनियमितता / सचिव सरपंच के भरॆ।शाही के अनेक मामले उजागर होंगे । भौतिक सत्यापन के साथ सरपंच पति का पँचायत कार्य में हस्तक्षेप आदि पर रोकथाम लगाना जरूरी हैं । जनपद के अफसरशाही को भी जिला पँचायत व प्रशासन द्वारा पूछा जाना चाहिए कि सचिव का मुख्यालय से हमेशा नदारद रहकर स्वीच OFFकरना व सरपंच पति श्रवण सोनवानी के मनमानी से जनपदCEOव अफसरों को शिकायत क्यों नहीं ? पँचायतो मे ऐसे महिला आरक्षण से ना जनता को फायदा ना शासन प्रशासन को जहाँ पति ही पूरी कमान सम्हालने के बहाने इँजीनियर सहित अफसरों के साथ मिलकर कमीशन खोरी व भ्रष्टाचार की भेँट चढ़ावे ग्राम सुराज की बलि चढ़ावे ।
जनपद पँचायत के अफसरों को ऐसे सरपंच सचिवों की तानाशाही अनियमितता से कोई सरोकार नहींहै । ग्राम सुराज को ठेँगा दिखाते हुये चलने वाले इसSYSTEMको कौन सुधारेगा ?
सैँया भये कोतवाल तो डर काहे का तजॆ पर चलने वाली पँचायतो की एक लंबी फेहरिस्त हैं जहां केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं पर भारी भ्रष्टाचार निरन्तर जारी हैं ।क्या लोकतंत्र में ऐसी लुँजपुँज व्यवस्था से ग्राम सुराज की कल्पना होगी साकार -??
ग्राम सुराज की बलि भ्रष्टाचार की भेँट
शोपीस बनी पड़ी पानी टँकी
सरपंच स्वयम का लैँटर मकान बनवा रहे पर उनके आसपास व सामने अनेक खपरेले मकानों को नही मिला फायदा आवास योजना का ।
(तस्वीर में )सरपंच के घर की दहलीज पर बैठी महिला को नही मिला आवास योजना का फायदा।सरपंच के घर के सामने ही रहती हैं। विशेशेे
नागरिक सूचना पटल अधुरी लेखन प्रक्रिया । ग्रामीण सूत्रो ने बताया कि निजी डबरी निजी फायदे के लिए । जनपद अफसरान व सरपंच पति सचिव की मिलिभगत , इतनी रुचि तो आवास अन्य योजनाओं के लिये इन साढ़े 4साल में कभी नही दिखाया ।
महिला सरपंच पद्मिनी सोनवानी
मुद्दों पर मैं नही जानव कुछु भी बोलकर MOB पति को दे देती हैं उसे कोई सरोकार नहीं ।अनेक बार प्रायः ना तो हितग्राहियों का MOB उठाते है नाmedia वालों का ।सचिव मुख्यालय से गायब वMOB बँद ही रहता हैं ।