भिलाई में अपने नेता की झूठी साख बचाने में झूठ का सहारा ले रहे बीजेपी के कुछ पार्षद
- भिलाई।
बीजेपी के कुछ पार्षद अपने नेता की साख बचाने के लिए झूठ का सहारा ले रहे हैं। झूठ बोल कर झूठी बयान बाजी कर रहे हैं और झूठ को दबाने के लिए झूठ पर झूठ बोल रहे हैं। जबकि उन पार्षदों को पता है कि उनके नेता कितने सच है। यदि उनके नेता इतने ही सच होते। तो जनता उन्हें मुह तोड़ जवाब नहीं देती।
उक्त बातें भिलाई निगम के एमआईसी मेंबर लक्ष्मी पति राजू, सूर्य कांत सिन्हा,जी राजू, सत्येन्द्र बंजारे सहित कांग्रेस के सभी पार्षदो ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा। आगे इन्होंने कहा कि जो पार्षद झूठी बयान बाजी कर रहे हैं। उन्हे भी मालूम है कि वे उनके नेता कितनी पानी में है।बात भिलाई की करने वाले बगले के नेता जब प्रदेश सहित शहर में कोरोना काल काल आया। महामारी छा गई। तब अपने पार्षद सहित अपने मतदाता, जिनके आर्शीवाद से बगले में ठाठ, बाट से रहते हैं। वे नेता न ही अपने पार्षदों के साथ खड़े हुए और न ही अपने मतदाता के साथ। जबकि इस विकाराल परिस्थित में त्राहीमाम मचा था।
गरीब जनता एक वक्त की रोटी के लिए तरस रही थी। तब बंगले वाले नेता अपने बंगले में एसो आराम से जी रहे थे और उनके पार्षद सहित उनके क्षेत्र की जनता तकलीफ और परेशानी में थी। ऐसे समय में युवा महापौर ने उनके पार्षदों सहित भिलाई की जनता के लिए कोरोना काल में मैदान में उतरे। सभी पार्षदों को पार्षद निधी की राशि को इस महामारी से लड़ने के लिए उपयोग करने का अधिकार दिलाया। जनता के हर दुख में साथ खड़े रहे। यह भिलाई की प्रत्येक नागरिक जानता है। यदि बंगले वाले नेता जी इनते ही जिम्मेदार होते तो अपनी जनता काे महामारी में अकेला नहीं छोड़ते। लेकिन पार्षद भी मजबूर है। भ्रष्ट और झूठी पार्टी के गंठबंधन के जोड़ से बंधे है। इसलिए बंगले वाले नेता के समर्थन में अपने नेता की झूठी साख बचाने के प्रयास में जनता में भ्रम फैलाने काप्रयास कर रहे हैं।
जबकि जनता जानती है कि युवा महापाैर ने जब से भिलाई की बागडोर संभाली है, तब से भिलाई कितनी तरक्की कर रहा है। पहले सिर्फ टाउनशिप के वार्डों में खेल मैदान होते थे। लेकिन युवा महापौर ने इतिहास रचा और पटरीपार में खेल मैदान बनाएं। ताकि पटरीपार के गरीब और सुविधा के अभाव में अभ्यास कर रहे भावी खिलाड़ियों और प्रतिभागी भी आगे बढ़ सके। खिलाड़ियों के लिए बेहतर खेल शिक्षा के लिए मैदान और कोच की सुविधा व्यवस्था कराई गई। इसके अलावा माताओं को आत्मनिर्भर बनाने, उन्हें स्वरोजगार देने के लिए महापौर ने मदर्स मार्केट बनाया। जिन लोगों को विकास कार्य के नाम पर बंगले वाले नेता ने बेघर कर दिया था, उन आम नागरिकों को उनका हक और अधिकार और सम्मान दिलाया महापौर ने।
- सार्वजनिक मंगल भवन, हर परिवार को शुद्ध पेयजल केलिए हर घर में नल, गरीब परिवार के बच्चे पढ़ लिख कर बड़े अधिकारी बन सके,इसके लिए सरकारी मॉडल स्कूल स्कूल की शुरूआत की युवा महापौर ने। यही नहीं जो पार्षद अपने नेता की झूठी साख बचाने झूठी प्रचार कर रहे है, उनकी की वार्ड में मान सम्मान बना रहे और उनकी भी साख बचाने महापौर ने पार्षद निधि का उपयोग करने के साथ ही अपने निधि से भी मास्क और सेनेटाइजर के साथ हर वार्ड के गरीब परिवार तक राशन और सुविधाएं उपलब्ध कराई महापौर ने।
यही नहीं सिर्फ चुनाव जीतने और शहर की शिक्षित और समझदार जनता को बेवकूफ बनाने के लिए झूठी विकास के सपने दिखाने वाले बंगले के नेता ने फर्जी दस्तावेज के माध्यम से बिना वित्तीय स्वीकृति के चुनाव के पहले झूठे आश्वासन देकर करोड़ो की स्वीकृति की बात कही। और 3 सौ करोड़ का झूठा प्रस्ताव बनाकर जनता का वोट खरीदने और जनता को बेवकूफ बनाने का प्रयास किया। उस नेता के कुकर्म का परिणाम आज शहर की जनता और निगम के ठेकेदार भुगत रहे हैं।