Recent Posts

November 20, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

सढोली में शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे एसपी और सीआरपीएफ कमांडेंट

1 min read
  • शहीद भृगुनंदन चौधरी, डिगेश्वर शांडिल्य, एवं कालेश्वर चौधरी को दी श्रद्धांजलि
  • रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर

गरियाबन्द–पुलिस स्मृति दिवस पर सढोली गांव में आज वीर शहीद भृगुनंदन चौधरी डिगेश्वर शांडिल्य तथा कालेश्वर शांडिल्य को नमन करने और श्रद्धांजलि देने पुलिस महकमे के बड़े बड़े अधिकारी और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे, इस अवसर पर शहीद के परिजनों की आंखें नम हो गई वही गांव के लोगों ने गौरवान्वित महसूस किया। जिले के पुलिस कप्तान भोजराम पटेल, सीआरपीएफ के 65 वी बटालियन के कमांडेंट श्री वीके सिंह एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर डीएसपी श्री कवर एसडीओपी संजय ध्रुव आर आई उमेश राय सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी अंकित कुमार बाबुल हजारा मुकेश मीना गरियाबंद सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी विकास बघेल एवं वरिष्ठ एस आई श्री ठाकुर विशेष रुप से श्रद्धांजलि देने सढोली गांव पहुंचे। इस अवसर पर विशेष रूप से गांव के सरपंच लव कुमार ध्रुव उपसरपंच छबीलाल ध्रुव उपस्थित रहे।

सढोली गांव में वरिष्ठ अधिकारियों ने सबसे पहले उन्होंने गांव के प्रमुख चौक पर स्थित भृगु नंदन चौधरी की विशाल प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि देते हुए उनके कार्यों को याद किया एसपी भोजराम पटेल ने इस अवसर पर कहा कि धन्य है वह गांव वहां की मिट्टी जिसने ऐसे सपूत को जन्म दिया जो घायल होने के बावजूद डरा नहीं और बम ब्लास्ट में शरीर के निचले हिस्से में गंभीर घाव होने के बावजूद 6 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया, देश के प्रति उनका जज्बा इसी बात से साबित हो जाता है कि उन्होंने अपने प्राणों की आहुति इस देश के लिए दे दी।

सीआरपीएफ के 65 वीं बटालियन के कमांडेंट श्री वीके सिंह ने शहीद के स्कूल से बाहर निकलने के बाद कहा कि, शहीद भृगु नंदन चौधरी को मरणोपरांत मिलने वाले सबसे बड़े सम्मान कीर्ति चक्र से नवाजा गया सीआरपीएफ के इतिहास में भी यह गौरवपूर्ण क्षण था अदम्य साहस का परिचय उन्होंने दिया था जिसके चलते उनकी माता को राष्ट्रपति ने पुरस्कृत किया था हमारे लिए भी यह गर्व की बात होगी कि हम उनके स्कूल के लिए कुछ कर पाए हमारा प्रयास होगा कि बच्चों के लिए संभव हुआ तो एक कंप्यूटर और स्कूल भवन की कमियों के लिए प्रशासन से प्रयास करवाएं। शहीद के गांव पहुंचकर ऐसा लगा कि इस मिट्टी को नमन करना चाहिए।

  • एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने कहा कि सढोली गांव की मिट्टी में देश के लिए समर्पण भावना नजर आती है तभी इस गांव से 70 लोग देश सेवा के कार्यों में या तो अर्ध सैनिक बल या पुलिस में सेवा दे रहे हैं ऐसे में हमारा भी फर्ज बनता है कि समय-समय पर इस गांव का ध्यान रखने यहां पहुंचे ऐसे गांव मैं आकर हमें गर्व हो रहा है, एडिशनल एसपी ने शहीद डिगेस्वर शांडिल्य के बारे में बताया कि कैसे बस्तर में उन्होंने अपनी ड्यूटी के दौरान शहादत दी इसके बाद सभी ने शहीद डिगेस्वर शांडिल्य के शहीद स्मारक पर माल्यार्पण किया उन्हें श्रद्धांजलि दी।

जिसके बाद ग्राम पंचायत के पास स्थित। कालेश्वर शांडिल्य के मूर्ति के पास पहुंचकर एसपी भोज राम पटेल समेत सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने माल्यार्पण कर शहीद को श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तथा सीआरपीएफ के अधिकारी शहीद के स्कूल पहुंचे जहां उनके शिक्षकों तथा सहपाठियों से मुलाकात की शहीद के चित्र पर माल्यार्पण किया वही इसके बाद। शिक्षकों से चर्चा की शिक्षकों ने अधिकारियों को बताया कि स्कूल भवन छोटा पड़ता है कच्चा भवन है पक्के भवन की जरूरत है अभी आधा अधूरा छोटा निर्माण चल रहा है 300 बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त भवन नहीं है जिस पर अधिकारियों ने उन्हें प्रशासन से चर्चा कर इसके लिए प्रयास करने की बात कही बच्चों के लिए कंप्यूटर की जरूरत बताए जाने पर सीआरपीएफ के अधिकारियों ने इसकी व्यवस्था के लिए प्रयास करने की बात कही वहीं खेल सामग्री की जरूरत बताए जाने पर एसपी भोजराम पटेल तथा एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर एवं उमेश राय ने इसकी जवाबदारी लेते हुए कहा कि स्कूल खुलते समय खेल सामग्री की व्यवस्था हो जाएगी।

स्कूल के बाहर शहीद के नाम पर दो पेड़ का वृक्षारोपण भी किया गया एक एसपी तथा एक सीआरपीएफ अधिकारी के नाम पर वृक्ष लगाए गए अंत में सभी अधिकारियों ने वापसी के पहले शहीद भृगु नंदन चौधरी की प्रतिमा पर पुनः श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर विशेष रूप से गांव के सरपंच लव कुमार ध्रुव शहीद की माता सुशीलाबाई चौधरी, वरिष्ठ ग्रामीण देवेंद्र कश्यप, श्री कंसारी, गांव के उपसरपंच छबीलाल ध्रुव पंच गौतम श्रीमाली कामता दुबे कुलेश्वर दुबे लक्ष्मीबाई ठाकुर एबीवीपी से राजा दुबे नीलकंठ काशी देवेंद्र शांडिल्य सचिव कीर्तन बघेल रोजगार सहायक दुलेश्वर साहू विशेष रूप से उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *