खास खबर… आज से नया शिक्षा सत्र प्रारंभ, जर्जर स्कूल भवन में जान जोखिम में डालकर मौत के साये में देश के नव निहाल गढेंगे भविष्य
1 min read- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
- डाॅक्टर्स, इंजीनियर्स, राजनितिक के बडे पदो में दर्जनों लोगो कों पहुचाने वाला एक मात्र मैनपुर का स्कूल आज खुद जर्जर और बीमार की हालत में
- प्रशासन की अनदेखी – स्कूल भवन काफी जर्जर बारिश में झरने की तरह बहता कमरों के भीतर पानी कक्षाऐं बन जाता है तालाब
मैनपुर – आज दो अगस्त से छत्तीसगढ शासन ने नया शिक्षा सत्र प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर सहित क्षेत्र में नया शिक्षा सत्र को लेकर प्रशासन द्वारा तैयारिया पूर्ण की जा चुकी है, लेकिन गरियाबंद जिले के तहसील मुख्यालय स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन की छत इतना जर्जर हो गया है कि यह छत से पानी झरने की तरह बारिश के दिनो में कमरों के भीतर गिरता है और कक्षा तालाब बन जाता है। मौत के साये में देश के नव निहाल आज से फिर अपना सुनहरे भविष्य गढेंगे। इस जर्जर स्कूल की मरम्मत की सुध लेने वाला कोई भी नहीं है।
महात्मा गांधी के सपनों का भारत एंव बुनियादी शिक्षा व्यवस्था का प्रर्याप्त है, लेकिन तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर का एक मात्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैनपुर बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। सन् 1980 से तहसील मुख्यालय मैनपुर में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रारंभ किया गया है, लेकिन मजेदार बात यह है कि पिछले 40 वर्षो में हायर सेकेण्डरी स्कूल का भवन निर्माण ही नही किया जा सका है,और हायर सेकेण्डरी स्कूल, हाई स्कूल के जर्जर भवन में वर्षो से संचालित हो रही है।इस विद्यालय का काफी गौरवशाली इतिहास रहा है।
इस विद्यालय में पढ़ाई कर निकल चुके छात्र आज राजनिति के बडे बडे पदो पर विद्यमान है और तो और इस स्कूल में पढाई करने वाले दर्जनों विद्यार्थी डाॅक्टर्स, इजीनियर्स, और प्रशासनिक सेवा के अनेक पदो में है, तथा राजनीति के क्षेत्र में भी बडे बडे मुकाम हासिल किये है। बावजूद इसके इतना महत्वपूर्ण यह विद्यालय समस्याओं से जकडा हुआ है, प्रशासन की लगातार उपेक्षा का शिकार इस विद्यालय में न तो प्रर्याप्त शिक्षक है और न ही प्रर्याप्त कमरें सन् 1980 में हाई स्कूल विद्यालय भवन का निर्माण किया गया था। वह भवन का एक हिस्सा पुरी तरह ढह गया और एक हिस्सा जो अभी खड़ा है उसकी स्थिति बेहद दयनीय है यहा दो कक्षाए और स्टाप रूम के साथ प्राचार्य का कक्ष है। उपर छत में टीन का सेड लगा हुआ है जिसकी स्थिति बेहद खराब हो गई है और बारिश का पानी कमरो के भीतर भर जाता है। इसी विद्यालय परिसर में सन् 1990-91 में एक हाईस्कूल भवन का निर्माण किया गया इस भवन मे 06 कमरे है और सभी कमरो की स्थिति बहुत ही खराब हो चली है बारिश में झरने की तरह पानी कमरो के अंदर झरता है, और तो और कमरा पुरी तरह पानी में भर जाता हैं। खिडकी दरवाजे सिलिंग की स्थिति बहुत खराब हो चली है।
स्कूल भवन के दरवाजे और खिड़कियों में बारिश के साथ दौड़ती है करंट
स्कूल भवन की छत बेहद खराब होने के कारण बारिश का पानी कमरो में भर जाता है, और पुरा दीवार से पानी रिसता है जिसके कारण बारिश के साथ ही स्कूल भवन के खिडकी दरवाजे और दिवारो में करंट दौडती है। कई बार यहा पढाई करने वाले छात्र छात्राए पिछले दो वर्ष पूर्व बारिश के दिनो में करंट के झटके खा चुके है और इसकी शिकायत के बाद मरम्मत करवाई गई थी लेकिन भवन की स्थिति खराब होने के कारण हर वर्ष बारिश में दिवारों में तथा खिडकी दरवाजों में बारिश होते ही करंट दौडने लगती है।
05 करोड़ रूपये का नया स्कूल भवन निर्माण के लिए चार वर्ष पहले जा चुका है स्टीमेंट
नगर सहित क्षेत्र के लोगो ने जर्जर स्कूल भवन के स्थान पर नया स्कूल भवन निर्माण की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह से मुलाकात कि थे तो पूर्व मुख्यमंत्री के निर्देश पर तत्कालीन गरियाबंद के कलेक्टर ने इस विद्यालय का निरीक्षण कर नया हाई स्कूल व हायर सेकेण्डरी भवन निर्माण के लिए विद्यालय के मैदान में स्थल चयन कर इंजीनियरों के माध्यमों से भवन निर्माण के लिए स्टीमेंट तैयार करवाया गया था। चार वर्ष पहले पांच करोड रूपये के नया भवन स्कूल निर्माण के लिए स्टीमेंट भेंजा जा चुका है लेकिन अब तक राशि स्वीकृृत नही हो पाई।
शौचालय, मुत्रालय, खेल सामग्री, प्रयोग शाला जैसे बुनियादी सुविधाओं के मोहताज
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैनपुर में लगभग 725 छात्र छात्राए पिछले सत्र में अध्यनरत थे और इतने छात्र छात्राओं के लिए इस विद्यालय में न तो प्रयोगशाला में कोई सामग्री है और न ही खेलकूद के समान यहा लंबे समय से पीटीआई शिक्षक की कमी भी बनी है। लाईब्रेरी टीचर भी नही है और विद्यालय में मुत्रालय शौचालय की हालत बद से बदतर हो गई है, नया शौचालय और मुत्रालय निर्माण किया जाना अतिआवश्यक है।
कृषि संकाय 10 वर्षों से बंद, छात्रों व पालकों में नाराजगी
मैनपुर वनांचल क्षेत्र कृषि पर आधारित है, और इस विद्यालय में सन् 1980 से कृषि संकाय का संचालन किया जा रहा था जिसे वर्ष 2002 में बंद कर दिया गया। पिछले 08-10 वर्षाे से कृषि संकाय बंद हो जाने से छात्रों व पालकों में नाराजगी देखने को मिल रही है, कृषि संकाय शिक्षकों के कमी के चलते बंद करना पडा है इस विद्यालय मे महत्वपूर्ण विषय, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनितिक शास्त्र, इतिहास,विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों की कमी वर्षो से बनी हुई है। शिक्षक की मांग को लेकर दो वर्ष पहले छात्र छात्राआें स्कूल में तालाबंदी कर शिक्षा कार्यालय का घेराव कर दिए थे और शाला बहिष्कार भी किया गया था और तो और शासन द्वारा शिक्षक की व्यवस्था नही किए जाने से जन भागीदारी समिति द्वारा चंदा करके अतिथि शिक्षकों के माध्यम से पढाई करवाई गई।
प्रयोगशाला, पुस्तकालय एवं अतिरिक्त शाला निर्माण कार्य एक वर्ष से अधुरा
विद्यालय परिसर में लगभग 07-07 लाख रूपये की लागत से प्रयोंगशाला, पुस्तकालय, और अतिरिक्त शाला भवन का निर्माण किया जा रहा है, जिसके लिए ग्राम पंचायत मैनपुर को कार्य एंजेसी बनाया गया है। और मई 2020 में बकायदा निर्माण कार्य के लिए नीव तक खोदाई किया गया है, निर्माण कार्य लेंटर लेंबल तक पहुंचने के बाद पिछले एक वर्ष से अधुरा पडा हुआ है, लेकिन अब तक इस मद की राशि ग्राम पंचायत मैनपुर कार्य एजेंसी को उपलब्ध नहीं होेने के कारण आगे का निर्माण कार्य पर ब्रेक लग गया है। सरपंच बलदेव राज ठाकुर ने बताया कई बार राशि जारी करने की मांग किया जा चुका है ।
विद्यालय में हमेशा पहुंचते हैं बडे राजनितिक नेता व आला अफसर बावजूद आंसू बहा रहा है यह स्कूल
जब भी मैनपुर नगर में कोई बडे राजनितिक कार्यक्रम और प्रशासनिक कार्यक्रम का आयोजन करना होता है तो इस विद्यालय परिसर में ही किया जाता है जिसके कारण कई बार इस विद्यालय में प्रदेश के कद्दावर मंत्रीगण, सांसद विधायक व आला अफसर पहुचते रहते है, हर बार राजनेताओं और आला अफसरों को विद्यालय की समस्या से अवगत कराया जाता रहा है, पर सिर्फ आश्वासन मिलती है इस विद्यालय का समस्या हल नही होने से अपने बदनसीबी पर आंसू बहाने विवश है ।
शराब खोरी नशेड़ियों और असामाजिक तत्त्वों का शाम होते ही बन जाता है अड्डा
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर मैनपुर शाम होते ही शराबियों, नशेड़ियों और असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है यहा शराबियों के द्वारा शराब पीकर बोतल और कांच के सिसीयां को फोड दिया जाता है साथ ही गंदगी, डिस्पोजल, मिच्चर पैकट गंदगी फैलाकर सरकारी संपत्तियों को लगातार नुकसान पहुचा रहे हैं। विद्यालय में जगह जगह अनर्गल शब्दो का प्रयोग दिवालों में लेखन कर भाग जाते है। विद्यालय के प्राचार्य विजय कुमार साहू ने बताया कि विद्यालय के चारो ओर आहता निर्माण की स्थिति भयानक दयनीय हो गई है जिसके कारण मुख्य गेट में ताला लगाने के बाद भी शाम को अंधेरा होते ही असामाजिक तत्व शराबी, नशेडी लोग दिवार फांद कर स्कूल परिसर में आकर शराब खोरी करते है, और चारो तरफ गंदगी फैलाकर चले जाते है जिसकी शिकायत मैनपुर थाना प्रभारी से किया गया है।
क्या कहते है क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व अधिकारी
1 बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के विधायक डमरूधर पुजारी ने बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैनपुर भवन निर्माण को लेकर उन्होने प्रदेश के शिक्षा मंत्री को स्वंय आवेदन दिए है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस पहल नही किया जाना समझ से परे है, श्री पुजारी ने कहा कि स्कूल भवन निर्माण के लिए यदि आंदोलन भी करना पडेगा तो आंदोलन करने के लिए तैयार है।
डमरूधर पुजारी विधायक बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र
2.शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैनपुर के प्राचार्य विजय कुमार साहू ने बताया कि स्कूल भवन की छत बेहद जर्जर हो गई है, बारिश का पानी कमरों के भीतर भर जाता है छत कब टुटकर गिर जाये कहा नही जा सकता कई बार इस समस्या से संबधित विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है।
विजय कुमार साहू प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैनपुर