विशेष रिपोर्ट: तारीख पे तारीख दे रहे LOCKDOWN में मजदूरों से काम लेने वाले डिप्टी रेंजर !वनविभाग के प्रति अब आक्रोश दिख रहा मजदूरों में…
1 min read- Shikha Das, Mahasamund
- भोकलूडीही टेका मेमरा (पिथौरा वन परिक्षेत्र) के करीब 70 मजदूर अपने ही मजदूरी पारिश्रमिक के लिए हुए मजबूर!
- तारीख पे तारीख, यह कैम्पा शाखा बनाम कोर्ट बनाम वन विभाग
LOCKDOWN में देश के P.M माननीय नरेन्द्र मोदी ने मजदूरो से काम लेने पर तुरन्त पारिश्रमिक देने का आदेश हर विभाग को दिया ।ताकि मजदूरों की मजबूरी का कोई भयावह चित्र सामने ना आये LOCKDOWN में गरीब मध्यम वगॆ मजदूर जितना बेबस व मजबूर हुआ उसे हर कोई भुक्तभोगी ही समझ सकता हैं?
- हर माह सरकारी मोटी पगार पाने वाले शहँशाह तानाशाह डिप्टी रेँजर शायद नहीं समझ पायेँगे ?
आज जब हमारी यह प्रतिनिधि हाथी सागौन तस्करी आदि के सन्दभॆ में REPORTING व बयान लेने वन परिक्षेत्र कायॆलय पिथौरा गयी तो SDO व रेँजर दोनों से ही नहीं थे| MOBILE सम्पर्क भी नहीं हो पाया| अलबत्ता कुछ मजदूरों को प्राँगण में देखी ।
बात करने पर इन मजदूरों की ददॆभरी दास्तान सामने आती। इन्होंने LOCKDOWN की मजबूरी के समय वनपाल भोंसले व डिप्टी रेँजर कृष्ण तिवारी के द्वारा बार बार कहने पर आर्थिक राहत के लिये वृक्षारोपण का काम भीषण गर्मी में अप्रैल से जून जुलाई तक किया पर आज तक इनको फूटी कौड़ी नहीं दी गयी ।
कोर्ट बना वन विभाग? तारीख पे तारीख!
मजदूरों ने बताया कि अप्रेल से अभी तक सारे मजदूर अपने ही पारिश्रमिक हेतु वन विभाग व डिप्टी रेँजर
का चक्कर लगाते थक ग ये । आज सुबह 11बजे से भूखे प्यारे शाम तक प्रतीक्षा करते रहे ।पर सब नदारद थे वनपाल भोंसले व कम्प्यूटर OPERATOR ही थे । वनपाल कैमरे से भागे व कुछ भी बोलने से इँकार किया । मजदूरोों ने उस पर भी आरोप मढते हुए कहा कि वनपाल व डिप्टी रेँजर तिवारी बस तारीख पे तारीख देते रहें । अब हमारी मजदूरी के लिए मानो हम विभाग से भीख माँग रहे तपती धूप में लाखों पौधे लगाये तीन गाँव के मजदूरों ने अब तिवारी DEPUTY R. MOBILE ही बन्द कर देते हैं ।
- RS 7000 से 8000 प्रति मजदूर का बनता हैं यह मजदूरों ने कायॆलय के प्राँगण में ही हमारी जिला ब्यूरो शिखादास को बार बार बताया ।
गौरतलब उल्लेखनीय यह कि बाल श्रमिकों से भी जम के करवाए मजदूरी और गोल गोल आज तक घुमा रहे|
रेँजर श्री बसन्त ने कहा कि लगातार LOCKDOWN ही कारण है ।यह कैम्पा मद का काम है । रायपुर कैम्पा शाखा भी LOCKDOWN मे प्रभावित रही ।
फलस्वरूप LOC नही भेजे उन्होंने । अब इस माह मे मिलने की सँभावना हैं । मजदूरों का भुगतान ON LINE CHEQ द्वारा किया जाता है । व्हाऊचर बना कर भेज दिया गया हैं । मजदूरो का भुगतान शीघ्र हो जायेगा । कैम्पा मद मे शाखा मेें कोई लापरवाही नहीं हुई है ।
- बालश्रमिक के सवाल पर रेँजर चुप रहे, बमुश्किल देर शाम को उनका कथन हो पाया ।
उन्होंने यह भी जानकारी दिया कि रेँजर ही ONLINE भुगतान मजदूरों के खाते में भिजवाते हैं । खैर जो भी हो कैम्पा शाखा कैम्पा मद वन कायॆलय जो भी हो LOCKDOWN में ONLINE WORK हुआ अभी तक जारी भी है| काश इन मजदूरों को गुजारा भत्ता ही थोड़ाथोड़ा कर दे दिए होते तो आज ये भटकाव ना होता ना आक्रोश ना मजबूरी । खैर मजदूरी लेने पर समय पर भुगतान देना ही है यह तो P.M का आदेश था इस प्रतिनिधि ने रेँजर से कहा तो वो मौन रहे । सिर्फ LOCKDOWN पर सारा बोझ है ।