राजकीय पशु वनभैंसा रामूं को क्या धरती निगल गई या खा गया आसमान, तीन वर्षों से अभ्यारण्य से गायब है वनभैंसा विभाग को नहीं है पता
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- भाजपा विधायक पुजारी ने मामलें को गंभीर बताया तो पूर्व विधायक शाह ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री और वनमंत्री से करने की बात कही
- मामलाउंदती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र का
- रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर
मैनपुर – काफी दुर्लभ व छत्तीसगढ राज्य के राजकीय पशु वनभैसा रामू पिछले तीन वर्षो से उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र से गायब हो गया है। इतना महत्वपूर्ण वन्य जीव जिसके पल पल की खबर रखने की दावा वन विभाग द्वारा किया जा रहा है और तो और इन वनभैसों की सुरक्षा के लिए वन विभाग द्वारा लाखों करोडों रूपये पानी की तरह खर्च किया जा रहा है तथा वनभैसों में काॅलर आईडी लोंकेशन सिस्टम से राजधानी रायपुर में बैठे अधिकारी भी लगातार नजर बनाए हुए हैं। बावजूद इसके उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र से एक राजकीय पशु वनभैंसा जिसका नाम रामूं है पिछले तीन वर्षो से गायब हो गया है। यहा गंभीर मामला सामने आने पर क्षेत्र के भाजपा विधायक डमरूधर पुजारी ने मामले को गंभीर बताते हुए इसे सीधा वन विभाग व अफसरों की घोर लापरवाही निरूपित करते हुए कार्यवाही किये जाने की बात कही है। साथ ही मामले को विधानसभा में उठाकर सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित किया जायेगा तो वही बिन्द्रानवागढ़ क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस विधायक कुमार ओंकार शाह ने कहा कि टाईगर रिजर्व क्षेत्र से एक राजकीय पशु वनभैसा गायब हो जाना विभाग की लचर कार्यप्रणाली को सार्वजनिक करता है और इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एंव वन मंत्री छत्तीसगढ़ शासन मोहम्मद अकबर से स्वंय मिलकर करने की बात कही है।
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विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उदंती अभ्यारण्य के भीतर अब मात्र आठ वनभैंसा ही बचा हुआ है, जिसमें राजा और प्रिंस, खुले जंगल में स्वतंत्र विचरण कर रहे है, तो वही उदंती अभ्यारण्य के भीतर रेस्क्यू सेंटर वनभैसा संरक्षण संवर्धन केन्द्र में छोटू, मोहन, वीरा, सोनू, आनंद और खुशी नामक वनभैसा को रखकर सरंक्षण व संवर्धन किया जा रहा है, जिसमें से एक वनभैसा जो काफी आक्रमक माना जाता रहा रामू वनभैसा पिछले 5-6 वर्ष पहले उदंती अभ्यारण्य जंगल से सीतानदी अभ्यारण्य जंगल में चला गया था। बकायदा सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र में रामू वनभैसा द्वारा फसल क्षति की मुआवजा राशि पिछले दो तीन वर्षो तक लगातार विभाग द्वारा जारी भी किया जाता रहा है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब सीतानदी अभ्यारण्य के वन अफसरों द्वारा यह जानकारी दिया जा रहा है कि रामू वनभैसा सीतानदी अभ्यारण्य में नहीं है।
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और अपना हाथ खड़े कर दिये है तो वही उदंती अभ्यारण्य के अफसरों द्वारा उंदती में भी रामू वनभैसा की नही होने की जानकारी भेजी गई है। ऐसे में यह सवाल क्षेत्र के वन्य जीव प्रेमियों द्वारा उठाया जा रहा है कि दुर्लभ राजकीय पशु रामू कहा है क्या उसे धरती निगल गई या आसमान खा गया यह सवाल किसी के गले नही उतर रहा है, क्योंकि वनभैसा काफी महत्वपूर्ण है और इनके दुर्लभता के चलते ही इसे राजकीय पशु का दर्जा दिया गया है। ऐसे में एक वनभैसा का टाईगर रिजर्व क्षेत्र से गायब हो जाना आश्चर्य करने वाला विषय है ।
अफ्रीका से पहुंचकर विशेषज्ञों ने वनभैंसा के गले में लगा गया है लाखों के काॅलर आईडी
लगभग 04 वर्ष पहले उदंती अभ्यारण्य में अफ्रीका से विशेषज्ञों की टीम पहुचकर चार दिनों की कडी मेहनत के बाद वनभैसों के गले में काॅलर आईडी लगाया है। काॅलर आईडी लगाने के पीछे वन विभाग की मंशा यह है कि वन भैसा की पल पल की खबर स्थानीय अधिकारियों सहित राजधानी में बैठे आला अफसरों को मिलता रहे लेकिन यहा लगातार श्यामू और जूंगाडू नामक वनभैसा के मौत के बाद काॅलर आईडी पर भी सवाल खडा हुआ है।
क्या कहते हैं वन अफसर
वन परिक्षेत्र अधिकारी उदंती. एफ.आर.खान ने बताया कि रामू नामक वनभैसा उंदंती अभ्यारण्य से सीतानदी अभ्यारण्य चला गया था लेकिन पिछले दो तीन वर्षो से इस वनभैसा का कही पता नही चल रहा है, कई बार पत्र सीतानदी के वन अफसराें को भेजा गया लेकिन उनके द्वारा वनभैसा का नही होना बताया गया है तो वही उदंती अभ्यारण्य में भी रामू वनभैसा नही है जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को भेजा जा चुका है।
क्या कहते है क्षेत्र के विधायक
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1 बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक डमरूधर पुजारी ने राजकीय पशु वनभैंसा रामूं के गायब होने के मामला को काफी गंभीर बताते हुए इसे वन विभाग के लचर कार्यप्रणाली बताया है, साथ ही इस मामले को विधानसभा में उठाकर सरकार को संज्ञान में लाने की बात कही है ।
डमरूधर पुजारी विधायक बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र
2 क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस विधायक कुमार ओंकार शाह ने टाईगर रिजर्व क्षेत्र से वनभैसा के गायब हो जाने को बहुत गंभीर मामला बताया साथ ही काॅलर आईडी लगे वनभैसों के मौत और विभाग को समय पर पता नहीं चलने पर भी प्रश्न चिन्ह लगाया गया है। श्री शाह ने कहा कि उदंती अभ्यारण्य से रामू वनभैसा के गायब होने के मामला को लेकर वह स्वंय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एंव वनमंत्री मोहम्मद अकबर से मुलाकात कर मामले की शिकायत करने की बात कही है।
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- कुमार ओंकार शाह पूर्व विधायक बिन्द्रानवागढ़