चन्द्रमा की रोशनी में लगने वाला प्रदेश का पहला चौकसील मेला 27 से 29 अक्टूबर तक
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- उदंती अभ्यारण्य के भीतर चौकसील पहाड़ी में है देवी देवताओं के दरबार जहां पहुंचते हैं हजारों श्रद्धालु
गरियाबंद। क्षेत्र के प्रसिध्द धार्मिक स्थल चौकसील पहाड़ी के उपर गढ़िया माता के दरबार मे हर वर्ष दशहरा पर्व के पुन्नी के अवसर पर मेला का आयोजन किया जाता है जहां प्रदेश के कोनेे कोने से आदिवासी समाज के लोग व देवी देवता बड़ी संख्या मे पहुंचते हैं। साल में एक बार दशहरा पुन्नी के अवसर पर यहां मेला का आयोजन किया जाता है। इस मेला का खासियत यह है कि यहा बिजली नहीं है बावजूद इसके हजारों लोगों की भींड खुले आसमान के नीेचे पहाड़ी पर चन्द्रमा की दुधिया रोशनी में मेला का आयोजन होता है।
तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 40 किलोमीटर दुर उदंती अभ्यारण्य के भीतर चौकशील में हर वर्ष कि भांति परम्परा अनुसार देवी देवताओं की पुजा अर्चना करने मेला का आयोजन 27 अक्टुबर दिन शुक्रवार देवी देवता आगमन, दोपहर को देवपुजा, झांकर, पुजारी बैगा, सिरहा सम्मेलन का आयोजन एंव 28 अक्टुबर शनिवार को मुख्य मेला तथा सांस्कृति कार्यक्रम के साथ, 29 अक्टुबर को जोहार भेंट विदाई समारोह का आयोजन किया गया है।
मेला संचालन देवगढ़ धाम बारहपाली समिति ग्राम पंचायत कोयबा, साहेबिनकछार, तौरेंगा, इदागांव, अमाड, जांगडा एंव आसपास के ग्रामवासियो द्वारा तैयारी किया जा रहा है।