रायपुर की खूबसूरत शान तेलीबांधा तालाब का सौंदर्यीकरण के नाम पर व्यवसायी करण बंद करो: मूणत
1 min readसमूचे भारत में नव गठित 3 राज्यों में सबसे उन्नत और विकसित छत्तीसगढ़ राज्य जिसकी राजधानी रायपुर शहर में सबसे तेजी से अपना पहचान बना चुका है । रायपुर का तेलीबांधा तालाब जो आज मुम्बई महानगर के मरीन ड्राइव के नाम से जाना जाता है कांग्रेस की सरकार इस खुले हुए सुंदर प्रतीक स्थल की कीमती जमीन के व्यवसायीकरण को बढ़ावा देने उतारू हो गई है। यह बात पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कही। तेलीबांधा तालाब को मरीन ड्राइव की तर्ज़ पर हमारी पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने आम जनता को सुकून देने के मद्देनज़र बनाया था लेकिन कांग्रेस राज में आज उसे व्यवसायिक जोन के रूप में तब्दील किया जा रहा है।
भला भीड़भाड़ खानपान वाले जगह में आम जनता,
किस भाव से प्रकृति से जुड़ा खुला हुआ सुकून भरा आनंद ले पाएगी? लोगों के सेहतमंद वातावरण को ध्यान में रखकर तालाब के चारो तरफ खुला वातावरण हमने दिया था। लेकिन कांग्रेस ने आज उसे व्यावसायिक माहौल वाला भीड़ भरा प्रदूषित माहौल जैसा तब्दील कर देना चाहती है। यहां खुलने वाली दुकानों से तालाब के आसपास की वाटर बॉडी तो खराब होगा ही साथ में तालाब का इको सिस्टम भी गड़बड़ाने की संभावना है खाने पीने के व्यापार आसपास सट कर होने से तालाब का पानी प्रदूषित तो होगा ही साथ में भारी-भरकम गंदगी से पानी पर निर्भर जीव जंतुओं पर इसका सीधा असर पड़ेगा।
बिना किसी ट्रैफिक इंतजाम के यहां कामर्शियल कांपलेक्स का निर्माण बिना जन भावना के अनुरूप किया जा रहा है, ऐसे सुविधाओं के निर्माण पर ज़ोर है जिसका उपयोग केवल कुछ विकसित वर्ग के लोगों द्वारा होना है । सिर्फ और सिर्फ भीड़ बढ़ाने की कवायद अपनाई जानी है । सर्व प्रथम चारों तरफ की खुली जगह का नाश कर सुबह संध्या लोगों के विचरण के जगह को सीमित कर दिया गया है।
कांग्रेस सिर्फ अपना मुनाफा देखने में लगी हुई है।
आज जहाँ शहर महानगर बनने की तरफ़ अग्रसर है ऐसे समय में खुली जगह की कमी है । ऐसे सुकून देने वाले वातावरण में दुकानें खुल सके और इनकी जेब भर सके।
स्वच्छ साफ सुथरा वातावरण देकर शहर को नई ऊर्जा देने वाले मरीन ड्राइव तेलीबांधा तालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर इस तरह की गतिविधियां बेहद चिंताजनक और शर्मनाक है।सरकार को इस मुद्दे को जनहित में विचार और मंथन करना चाहिए। राजधानी में रहने वाली जनता, कांग्रेस के इस व्यवसाय करने वाले प्रोजेक्ट को कभी भी स्वीकार नहीं कर सकती। सरकार और रायपुर नगर निगम से अपील है कि इस प्रोजेक्ट को तत्काल जन भावना की कद्र करते हुए बंद कर यथास्थिति बनाई जाए ।