विवादों में घिरे भीमभोई मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक
कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार को लेकर थाने में शिकायत दर्ज
बलांगीर। संतकवि भीमभोई मेडिकल कॉलेज में अधीक्षक की नियुक्ति पाने के बाद से ही डॉ. नारायण आचार्य किसी ना किसी विवाद में घिरे रहते हैं। कभी रोगी के रिश्तेदार से दुर्व्यवहार, तो कभी अधीनस्थ कर्मचारी से बदसलूकी को लेकर डॉ. आचार्य विवादों में रहे हैं। अब एक और विवाद के साथ उनका नाम जुड़ गया है। एक कैंसर पीड़ित कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार को लेकर अधीक्षक डॉ. आचार्य के नाम पर बलांगीर टाउन थाना में शिकायत दर्ज हुई है। केवल दुर्व्यवहार ही नहीं, बल्कि अस्पताल के संचालन में भी वे असफल रहे हैं। अधीक्षक के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद उनका तत्कालीन सीडीएमओ डॉ. सुज्ञध्य मिश्र के साथ विवाद देखा गया था। वहीं अभी के भी सीडीएमओ के साथ उनका अच्छा संबंध नहीं है।
इसके चलते मेडिकल कॉलेज में अनेक अनियमितता होने की शिकायत हो रही है। प्रथमत: मेडिकल कॉलेज में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को उन्होंने बहिष्कार कर दिया था। कर्मचारी को बहिष्कार तो किया, किन्तु नयी नियुक्ति नहीं दी। ऐसे में मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभाग में कोई अटेंडेंट अथवा स्वीपर नहीं है, जिसके चलते अस्पताल में काफी असुविधा हो रही है। इससे पहले डीएचएच होने के समय बलांगीर अस्पताल में जितनी परीक्षाएं होती थी, अब मेडिकल कॉलेज होने के बाद उसमें से कम परीक्षाएं हो पा रही है। इसके पीछे का कारण निजी पैथोलेब मालिकों के पास अनुग्रहित होकर अधीक्षक डॉ. आचार्य द्वारा पैथोलॉजी विभाग निष्क्रिय किए जाने की शिकायत हो रही है। महंगी रक्त परीक्षा आदि सरकारी अस्पताल के बदले निजी पैथोलॉजी में कराने के लिए लोगों को मजबूर कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के विभिन्न महत्वपूर्ण विभाग में लगी न तो एसी (वातानुकूलित मशीन) काम कर रही है, और ना ही अस्पताल की ठीक से सफाई हो रही है। शिकायत हो रही है कि एक निश्चित समूह के कुछ युवक नये एसी को अपने घर ले जाकर उसके बदले पुरानी एसी को अस्पताल में लगा दिया है। इस मामले में अधीक्षक के नाम पर भी शिकायत है। इसकी उच्च स्तरीय जांच करने की आवश्यकता है। पिछले महीने स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास के बलांगीर जिला दौरा के समय कई लोगों ने अधीक्षक के क्रियाकलाप को लेकर शिकायत की थी। परंतु बलांगीर के एक नेता द्वारा अपने स्वार्थ के लिए अधीक्षक के अंदरुनी तरीके से सुरक्षा दिए जाने की शिकायत हो रही है। इसको लेकर जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है। वहीं अब सारती बाग नामक एक चौथी श्रेणी महिला कर्मचारी ने अधीक्षक डॉ. आचार्य के नाम पर दुर्व्यवहार करने, जान से मारने की धमकी देने एवं जाति को लेकर आक्षेप करने की टाउन थाना में शिकायत की है। यह एक एट्रोसिटी मामला होने के कारण सदर एसडीपीओ को जांच का दायित्व दिया गया है। इस प्रसंग पर पूछे जाने पर अधीक्षक डॉ. नारायण आचार्य ने कहा कि मैं अभी बाहर जा रहा हूं, इसलिए अभी कुछ भी नहीं कह सकता।