ठेकेदार काम में बिना वजह देरी कर रहे हैं उनके विरूद्ध अनुबंध के अनुसार कार्यवाही करें- कलेक्टर
1 min read- गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने निर्माण एजेंसियों की बैठक लेकर पूर्ण -अपूर्ण एवं प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा की निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूर्ण करने के दिए निर्देश
- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद। गरियाबंद कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिले के सभी निर्माण एजेंसियों की बैठक लेकर जिले में चल रहे पूर्ण – अपूर्ण एवं प्रगतिरत निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ समय-सीमा के भीतर पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि निर्माण एजेंसी द्वारा निर्माण कार्यों में कोई परेशानी आती है उसकी जानकारी साझा करें। जिससे संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों और जिला प्रशासन के माध्यम से दूर किया जाएगा। जिले के स्कूल, हॉस्टल, कॉलेज, आश्रम – छात्रावासों एवं अन्य शासकीय कार्यालयों के रंगाई- पोताई और निर्माण जीर्णोद्धार के कार्य चल रहे है। उन कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि ठेकेदारों से इन कार्यों को समय-सीमा के अंदर काम करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि जो ठेकेदार काम में बिना वजह देरी कर रहे हैं उनके विरूद्ध अनुबंध के अनुसार कार्यवाही करें। इसमें किसी प्रकार की कोताही न बरते। सभी निर्माण कार्यो में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखे। ईई से लेकर सब इंजीनियर तक सभी लगातार फील्ड का दौरा कर कामों की क्वालिटी मॉनिटरिंग करें। यदि अंतर्विभागीय समन्वय में कहीं समस्या आती है तो तत्काल मामले को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाएं जिससे उसका निराकरण किया जा सके। इसके कारण काम की गति प्रभावित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बैठक में निर्माण कार्यों के भू-अर्जन से जुड़े मामलों की भी जानकारी ली। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि कामों का समय-सीमा के भीतर पूरा होना जरूरी है, जिससे लोगों को इन निर्माण कार्यों का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि बारिश शुरू होने से पहले निर्माण कार्य पूरी गति से पूर्ण किए जाए। जिले में चल रहे सड़कों और भवनों के काम की विस्तार से समीक्षा की। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने डब्ल्यूआरडी, आरईएस, हाउसिंग बोर्ड,सीजीएमएससी, सीएसपीडीसीएल, क्रेडा विभाग, पीडब्ल्यूडी, ब्रिज, नेशनल हाईवे, एडीबी, पीएमजीएसवाय के निर्माण कार्यों की समीक्षा कर समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।