गोबरा में 10 साल पहले हुए आश्रम चोरी का मामला थमा भी नहीं है और पीएमजीएसवाई सड़क विभाग ने कर दिया एक नया कारनामा
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- मैनपुर से गोबरा की दूरी 16 किमी पर मील के पत्थर में भाठीगढ़ को बता दिये गोबरा
मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से बिहड़ जंगल के भीतर 16 किमी दूर बसे विशेष पिछड़ी जनजाति कमार आदिवासी ग्राम बड़ेगोबरा में आदिवासी बालक आश्रम चोरी होने के मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है और दूसरी ओर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना द्वारा एक नया कारनामा देखने को मिल रहा है जिसको लेकर भी ग्रामीणो में आक्रोश देखा जा रहा है।
मैनपुर से गोबरा 16 किमी दूर है इस सड़क में मील का पत्थर एक माह पहले लगाया गया है जिसमें मैनपुर से बड़ेगोबरा की दूरी महज 05 किमी बताई गई है और ग्राम पंचायत भाठीगढ़ के अंतिम छोर भटगांव रास्ता के पास बड़ेगोबरा मील पत्थर में बता दिया गया है जबकि यहां से लगभग 10 किमी दूर में गोबरा ग्राम बसा है।
अब इस मील पत्थर के माध्यम से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना द्वारा भ्रमक व गलत जानकारी दिये जाने की खबर लगते ही ग्रामीणो में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है ग्रामीणो ने कहा आज से 10 वर्ष पहले जब गोबरा आश्रम भवन निर्माण के लिए लाखो रूपये राशि स्वीकृत हुआ तब उस समय तत्कालीन अधिकारियों द्वारा भ्रमक जानकारी देकर गोबरा के बजाय आश्रम को दूसरे ग्राम पंचायत भाठीगढ़ में निर्माण करवा दिया गया जिसका खामियाजा क्षेत्र के विशेष पिछड़ी कमार आदिवासी बच्चे अब तक भुगत रहे है अब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियो द्वारा गलत जानकारी देते हुए भाठीगढ़ के आश्रित ग्राम भटगांव को ही मील पत्थर में गोबरा बताया जा रहा है जिस पर कई ग्रामीणो ने सवाल उठाते हुए जमकर नराजगी जताते हुए गरियाबंद जिले के कलेक्टर प्रभात मलिक से मांग किया है कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जाॅंच करवाई जाये और दोषियो पर कार्यवाही किया जाये।
क्या कहते है गोबरा के सरपंच
ग्राम पंचायत गोबरा के सरपंच रामस्वरूप मरकाम ने बताया मैनपुर से गोबरा 16 किमी है लेकिन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना द्वारा जो मील का पत्थर लगाया गया है उसमें मैनपुर से गोबरा 05 किमी दर्शाया गया है जो पूरी तरह गलत है इसकी जाॅच होनी चाहिए।