मछली मारने गये आदिवासी की हत्या मामले में मध्यप्रदेश शासन द्वारा कोई कदम न उठाने पर वन मंत्री ने जताया ऐतराज
- वन मंत्री श्री अकबर ने 24 घंटे में लिखी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज को एक और चिट्ठी
- रायपुर, 14 सितम्बर 2020
छत्तीसगढ़ के वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को एक और चिट्ठी लिखी है। 24 घंटे के अंदर लिखी गई इस दूसरी चिट्ठी में उन्होंने इस बात पर एतराज किया है कि कवर्धा के एक आदिवासी के मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा हत्या करने को उन्होंने संज्ञान नहीं लिया। श्री अकबर ने एक दिन पहले लिखी गई चिट्ठी का हवाला देते हुए कहा है यह मामला बेहद गंभीर है अभी तक मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है। वन मंत्री श्री अकबर ने कहा कि 6 सितंबर को मध्यप्रदेश पुलिस ने छत्तीसगढ़ के एक निर्दोष आदिवासी की हत्या कर दी और दूसरे आदिवासी की हत्या का प्रयास किया, जो बेहद गंभीर मामला है।
उन्होंने कहा कि इससे छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। वन मंत्री श्री अकबर ने उनके द्वारा पहले लिखी गई चिट्ठी पर कार्रवाई न होने पर निराशा जाहिर की। उन्होंने श्री शिवराज से अनुरोध किया कि इस संवेदनशील प्रकरण में उच्च स्तरीय जांच तत्काल की जाए और छत्तीसगढ़ सरकार को इसकी जानकारी मुहैया कराई जाए।
गौरतलब है कि 6 सितंबर को कबीरधाम के बोड़ला ब्लॉक में दो आदिवासी झाम सिंह और नेम सिंह मछली मारने जंगल गए है। मध्यप्रदेश पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की जब वे भागे तो उन्हें गोली मार दी। झाम सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि नेम सिंह किसी तरह जान बचाकर आ पाया। मध्यप्रदेश पुलिस ने इस निर्दोष आदिवासी को नक्सली बता दिया। इस बीच नेम सिंह ने स्थानीय थाने में इसकी शिकायत की। जिसके बाद मामले की हकीकत सामने आई। इस घटना के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ के वन मंत्री और स्थानीय विधायक श्री मोहम्मद अकबर ने कलेक्टर से मामले की रिपोर्ट तलब की। कलेक्टर ने जांच में कई ऐसे सबूत पाए जिससे पता चलता है कि मामला निर्दोष आदिवासी की हत्या का है।