निषाद समाज की इतिहास बहुत ही गौरवशाली है जो सभी धर्म ग्रँथों में पढ़ने एव सुनने को मिलता है: दान सिंह निषाद
वार्षिक अधिवेशन बुधवार को छ ग निषाद समाज 18 पाली भसेरा चक के आश्रित गांव पसौद फिंगेश्वर में अधिवेशन सम्मपन्न हुआ। अधिवेशन में मुख्य रूप से निषाद समाज के मुखिया दानसिग निषाद ने सभा सँबोधित को करते हुए कहा कि निषाद समाज की इतिहास बहुत ही गौरवशाली है जो सभी धर्म ग्रँथों में पढ़ने एव सुनने को मिलता है जिसके हम सब वँशज हैं। निश्चित हम सभी की दायित्व है कि इस इतिहास को बनाये रखने के लिए निषाद राज के बताए आदर्श पर अनुकरण करते हुए सम्मपूर्ण निषाद समाज को नशा मुक्त होकर समाज सगठन के साथ सम्मपूर्ण विकास की ओर बढ़े ।
समाज को सुखी राम निषाद अध्यक्ष चौरासी क्षैत्र फिगेश्वर, श्याम लाल निषाद सँरक्षक गरियाबंद तथा भीखम निषाद ने भी समाज में नशा मुक्त करने की बात की गई।
बैठक में 700 सौ से अधिक सँख्या में पदाधिकारी एवं पसौद गांव प्रमुख सुरेश निषाद, गँगा राम निषाद सहित क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित हुए। बैठक में क्षेत्रीय अध्यक्ष केजऊ राम निषाद ने स्वागत भाषण में सभी का अभिनंदन किया। मँच का सँचालन छेरकू राम निषाद ने किया।बैठक में क्षेत्रीय अध्यक्ष मोती राम निषादखुटेरी, नरेश निषाद, अकलवारा, कैलाश निषाद फिगेश्वर, पिताम्बर निषाद सरकडा पाण्डुका, कालूराम निषाद नवागढ़,
जिला सालिक राम निषाद, बलराम निषाद, सिरपुर क्षेत्र नीलकण्ठ निषाद, हथखोज क्षेत्र सचिव देवानन्द निषाद, कुण्डेल धमतरी क्षेत्र ढेलूराम निषाद, रावड क्षेत्र कुजलाल निषाद, महादेव घाट नीलसिह निषाद एव समस्त क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष सहित पदाधिकारी मौजूद रहे।