पब्लिक है सब जानती है… झूठ का सहारा लेकर सत्ता सुख भोगने की चाहत रखने वाले महापौर को सत्य का सामना तो करना ही होगा
1 min read- भाजपाई पार्षदों ने चुटिकयां लेते हुए कहा कि बेगानी शादी में अब्दुल्ला दिवाना…
- इस मामले की आवाज राजनीतिक गलियारें ही नहीं शहर और राजधानी में भी गूंजी
- बना राजनीतिक इच्छाशक्ति के विकास और समस्याओं का समाधान संभव नहीं : बीजेपी
- भिलाई, रायपुर, दुर्ग
भिलाईनगर महापौर देवेंद्र यादव के खिलाफ इधर महीनेभर से भाजपाइयों ने मोर्चा खोल दिया है। वे श्री यादव से पांच साल में किये गए मुख्य पांच कामकाज का लेखा-जोखा मांग रहे हैं। यह उनका हक भी है। यह सच भी है कि अब महापौर का कार्यकाल अंगूलियों पर गिन सकते हैं। पांच मुख्य कामकाज को लेकर भाजपा पार्षदों ने कुछ दिनों पहले ही युवा सोच का पांच काम को लेकर…शहर में बैनर भी लगाया था। माहौल इतना बिगड़ा की पार्टी के कुछ शरारतीत्तवों ने बैनर को फाड़ दिया। भाजपा पार्षदों को प्रेसवार्ता लेकर थाने में रिपोर्ट भी लिखवानी पड़ी। इसे लेकर राजनीतिक गलियारें ही नहीं शहर और राजधानी में भी इसकी आवाज गूंजी। अब फिर से युवा सोच का पांच काम पूछन का मामला गरमा गया है। भाजपा पार्षद र्इंट से र्इंट बजाने के लिए कमर कस लिए है। यहां तक कि कुछ मामले को लेकर पार्षद महापौर के खिलाफ न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए भी तैयार हो गए हैं। अब देखना है कि ऊंट किस तरह करवट लेता है।
देखा जाए तो पांच साल पूरा होने जा रहे कार्यकाल में उनकी युवा सोच का पांच काम पूछने वाले नगर पालिक निगम भिलाई के भाजपा पार्षदों का दल जवाब लिए पीछा नहीं छोड़ेगा। इस बार उन्होंने महापौर की ओर से शहरवासियों को परोसे कथित झूठ पर पलटवार किया है। एक कार्यक्रम के दौरान भाजपाई पार्षदों ने चुटिकयां लेते हुए कहा कि बेगानी शादी में अब्दुल्ला दिवाना…
पार्षद भोजराज सिन्हा, मनोज यादव, दीपक रावना, शिव प्रकाश शिबू, रंग बहादुर, जोगिंदर शर्मा और छोटे लाल चौधरी ने आरोप लगाया है कि महापौर भाजपा नेताओं के सौजन्य से मिले पूर्व के विकास कार्यों के तोहफे कोअपना बता रहे हैं। महापौर और उनकी मशीनरी ने कभी ये जानने और समझने की कोशिश ही नहीं की कि जनता क्या चाह रही है? अब जनता भी इनकी सचाई जान गई है। इन्होंने पांच साल केवल व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए समस्याओं को हल करने में समय काट दिया है। बिना राजनीतिक इच्छाशक्ति के विकास और समस्याओं का समाधान संभव नहीं है। झूठ का सहारा लेकर सत्ता सुख भोगने की चाहत रखने वाले महापौर को सत्य का सामना तो करना ही होगा। अगर महापौर सच का सामना करने से घबरा रहे हैं जैसा कि सोशल मीडिया के माध्यम से दिए उनके जवाब से जाहिर है, तो उनके भक्त काम गिना सकते हैं। जनता काम का हिसाब पूछेगी और आगे सवाल भी।
शहर की पांच असलियत
सरकारी सीबीएसई अंग्रेजी माध्यम स्कूल किसकी देन…
पूरा शहर जानता है कि खुर्सीपार बालाजी नगर और सेक्टर-6 का सरकारी सीबीएसई अंग्रेजी माध्यम स्कूल पांडेय की देन है। 25 जुलाई 2018 को पांडेय ने इसका लोकार्पण किया था। तब उन्होंने कहा था कि यह शासकीय सीबीएसई इंग्लिश मीडियम स्कूल गरीब बच्चों के लिए किसी आईआईटी से कम नहीं है। कल इसी स्कूल से ऐसे कई प्रतिभावान बच्चे पढ़कर भिलाई का रोशन करेंगे जो किसी जिले के कलेक्टर, एसपी या फिर अन्य किसी बड़े पद पर आसीन होंगे। इतना ही नहीं पाण्डेय के प्रयास से दुर्ग जिले के 5 विकासखण्डों में कुल 10 शासकीय स्कूलों को सीबीएसई इंग्लिश मीडियम स्कूल में अपग्रेड किया गया है।
क्रिकेट स्टेडियम का चरणबद्ध विकास किसकी देन…
वैशाली नगर क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड वार्ड 26 में 1.37 करोड़ रुपए की लागत से बने जिस फ्लड लाइट क्रिकेट स्टेडियम को महापौर अपनी उपलब्धि गिना रहे हैं, उसकी भी शुरुआत भाजपा शासन कायर्काल में हुई। 2004-05 में दर्शक दीर्घा और कुछ कमरे का निर्माण हुआ। 2007-08 में समाजसेवियों की मदद से जाली लगाई गई। इसके बाद पूर्व महापौर निमर्ला यादव रके कायर्काल में ही स्टेडियम का चरणबद्ध विकास व विस्तार का भूमिपूजन किया गया था। तब से कार्य प्रगति पर था।
पुराने भवन का रंगरोगन और नाम बदलकर …
महापौर देवेंद्र यादव पावर हाउस में जिस मदर मार्केट को अपनी उपलब्धि बता रहे हैं दरअसल उसका भी निर्माण 30 साल पहले 1990-91 में भाजपा शासन काल में हुआ था। महापौर अब 1.27 करोड़ से रंगरोगन करवाकर झूठी वाहवाही लूटने में लगे हैं। 21 जनवरी 2020 को हुई महापौर परिषद की बैठक के प्रस्ताव क्रमांक-23 में स्वयं लिखा है कि यह भवन काफी पुराना है। स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी टेस्ट कराए जाने के बाद पूर्व निर्मित भवन के ऊपर प्रथम तल निर्माण किए जाने योग्य पाये जाने पर ही निर्माण करने की शर्त पर तकनीकी स्वीकृति दी गई है।
रियायती दर पर मांगलिक भवन उपलब्ध …
मांगलिक भवन प्रेमप्रकाश पांडेय की देन है। इसके लिए 23 दिसंबर 2017 को ही शासन की स्वीकृति मिल गई थी। यह कार्य वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन की अनुसंशित सूची में भी था। 3.17 करोड़ का यह पं. दीनदयाल मांगलिक भवन नेहरू नगर में इसाई कब्रिस्तान के पीछे प्रस्तावित था। भाजपा के इन वरिष्ठ नेताओं की सोच थी कि निगम का सवर्सुविधायुक्त मांगलिक भवन होने से लोगों को पारिवारिक व सामाजिक आयोजनों के लिए रियायती दर पर भवन उपलब्ध हो सकेगा। देवेंद्र ने इसका स्थल परिवर्तन कराने संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास को पत्र लिखने 26 मार्च 2018 को आयुक्त को निर्देशित किया था।
पूरे शहर में ढिंढोरा पीट दिया कि … मोबाइल मेडिकल यूनिट
महापौर ने अभी पांच दिन पहले ही पूरे शहर में ढिंढोरा पीटा कि 10 अक्टूबर से मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना शुरू हो रही है। लोगों को अब उनकी बस्ती, मोहल्ला, पारा में ही चिकित्सा की उन्नत सेवा मेडिकल मोबाइल यूनिट के माध्यम से मिलेगी। उन्होंने तो 10 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर तक पूरे महीनेभर के शिविर की घोषणा तक कर डाली, जबकि मोबाइल वेन अभी तक भिलाई पहुंचा ही नहीं है। वार्ड 17, वार्ड 21, वार्ड 1, वार्ड 36, वार्ड 11, वार्ड 20, वार्ड 2, वार्ड 30 ये आठों वार्डों के नागरिक इंतजार करते रहे गए। जबकि 2 जून 2018 को तत्कालीन कैबिनेट मंत्री पांडेय ने खुर्सीपार में तीन चलित चिकित्सा मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू की थी जिससे रोजाना 80 से 120 लोगों को प्राथमिक उपचार सुविधा मिलती रही है। अब तक हजारों लोग इससे स्वास्थ्य लाभ ले चुके हैं।
पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है सब जानती है… यह कहावत आज चरितार्थ हो रहा है। आज भाजपा के पार्षद हिसाब मांग रहे हैं कल आने वाले समय में जनता हिसाब मांगेगी. लोकतंत्र में इसका जवाब तो देना ही होगा, नहीं तो समय दूर नहीं है…?