मैनपुरकला प्राथमिक शाला एवं मिडिल स्कूल का छत बेहद जर्जर, लगातार बारिश से कमरों के भीतर रिस रहा पानी, दुर्घटना की अंदेशा
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- कीचन शेड के चुल्हे में आग जलाना मुश्किल, छाता लेकर मध्याह्न भोजन बनाना पड़ रहा है और शौचालय, मुत्रालय की स्थिति बेहद गंभीर
- शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जानकारी के बावजूद है किसी गंभीर दुर्घटना का इंतजार
गरियाबंद । राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए लाखों, करोड़ों रूपये पानी की तरह खर्च किया जा रहा है, स्कूल जतन योजना के तहत जिले में 90 करोड़ की भारी भरकम राशि आबंटित किये जाने के बावजूद क्षेत्र के अधिकांश स्कूल भवनों की हालत बद से बदतर हो गई है और पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही झमाझम बारिश से जर्जर स्कूलों की हालत बेहद खराब हो चली है।

स्कूलों भवनों के भीतर झरने की तरह पानी बह रहा है यहां पढ़ाई करने वाले बच्चे जान जोखिम में डालकर अपने सुनहरे भविष्य गढ़ रहे है जिससे कभी भी गंभीर दुर्घटना की अंदेशा बनी हुई है और यह सब जानकारी शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अफसरों को होने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। बल्कि समस्या का स्थाई समाधान करना छोड़ अपने अधिनस्थ कर्मचारियों को ही समाचार प्रकाशन के बाद उन पर नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं ऐसा मामला मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में निकलकर सामने आ रहा है। तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 02 किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत मैनपुरकला में वर्ष 2004-05 में लगभग 08 लाख रूपये की लागत से पूर्व माध्यमिक शाला भवन का निर्माण किया गया था और यह भवन बेहद ही जर्जर हो गया है। इस भवन के तीन कमरों में क्रमशः 06 वी, 07 वी,08 वी की कक्षाएं संचालित हो रही है साथ ही स्टाप रूम भी है सभी कमरे बेहद जर्जर हो गये हैं। भवन के छत इतना जर्जर हो गया है कि लगातार बारिश से कक्षा के भीतर झरने की तरह पानी का गिर रहा है जिससे कमरे के भीतर बैठकर पढाई करने वाले छात्र छात्राओं के कपड़े और पुस्तक काफी तक भींग कर खराब हो जा रहे हैं। इसकी जानकारी ग्रामीणों के द्वारा दो वर्ष पहले ही जर्जर स्कूल भवन के बारे में देते हुए मरम्मत की मांग किया गया था लेकिन तहसील मुख्यालय से महज 02 किलोमीटर दुर अब तक जिम्मेदार अफसर नही पहुंच पाये है और न ही स्कूल का निरीक्षण कर पाये है, जिसके कारण जर्जर स्कूल भवन का मरम्मत भी नही हो पाया है।

इस पूर्व माध्यमिक शाला में कुल दर्ज संख्या 71 छात्र छात्राओं की है और यहां के बच्चों को पढ़ाने के लिए तीन शिक्षको की व्यवस्था किया गया है। इस विद्यालय का कीचन शेड की स्थिति तो बेहद ही खराब हो गई है। कब टुटकर गिर जाये कहा नहीं जा सकता। कीचन शेड में लगातार पानी के रिसाव के कारण चुल्हे में आग जलाना मुश्किल हो गया है। माध्यन भोजन बनाने वाले समूह की महिलाए छाता लगाकर माध्यन भोजन बनाने विवश हो रहे हैं।
- क्या कहते हैं शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष
शाला प्रबंधन एंव विकास समिति के अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बघेल ने बताया कि पूर्व माध्यमिक शाला मैनपुरकला की भवन बेहद जर्जर हो गया है जान जोखिम में डालकर यहां छात्र छात्राएं पढ़ाई करने विवश हो रहे है पूर्व में कई बार इस समस्या से स्थानीय मैनपुर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अवगत करा चुके है लेकिन अब तक समस्या का समाधान नही हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि छत का टुकड़ा टुट टुटकर गिर रहा है जिससे कभी भी गंभीर दुर्घटना घटने की अंदेशा है तत्काल स्कूल भवन की मरम्मत करवाई या फिर स्कूल के छत के उपर पॉलिथिन अस्थाई रूप से लगाया जाये।
- प्राथमिक शाला भवन में पानी के रिसाव के कारण बिजली के करंट फैलने का अंदेशा
माध्यमिक शाला मैदान में ही लगभग 20 वर्ष पुराना जर्जर हो चुके भवन में शासकीय प्राथमिक शाला मैनपुरकला का संचालन किया जा रहा है। इस विद्यालय में 86 छात्र छात्राए अध्यनरत है और सभी कमरों में पानी लगातार टपक रहा है। टुटी छत दीवारों में दरार खिड़कियों के अंदर आता बारिश का पानी यह आम बात है और तो और बिजली के मीटर के उपर जर्जर छत से पानी का रिसाव हो रहा है जिससे कभी कभी विद्यालय में करंट फैलने का अंदेशा बना हुआ है, यहां बच्चे जान जोखिम मे डालकर पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के तमाम दावों की तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 02 किलोमीटर दुर मैनपुरकला के जर्जर प्राथमिक और मिडिल स्कूल में खुल रहा है। लगातार बारिश के कारण यहां बच्चों को पढ़ाई करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है।
- टुटे पुल को पार कर हाईस्कूल आते हैं मैनपुरकला के बच्चे
मैनपुरकला मार्ग में पुल 06 वर्ष पहले टुट चुका है और लगभग 20 से 25 फीट गहरे गड्ढे हो गये हैं। इस खतरनाक नदी और पानी में जान जोखिम में डालकर दर्जनभर से ज्यादा छात्र छात्राए हाईस्कूल के शिक्षा ग्रहण करने प्रतिदिन मैनपुर पहुंच रहे हैं।
- क्या कहते है पूर्व जिला पंचायत सदस्य
पूर्व जिला पंचायत सदस्य एंव ग्राम के वरिष्ठ नागरिक सियाराम ठाकुर ने कहा कि मैनपुरकला प्राथमिक और मिडिल स्कूल भवन बेहद जर्जर हो गया है। यहां के बच्चे जान जोखिम में डालकर पढाई करने विवश हो रहे है, कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियो को पूर्व में समस्या से अवगत करा चुके है लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। श्री ठाकुर ने कहा कि समाचार प्रकाशन के बाद फिर अफसर एक बार आऐंगे और आश्वासन देकर चले जायेंगें। उन्होंने कहा कि स्कूल जतन के नाम पर लाखों, करोड़ों रूपये जिले को प्राप्त हुआ लेकिन मैनपुरकला के प्राथमिक और मिडिल स्कूल का क्यों मरम्मत नही किया गया।
- क्या कहते है युवा नेता
मैनपुरकला के युवा नेता तनवीर राजपुत ने बताया कि जर्जर स्कूल भवन में छत का पानी बिजली के मीटर के उपर गिर रहा है जिससे कभी भी करंट फैलने का अंदेशा है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक शाला में शौचालय और मुत्रालय तक की व्यवस्था नहीं है।
