कोरोना मामले में घुटनों पर आई प्रदेश सरकार को अब पीएम मोदी की तैयारियों व फैसलों की अहमियत समझ आ रही : भाजपा
1 min read- भाजपा प्रवक्ता ने मंत्री चौबे के केंद्र सरकार पर लॉकडाउन को लेकर सुझावों का आदान-प्रदान बंद करने पर रंज जताने पर हैरानी जताई
- बड़बोलेपन का भद्दा प्रदर्शन कर बघेल ने राहुल के टिप्स के सहारे प्रदेश को कोरोना मुक्त रखने का दावा कर सारे अधिकार मांगे थे
- केंद्र से मिले अधिकार के दुरुपयोग से प्रदेश में कोरोना की दहशत और मातम पसरा, गली-मुहल्लों में मौतों का करुण क्रंदन सुनाई दे रहा
- जहाँ कोरोना संक्रमण की दर कम है, वहाँ लॉकडाउन है, और राजधानी में हज़ारों मामले रोज़ सामने आने पर भी इसकी ज़रूरत महसूस नहीं हो रही : शिवरतन
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रदेश के कृषि मंत्री रवीन्द्र चौबे द्वारा केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन को लेकर सुझावों का आदान-प्रदान बंद करने पर रंज जताने पर हैरानी जताई है। श्री शर्मा ने कहा कि इससे यह तथ्य अब आईने की तरह साफ हो गया है कि प्रदेश सरकार कोरोना की रोकथाम में बुरी तरह विफल होकर घुटनों पर आ गई है और अब उसे फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना की रोकथाम के लिए की गई रणनीतिक तैयारियों की अहमियत समझ आ रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने प्रदेश के कृषि मंत्री चौबे और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयानों में विरोधाभास को लेकर प्रदेश सरकार को ‘कन्फ़्यूज़्ड सरकार’ बताया और कहा कि इस सरकार ने अपनी अंदरूनी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते प्रदेश को कोरोना के मामले में सबसे बदतर हालत में ला पटका है।
श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री चौबे को इस बात पर ज़रा तो शर्म महसूस करनी चाहिए कि लॉकडाउन को लेकर केंद्र सरकार के फैसले को ग़लत बताकर प्रलाप करने वालों को इस बात की पीड़ा हो रही है कि केंद्र सरकार उनको कोई सुझाव नहीं दे रही है। श्री शर्मा ने कहा कि अपने बड़बोलेपन का भद्दा प्रदर्शन करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी के टिप्स के सहारे छत्तीसगढ़ को कोरोना मुक्त रखने का दावा किया था और लॉकडाउन, कंटेनमेंट ज़ोन, रेड-येलो-ग्रीन ज़ोन तय करने का अधिकार मांगा था, ताकि शराब की कोचियागिरी और अपनी मनमानियाँ करने की छूट मिल सके। तब पूरी प्रदेश सरकार और कांग्रेस के नेता उसी सुर में सुर मिलाकर प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रति अपमानजनक टिप्पणियाँ तक कर रहे थे। आज पूरा प्रदेश कांग्रेस सरकार के उन्हीं कर्मों के चलते संकट में है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार से अधिकार मिलने के बाद आज प्रदेश को कोरोना संक्रमण के मामले में सबसे बदतर हालत में लाने के बाद प्रदेश के मंत्री चौबे किस मुँह से केंद्र सरकार से सुझाव का आदान-प्रदान बंद होने पर शिकायत कर रहे हैं? केंद्र सरकार से अधिकार लेकर भी प्रदेश सरकार आज अपने नाकारापन के चलते कोरोना के मोर्चे पर कोई ठोस व कारग़र पहल करने में लाचार दिख रही है, अलबत्ता उसने केंद्र से अधिकार मांगकर उसका इस क़दर दुरुपयोग किया कि आज पूरे प्रदेश में कोरोना की दहशत और मातम पसर गया और हर गली-मुहल्ले से मौतों का करुण क्रंदन सुनाई दे रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि कृषि मंत्री चौबे को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि जब उन्हें लॉकडाउन का कोई विशेष महत्व नहीं नज़र नहीं आ रहा है तो फिर ज़िलेवार लॉकडाउन क्यों जारी है? प्रदेश सरकार की समझ और सूझबूझ की दयनीय दशा तो यह है कि जहाँ कोरोना संक्रमण की दर कम है, वहाँ तो उसने लॉकडाउन कर रखा है, और राजधानी में जहाँ हज़ारों मामले रोज़ सामने आ रहे हैं, प्रदेश सरकार को वहाँ लॉकडाउन की ज़रूरत महसूस नहीं हो रही है! प्रदेश सरकार तो अपने स्वास्थ्य मंत्री को ही विश्वास में लेकर नहीं चल रही है, जबकि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को विश्वास में लिया जाना चाहिए।