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April 10, 2025

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सचिव संघ की हड़ताल 20 दिनों से जारी, 21 अप्रैल से जंतर मंतर मैदान दिल्ली में करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल

  • शेख हसन खान, गरियाबंद 

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में पंचायत सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल और तेज होती जा रही है। अपनी एक सूत्रीय मांग शासकीयकरण को लेकर पिछले 20 दिनों से हड़ताल पर है। सचिव संघ ने छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाया है। तहसील मुख्यालय मैनपुर जनपद पंचायत के सामने सचिव संघ का हड़ताल लगातार जारी है। आंधी तूफान और बारिश के बीच सचिव संघ हड़ताल स्तर पर डटे रहे तो वहीं दूसरी ओर अपने एक सूत्रीय मांग नियमितीकरण को लेकर अब सभी ब्लाॅक मुख्यालय में सचिव संघ नंगाड़ा बजाकर सरकार को जगायेंगे।

भूख हड़ताल सहित हनुमान चालीसा का भी आयोजन किया गया है। 02 अप्रैल से 21 अप्रैल तक शरणबद्ध आंदोलन का शेड्यूल बनाया गया है मांग पूरी नही होने तक सचिव संघ द्वारा 21 अप्रैल से जंतर मंतर मैदान दिल्ली में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठेंगे। हम आपको बता दे प्रदेश पंचायत सचिव संघ के निर्देश पर 17 मार्च से सचिव संघ द्वारा सभी ब्लाॅक मुख्यालय में अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। इस मौके पर प्रमुख रूप से अनिश्चितकालीन हड़ताल में मैनपुर ब्लॉक अध्यक्ष पंचायत सचिव संघ प्रेमलाल ध्रुव, त्रिवेंद्र नागेश,दसरू जगत,अनिला नेताम, भोलाराम चक्रधारी, रामेश्वर ध्रुव पालिस राम नेताम, संजय राजपूत, तुकाराम नायक, घनश्याम नागेश, योगेंद्र यादव,सालिक राम पटेल, ओम प्रकाश कोमर्रा, कुलदीप मरकाम, निर्मल देशमुख, भूपेंद्र नेताम, मनोज साहू, डिगेश्वर यादव, लक्ष्मी नाथ ध्रुव, संजय नंदलाल, सत्य रंजन हंसराज, विनोद बिहारी, चंपेश्वर दास वैष्णव, अशोक महंती,संतोष गुप्ता,परमेश्वर सेठी, अब्दुल सलाम खान, कैलाश यादव, डोमेश्वरी महिलाँगे,उपेंद्र नेताम, भुनेश्वर यादव, कैलाश ठाकुर, सहित जनपद पंचायत के सभी सचिव मौजूद रहे।

  • शासकीयकरण एक सूत्रीय मांग को लेकर आंदोलन

हड़ताली पंचायत सचिव अपनी सिर्फ एक ही मांग शासकीयकरण को लेकर आंदोलन कर रहे हैं उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के पूर्व मोदी की गारंटी के रूप में हमारी मांग को शामिल किया गया, घोषणा पत्र के 7 वे नंबर पर रखा गया था , 400 दिन बीत जाने के बाद आज तक सरकार में कुछ नहीं किया सरकार लगातार आश्वासन देती रही है लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। मजबुरन सचिव संघ द्वारा आंदोलन किया जा रहा है।

  • ग्राम पंचायतों में नया सरपंचों ने पदभार ग्रहण नहीं किया है, विकास कार्य हो रहे ठप्प

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद से सचिव संघ के द्वारा हड़ताल किये जाने के कारण ग्राम पंचायतो के नवनिर्वाचित सरपंचो द्वारा अभी तक पदभार ग्रहण नही किया गया है जिसके कारण नवनिर्वाचित सरपंच चाहकर भी गांव में विकास कार्य नही करा पा रहे है और भीषण गर्मी में पेयजल जैसी समस्या कई जगह उत्पन्न हो गई है। इधर हड़ताल से ग्राम पंचायतो का कामकाज ठप हो गया है । ग्रामीणों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में दिक्कते आ रही है। ग्राम पंचायतो में मनरेंगा योजना के तहत कार्य नही चल पा रहे है।