हाथियों के दल ने रातभर में नवागढ़ क्षेत्र में धान के फसलों को रौंदा, खेत में बने झोपड़ी भी उखाड़ फेंका
- डीएफओ गरियाबंद मयंक अग्रवाल देर रात समाचार लिखे जाने तक भीरालाट जंगल में वन अमला के साथ मौजूद थे
मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से 15 किलोमीटर दुर वन परिक्षेत्र धवलपुर में रविवार को हाथियों के दल ने एक बार फिर दस्तक दिया। इस बार हाथियों के दल में 28 से 30 हाथियों की संख्या है, जिसमें तीन शावक बताए जा रहे है, वन विभाग का अमला लगातार हाथियों के गतिविधियाें पर नजर रखे हुए है। रविवार देर रात 12 बजे के आसपास हाथियों का दल नेशनल हाईवे के किनारे बिन्द्रानवागढ बस्ती के समीप पहुच गया और रबि फसल में धान के फसलों को रौंदा जमकर नुकसान पहुंचाया खेत में बने झोपड़ी लारी को तोड डाला। हाथियों के दल एकाएक बिन्द्रानवागढ़ बस्ती के नजदीक पहुंच जाने से ग्रामीणो में दहशत देखने को मिला।
हाथियों का दल धीरे धीरे गरियाबंद के तरफ बढ़ रहा है और वन विभाग के पुरा अमला हाथियों के हर गतिविधियाें पर नजर रखे हुए है कि कही ग्रामीणाें को नुकसान न पहुंचाए बकायदा गांवो में लगातार मुनादी करवाया जा रहा है। लोगों को अकेले जंगल की तरफ नही जाने की अपील किया जा रहा है। हाथी मित्रदल के सदस्य भी वन विभाग के साथ लगातार हाथियों के हर मुवमेट पर नजर रखे हैं।
आज सोमवार को दोपहर से लेकर अभी रात आठ बजे समाचार लिखे जाने तक गरियाबंद वनमंडल के डीएफओ मंयक अग्रवाल स्वंय वन अमला के साथ हाथी प्रभावित क्षेत्र मे डटे हुए हैं। वर्तमान में हाथियों का दल भीरालाट बस्ती के नजदीक खेत में विचरण कर रहा है और यह कक्ष क्रमांक 642 है। डीएफओ मयंक अग्रवाल के साथ वन विभाग के अमला लगातार हाथियो के आने जाने वाले रास्ते पर लोगो को आवगमन अभी नहीं करने की अपील कर रहे हैं। क्योंकि हाथियों का दल जिस रास्ते से एक बार आता है उसे रास्ते से वापस भी चले जाता है।
पिछले एक वर्ष से इस क्षेत्र में हाथियों के दल के द्वारा यही रास्ता का उपयोग करते देखा गया है। इसलिए ग्रामीणाें के सुरक्षा के लिए वन विभाग द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। अभी डीएफओं मयंक अग्रवाल के साथ वन परिक्षेत्र अधिकारी धवलपुर राजेन्द्र प्रसाद सोरी, वन परिक्षेत्र अधिकारी नवागढ़ तुलाराम सिन्हा व वन विभाग के पुरा अमला हाथी मित्रदल हाथी प्रभावित क्षेत्र में लगातार गश्त कर रहे हैं।