मछुआ समाज को जगाने का अब वक्त आ गया है, अब उनके अधिकारों का हनन नहीं होगा – राजकुमार निषाद
1 min readप्रदेश ही नहीं देशभर के मछुआरों को लेकर सरकारें सिर्फ वादा करती है और सरकार बनने के बाद मुकर जाती है . छत्तीसगढ़ में मछुआरों की स्थिति सिर्फ चुनाव के दिनों में देखी जाती है. कांग्रेस और भाजपा अपने चुनावी घोषणा पत्र में मछुआरों के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती हैं, अधिकार देने का लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म वैसे ही सारे वादे अधिकार देने की बात भूल जाते हैं यानी कि हम जैसे ही कांग्रेस और भाजपा की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन बटन छूते हैं वैसे ही मछुआरा समाज को पाप लग जाता है . यह बात राजकुमार निषाद प्रदेश अध्यक्ष निषाद पार्टी छत्तीसगढ़ी ने कही. उन्होंने कहा कि मछुआ समाज को जगाने का अब वक्त आ गया है अब उनके अधिकारों का हनन नहीं होगा.
इसीलिए आने वाले 2023 विधानसभा चुनाव में उस इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में अपना बटन लगाना है. अपना खाता खोलना है तब उस खाते में वोट रूपी धन जमा होगा, जैसे बैंक में खाता खोलते हैं तब पैसा जमा होता है फिर एटीएम से एनी टाइम पैसा निकाल लेते हैं. उसी तरह अपने वोट रूपी धन को जमा करना है. तब हमें हक अधिकार सम्मान मिलेगा. आपकी हक अधिकार सम्मान की लड़ाई लड़ने के लिए निषाद पार्टी पूरे छत्तीसगढ़ में तैयार है. आप निषाद पार्टी को वोट दो. निषाद पार्टी आपको हक अधिकार सम्मान देंगा. गाौरतलब है कि राजकुमार प्रदेशभर में निषाद समाज को जागरूक करने के लिए दौरा कर रहे है. उन्होंने thenewdunia.com को बताया कि प्रदेशभर में दौरा का कारवां अब रूकेगा नहीं. 2023 में निषाद समाज की सरकार बनेगी.