यह है असली समाज सेवा पढ़िये यह प्रेणादायक ख़बर
मुंगेली :जिले के फुलवारी एफ गांव में रहने वाले जुड़ावन साहू की मार्मिक कहानी इस महागरीब तबके का जीवंत उदाहरण है। दुधमुंही अवस्था मे इनके पिताजी का देहांत है गया। गरीबी के कारण न तो उचित शिक्षा मिली न ही उचित पोषण मिल पाया। संसाधनहीन परिवार में इनकी मां ने जैसे तैसे इनको पालकर बड़ा किया। सरकारी मनरेगा योजना में मिलने वाले काम और अंत्योदय राशनकार्ड से मिलने वाले राशन पर निर्भर इनकी जिंदगी की कठिनाई इतने पर ही खत्म नही होती।
इस भूमिहीन परिवार के पास सर के ऊपर छत के नाम पर मिटटी से बनी झोपड़ी थी। पिछले बरसात में उस झोपड़ी के ढह जाने से यह और इनकी अस्सी वर्षीय माताजी बिना आसरे का जीवनयापन करने पर मजबूर थे। उम्र संबंधी स्वास्थ्यगत बीमारियों से जूझते इनका परिवार बड़ी ही मुश्किल से गुजारा कर पा रहा था।
ऐसे में समाजसेवा के कार्य से जुड़े युवाओं ने उनकी तकलीफ को समझा और इनके रहने हेतु भवन निर्माण का संकल्प लेकर चंदा जुटाने के लिए जन अभियान चलाया। बड़ी संख्या में लोगों ने इनकी तकलीफ को समझते हुए अपने सामर्थ्य अनुसार पैसे और भवन निर्माण सामग्री का दान दिया। एक लाख पचास हजार रुपए के जनसहयोग से जुड़ावन साहू को आज किचन और दो कमरों युक्त आवास मिल पाया है।
पूरे जीवन बन्द आंखों से अपने घर का सपना देखने वाले जुड़ावन साहू ने आज के आज नम आंखों से गृह प्रवेश की पूजा संपन्न करते हुए युवाओं को आभार जताया। संकल्पशील युवाओं ने भी अमीर और गरीब भेदयुक्त समाज में जुड़ावन की सहायता हेतु हाथ बढ़ाकर मानवता की मिसाल पेश की। इस मुहिम में तोखन साहू,दुर्गा साहू, शशि मोहित साहू, कुलेश्वर साहू,दुर्गेश साहू ,राजेश साहू, देवनाथ ध्रुव ,गोपाल साहू,उमाकंत पाण्डेय,दानीराम साहू, सतकुमार भास्कर,विजय साहू, तुलाराम साहू, मनोज साहू, पोषण साहू,राजू साहू,श्रवण लाझीवार,जैबुन अंसारी,नागेश साहू, जयपाल साहू,गणेश साहू,बलदाऊ साहू,मदन साहू,रामकुमार साहू,महेतरू जायसवाल ,योगेश कश्यप,भारत साहू,अमनऋषि साहू, सोमश श्रीवास,बल्लु पाण्डेय, रामप्रसाद साहू ,दिलीप साहू,बलवन कैवर्त, पोकल यादव मंजु जायसवाल, ईत्यादि ने सहयोग किया।