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December 16, 2025

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शरद पूर्णिमा चन्द्रमा की रौशनी में लगने वाला छत्तीसगढ़ का एक मात्र प्रसिध्द मेला चौकसील में पहुंचे हजारों लोग

  • शेख हसन खान, गरियाबंद 
  • पहाड़ी ऊपर पूजा अर्चना कर देवी देवताओं की निकाली गई शोभायात्रा
  • बारिश के बीच खतरनाक उबड़-खाबड़ रास्तों को पारकर देर रात तक 4 से 5 किमी पैदल चलकर पहुंच रहे हैं लोग 

गरियाबंद । छत्तीसगढ़ प्रदेश में गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड अंतर्गत आदिवासियो के प्रमुख धार्मिक स्थल उदंती टाइगर रिजर्व के भीतर घने जंगल और पहाड़ के ऊपर चैकसील मेला काफी प्रसिद्ध है। यहां मेला वर्ष में एक बार शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा की रौशनी लगती है।

इस मेला में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ सहित ओड़िशा प्रदेश के हजारों की संख्या में लोग पहुंचते है। आज सुबह से देर शाम तक हजारों लोगो की भीड़ चौकसील मेला में शामिल होने पहुंच चुके है।

आज सोमवार को चौकसील में मेला का आयोजन किया गया है यहा सुबह विधिविधान के साथ पूजा अर्चना कर देवी देवताओं की शोभायात्रा निकाली गई जो पूरे पहाड़ी क्षेत्र का परिक्रमा किया। इस दौरान देवी देवताओं से आशीर्वाद लेने हजारों लोग उमड़ पड़े।

तहसील मुख्यालय मैनपुर से 38 किलोमीटर दुर उदंती अभ्यारण्य के घने जंगल और पहाडी के उपर प्रदेश के प्रसिध्द धार्मिक स्थल चौकसील पहाड़ी के उपर गढ़िया माता के दरबार मे तीन दिवसीय मेला का आयोजन किया गया है। सुबह 52 गढ़ बारह पाली के प्रमुख देवी गढ़ियामाता, गादी मां, माता कुलेश्वरी, बारह पाली के देवी देवताओं की विशेष पूजा अर्चना श्रृंगार कर देवी देवताओं की शोभा यात्रा निकाली गई। यह शोभा यात्रा पहाड़ी के उपर देव स्थल का परिक्रमा कर रही है। देवी देवताओ की आकर्षक, हैरतअंगेज कर देने वाले नृत्य व शौर्य प्रदर्शन को देखने व उनसे आशीर्वाद लेने हजारो की संख्या मे लोग पहुंचे है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश में अपने तरह का यह पहला मेला है जो चंद्रमा की रौशनी में आयोजित किया जाता है। चौकसील पहाड़ी के ऊपर आज शरद पूर्णिमा की रात रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ उड़ीसा प्रांत से भी रंगारंग नृत्य का आयोजन किया किया जा रहा है। पूरी रात यह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।