बाघों का जंगल और जंगल का सम्पूर्ण मानव सभ्यता में बहुत बड़ी भूमिका है – राजेश पांडेय
- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
- अंतराष्ट्रीय बाघ दिवस पर मैनपुर में वन विभाग द्वारा कार्यक्रम का आयोजन
मैनपुर – उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व द्वारा तहसील मुख्यालय मैनपुर में आज गुरूवार को को अंतराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन कर लोगो को बाघ के संबध में जानकारी दिया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूपम मुख्य वन संरक्षक राजेश पांडेय, उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक आयुष जैन, डब्लू टी. आई नई दिल्ली के डाॅक्टर आर.पी. मिश्रा, उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के सहायक संचालक मनेन्द्र सिदार, पी.आर ध्रुव, एंव बडी संख्या में वन विभाग का अमला वरिष्ठ जन उपस्थित थे।
इस दौरान डब्लू टी.आई के डाॅक्टर आर.पी मिश्रा ने टाईगर पर आधारित व्याख्यान दिया तथा टाईगर से सबंधित फिल्म दिखाई गई वन अमले के लिए प्रश्नोतरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विजेताओं को पुरस्कार भी वितरण किया गया, तथा वन्य प्राणी से सबंधित पुस्तक वितरण किया गया। इस अवसर पर नोवा नेचर से एम सुरज ने भी बाघ से सबंधित जानकारी दिया।
इस मौके पर मुख्य वन संरक्षक राजेश पांडेय ने बाघो के सबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए पुरी दुनिया में बाघो की प्रजाति एंव बाघो की संख्या तथा देश में और छत्तीसगढ़ मे बाघो की स्थिति पर जानकारी देते हुए बाघ संरक्षण करने के तौर तरीके पर उपस्थित विभागीय अमले को जानकारी दी। इस दौरान उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक आयुष जैन ने कहा कि पुरे विश्व मे 29 जुलाई को बाघ दिवस मनाया जाता है बाघों के संरक्षण के बारे में जन जागरूकता फैलाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है। अंतराष्ट्रीय बाघ दिवस पर जनसमान्य को बाघ का और बाघ से बचाव के लिए जानकारी के लिए यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। बाघों का जंगल और जंगल का संपूर्ण मानव सभ्यता में बहुत बड़ी भुमिका है जहां बाघ पाया जाता है। वहां पेड़, पौधे, घास मांसाहारी, शाकाहारी जानवर भी उपस्थित होते है। डब्लू टी.के डाॅक्टर आर.पी मिश्रा ने कहा यह हम सब के लिए सौभाग्य की बात है कि हम उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र मे रहते है, और हमारे यहां अनेक वन्यप्राणी पाये जाते हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के अति दुर्लभ राजकीय पशु वन भैंसों का इस क्षेत्र के जंगल मे संरक्षण व संवर्धन रेस्क्यू सेंटर मे किया जा रहा है। राजकीय पशु वनभैसा छत्तीसगढ की धरोहर है जिसके संरक्षण और संवर्धन शासन प्रशासन द्वारा किया जा रहा है लेकिन इसमे क्षेत्र के लोगो का विशेष सहयोग की जरूरत है। इस क्षेत्र के घने जंगल को सुरक्षित रखने में इस क्षेत्र के लोगों का विशेष योगदान है ।
इस मौके पर प्रमुख रूप से वन परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाडीघाट अमरसिंह ठाकुर, वन परिक्षेत्र अधिकारी तौरेंगा मिलन राम वर्मा, वन परिक्षेत्र अधिकारी इदागांव चुणामंडी ध्रुव, वन परिक्षेत्र अधिकारी उदंती श्री नेताम, वन परिक्षेत्र अधिकारी रिसंगांव व्ही.एस राजपुत, वन परिक्षेत्र अधिकारी अरसीकन्हार गोपाल कश्यप एंव उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के वन अधिकारी कर्मचारी वरिष्ठ जन बडी संख्या में उपस्थित थे ।