समय के साथ संयम से चले समय बड़ा बलवान है – पंडित युवराज पांडेय
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने हेतु श्रद्धालुओं का जन सैलाब
गरियाबंद। समय के साथ संयम से चले इससे बड़ा कोई बलवान नहीं।पद प्रतिष्ठा तो अहंकार को बढ़ाता है फिर यही विनाश का कारण बन जाता है। पद प्रभाव को जनकल्याण में लगाए। गरियाबंद जिले के देवभोग ब्लाक के ग्राम झराबहाल में आयोजित भागवत कथा के छठवें दिन गोवर्धन पर्वत पूजा प्रसंग पर कथा सुनाते हुए वाचक पंडित युवराज पाण्डेय ने बताया कि इंद्र के घमंड को तोड़ने भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाया था।
उन्होंने कहा कि समय के आगे किसी का नहीं चलता। समय से बड़ा कोई बलवान नहीं है। समय ने राजा हरिश्चंद्र को श्मशान का पहरेदार बना दिया। राजा दशरथ को दुख दिया।
समय ने भगवान को तक नहीं छोड़ा राम को बनवास दिया तो कृष्ण को कुल सहित नाश करा दिया।इंद्र की अभिमान का तर्क देते हुए बताया कि इंद्र को पद व प्रभाव का बड़ा घमंड था। घमंड विनाश का कारण कैसे बनता उसका भी वर्णन व्यास पीठ से पंडित युवराज ने किया। उन्होंने श्रोता समाज से कहा कि जो नाश का, जो अशांत का कारण बने उससे दूर रहना चाहिए।
- महारास आत्मा से परमात्मा के मिलन का प्रसंग
गोवर्धन पर्वत प्रसंग के बाद कथा वाचक ने महारास का विस्तृत वर्णन किया।उन्होंने इसे कृष्ण और गोपी के भौतिक प्रेम का नहीं बल्कि आत्मा से परमात्मा के मिलन का प्रसंग बताया।कथा के दरम्यान भक्ति संगीत से श्रोता झूमते नजर आए।कथा वाचक ने अपने चिर परिचित अंदाज में रुखमणि विवाह, सुदामा चरित्र, यदुवंश विस्तार, भागवत दर्शन, परीक्षित मोक्ष समेत एक एक प्रसंग का वर्णन कर श्रोताओं को बांधे रखा।
- उमड़ रहा जन सैलाब
झराबहाल एवम कौशिक परिवार के तत्वाधान में आयोजित इस कथा से देवभोग नगर क्षेत्र में भक्तिमय माहौल का संचार हुआ है।कथा श्रवण करने रोजाना सैकडों श्रद्धालु जुट रहे। भक्ति मय संगीत से श्रोता झुमते नजर आए।