Recent Posts

October 18, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने 36 वादों का जुमला कर जनता को ठगा-ः गुरूनारायण तिवारी

1 min read
  • तिवारी ने आरोप लगाया कि ढाई साल के इस सरकार अब अपने ही पार्टी के कथित अढैया फार्मूले में फंस गई है
  • न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव

मैनपुर – 36 गाडीयो को वादों के 36 जुमले में फांस कर बनी सरकार अब अढ़ाइय्या के फेरे में फंसते दिख रही।गोहरापदर मण्डल अध्यक्ष ने लगाया वादा खिलाफी का आरोप।
भारतीय जनता पार्टी मंडल गोहरापदर के अध्यक्ष गुरूनारायण तिवारी ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि ढाई साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनाव के दरम्यान जनता से किये वायदे को पूरा करने में असफल हो गई है। पिछले ढाई साल इन्होंने अपने किसी भी वादे को पूर्ण नही किया है ,जिसे भी किया वो आधा अधूरा है। तिवारी ने आरोप लगाया कि ढाई साल के इस सरकार अब अपने ही पार्टी के कथित अढैया फार्मूले में फंस गई है।

श्री तिवारी ने आगे कहा की कांग्रेस ने किसानों का पूर्ण कर्ज माफ का वादा किया था जब करने की बारी आई तो केवल सोसायटियों की कर्ज माफी किया गया। इन्होंने पूर्व में बचत दो बार का बोनस देने की बात कही थी अब तक उसका कही अता पता नही है, इन्होंने हर पंचायत में गौठान बना कर गायो को वहां रखने, उनकी चारा की व्यवस्था, गोबर खरीदने की बात की थी, कुछ पंचायतों में केंद्रीय योजना 14वी वित्त एव मनरेगा से गौठान तो बन गया परंतु गाये आज भी सड़क पर ही है, न चारे की व्यवस्था है, न ही अधिकतर गौठान में गोबर की खरीदी हो रही है। सरकार बनते ही धान खरीदी की प्रति एकड़ लिमिट 15 क्विंटल से बढ़ा कर एक एक दाना खरीदने साथ ही गर्मी फसल की धान भी खरीदने का वादा किए थे।

गर्मी फसल की धान खरीदने की बात तो दूर है आज भी एक दाना ऊपर नही खरीद रहे है उल्टा किसानों की जमीन का रकबा एन केन प्रकारेण कम करने में लगे हुए है। अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की बात की गई थी वे आज सड़क पर आ गए है, बेरोजगारों की बेरोजगारी भत्ता, साठ साल से ऊपर उम्र के बुजुर्गों को 1000 रु पेंशन, 75 साल उम्र के बुजुर्गों को 1500 रु पेंशन, विधवा महिला बहनो को 1000/-माहवार पेंशन, चिटफंड कंपनी में निवेशक जनता के डूबे पैसे को वापस दिलाने की बात हो या बिजली बिल हाफ करने।

उन्होंने आरोप लगाया कि सबसे बड़ी बात तो इन्होंने महिला बहनो से किया वादा पूर्ण शराबबंदी का किया था, शराबबंदी तो नही हुआ उल्टा शराब घर घर पहुंचने लगा।प्रति व्यक्ति शराब खरीदने की सीमा सोलह पौवा कर दिया परिणाम स्वरूप क्षेत्र के एक एक गांव में आज अवैध शराब बिकने लग गया। निर्माण कार्यों में आज गरियाबंद क्षेत्र में ही भ्रष्टाचार चरम पर है, कुल मिला कर पूरा ढाई साल हर मोर्चे पर विफलता में ही बीता है। ऐसे असंवेदनशील, असफल मुख्यमंत्री को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है इनको तत्काल पद से इस्तीफा देना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *