ट्रेफिक पुलिस होते है राहों के फरिश्ते:-तेजस्वनी फाउंडेशन,
1 min readछत्तीसगढ़ में पहली बार ट्रैफिक पुलिस रायपुर के पूरे महकमे को तेजस्विनी फॉउंडेशन द्वारा छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव एवं 19 वां राष्ट्रीय किताब मेला के मंच पर ‘राहों के फरिश्ते’ का सम्मान दिया गया ।
ट्रैफिक पुलिस की उस सेवा को प्रोत्साहित किया गया, जहां ट्रेफिक पुलिस फरिश्तों की भांति अपनी भूमिका निभाते हैं और चिलचिलाती धूप हो या भीषण बरसात, वह निरंतर सड़को में खड़े रहकर व्यवस्था बनाते रहते है । सड़क पर कोई भी हादसा होने पर फरिश्तों की भांति सबसे पहले प्रकट होते है और बचाव व सुरक्षा कार्य में लग जाते है । जनमानस की इस सेवा भावी कार्य को सलाम करते हुए, 20 मार्च को इंडोर स्टेडियम में फॉउंडेशन द्वारा ट्रैफिक पुलिस का सम्मान किया गया।
इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पूर्व डी जी एस के पासवान, पूर्व डीआईजी जयंत कुमार थोरात ,शहर के जाने-माने वरिष्ठ अधिवक्ता सैय्यद फैसल रिजवी , केपीएस के डायरेक्टर आनंद त्रिपाठी ,किताब मेला की आयोजक समीना खान एवं आशिरा अली रहे ।
इस कार्यक्रम में एडिशनल एसपी एम के मंडावी से सम्मान की शुरुआत कर डीएसपी सतीश ठाकुर, डीएसपी कामता सिंह दीवान, डीएसपी विन्धराज एवं यातायात की पूरी टीम को सम्मानित किया गया ।
तेजस्विनी फॉउंडेशन की ओर से फाउंडर सदस्य हर्षा साहू, अनीता अग्रवाल, सुषमा वंजारी, सत्यभामा मिश्रा, हेमंत साहू, उषा तिवारी, मैत्री व्यास, माला लामा, संतोषी सोनी एवं जिला अध्यक्ष के संगीता और उनकी पूरी टीम उपस्थित रही।
निकट भविष्य में 112 एवं 108 की टीम को भी फॉउंडेशन यह सम्मान से सम्मानित करेगी ।