आदिवासी समाज सदियों से जल जंगल जमीन प्राकृतिक संसाधनो और वनो की रक्षा करते आ रहे हैं : लोकेश्वरी नेताम
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- नवजात्रा एवं गोण्डी पुनेम साहित्य सम्मेलन में शामिल होने हजारो की संख्या में पहुंचे आदिवासी समाज के लोग
मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से 02 किमी दूर धार्मिक स्थल लालगढ़ पहाड़ी मे नौ दिवसीय नवजात्रा एवं गोण्डी कोया पुनेम सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। आदिवासी युवक युवती प्रकोष्ठ द्वारा लालगढ़ में गोण्डी साहित्य सम्मेलन का शुभारंभ ईष्ट देव बुढ़ादेव एवं देवी -देवताओं की आदिवासी परंपरा अनुसार पूजा अर्चना कर किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम, विशेष अतिथि आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष उमेदी कोर्राम, जिला अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ गज्जू पुजारी, कचना ध्रुर्वा के पुजारी अश्वन ठाकुर, उत्तम कुमार, अनिल कुमार, भीमसिंह मरकाम, तिहारू मरकाम, सावित्री बाई नेताम, प्रताप मरकाम, भुंजिया अभिकरण के सदस्य टीकम नागवंशी, महेन्द्र नेताम व आदिवासी नेता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
आदिवासी समाज की विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सभापति श्रीमति लोकेश्वरी नेताम ने कहा जल जंगल जमीन मे पहला अधिकार आदिवासियों का है हमारे देवी देवता जंगल, झाड़ी, पहाड़ी मे वास करते है जल जंगल जमीन हमारा है और हम अपनी संस्कृति और परंपरा के अनुसार जहां चाहे पूजा अर्चना कर सकते है हमें सरकार नही रोक सकता, लालगढ़ पहाड़ी क्षेत्र मे अनेक देवी देवताओं का वास है और आदिवासी समाज सहित क्षेत्र के लोग यहां पूरी आस्था के साथ पहुंचते है। श्रीमति नेताम ने कहा आदिवासी समाज की गौरवशाली इतिहास है और हमारी पूजा पद्धति परंपरा प्रकृति से जुड़ा हुआ है उन्होने आदिवासी समाज के युवाओं से अपील किया की समाज के विकास और उत्थान के लिए युवाओं को आगे आने की जरूरत है।
इस मौके पर प्रमुख रूप से भोला ओंटी, रविसिंह नागेश, दौलत नेताम, टेकराम मरकाम, सुरेश मरकाम, तारासिंह नागेश, देवीसिंह मरकाम, देवसिंह नागेश, चंद्रसेन नेताम, दुलेश्वर नागेश, केशव मरकाम, सखाराम नागेश, परमेश्वर, युवराज नेताम, अंजुलता नेताम, खिलेन्द्री परस, कन्हैया ठाकुर, दयाबाई मरकाम, गीताबाई ओंटी, सुभद्रा मरकाम, सखाबाई नागेश, नोहर नेताम, पदम नेताम, राजू नेताम, चेतन नागेश, तुलसी, शोभाराम, हेमसागर ओंटी, सोहन नागेश, तेजसिंह नागेश, केसर नेताम, नारायण नेताम, टेकराम मरकाम, त्यागी नेताम, धनसिंह नेगी, खिलेश ओंटी, महेश नागेश, वीरसिंह, प्रहलाद कपील, पवन नेताम, अमन नेताम, भावसिंह, मीनाबाई, कलेन्द्री बाई, बसंती नेताम, कुंती बाई नागेश, अनिल कुमार, ललिता मरकाम, मोहर, टिकेश्वर मरकाम सहित मैनपुर, गरियाबंद, देवभोग, छुरा, राजिम, धमतरी जिले से बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए। 4 अक्टूबर मंगलवार को लालगढ़ में शस्त्र पूजा एवं रेला- पाटा का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम का संचालन आदिवासी नेता महेन्द्र नेताम ने किया।