Recent Posts

October 17, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

निजी अस्पताल की लापरवाही से कुल्हाडीघाट के आदिवासी महिला की मौत, मामले को लेकर क्षेत्र में भारी आक्रोश

1 min read
  • शेख हसन खान, गरियाबंद 
  • परिजनों ने गरियाबंद कलेक्टर-एसपी से लगाई गुहार
  • कांग्रेस नेताओं ने पीडित परिवार से कुल्हाडीघाट में पहुंच कर किया मुलाकात न्याय दिलाने का दिया भरोसा 

गरियाबंद । पेट दर्द का इलाज कराने मैनुपर विकासखण्ड के दुरस्थ वनांचल कुल्हाडीघाट से पहुंची एक आदिवसी महिला गैंदी बाई के बच्चेदानी में कैंसर का आरंभिक लक्षण दिखा तो बगैर एक्सपर्ट ओपिनियन के निजी अस्पताल लक्ष्मीनारायण अस्पताल प्रबंधन छुरा ने ऑपरेशन कर दिया. तबियत बिगड़ी तो एक माह तक अलग-अलग अस्पताल में रेफर करता रहा और अंततः महिला की मौत हो गई. आदिवासी महिला की मौत के 10 दिन बाद आज बुधवार को परिजनों ने गरियाबंद कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के नाम आवेदन देकर दोषियों पर अपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की मांग की. मैनपुर विकासखण्ड के राजीव गांधी गोद ग्राम कुल्हाड़ीघाट निवासी भागीरथी मरकाम आज अपने तीन बच्चे, मां और अन्य परिजनों के साथ जिला मुख्यालय गरियाबंद पहुंचकर कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंप न्याय की मांग की. पीड़ित ने ज्ञापन में 29 वर्षीय पत्नी गैंदी बाई का छुरा के एक निजी अस्पताल में लापरवाही पूर्वक ऑपरेशन करने के कारण मौत होने का आरोप लगाया है. आयुष्मान कार्ड में उपचार शुरू होने के बावजूद नगद राशि भी लिया. परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।

पीडित पति भागीरथी ने बताया कि उसकी पत्नी गैंदी बाई पेट दर्द की शिकायत पर उसे अप्रैल माह में छुरा के लक्ष्मीनारायण अस्पताल में भर्ती कराया. आरंभिक जांच के बाद उसे अस्पताल ने 8 अप्रैल को भर्ती ले लिया. फिर बच्चेदानी में कैंसर का लक्षण बताकर 12 अप्रैल को ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के बाद लगातार गैंदी बाई की तबीयत बिगड़ती गई. इस बीच अस्पताल प्रबंधन अपने संपर्क के रायपुर, खरोरा, महासमुंद के अस्पताल में भेजता रहा. पत्नी दर्द से कराहती रही, इन सभी ने उपचार से हाथ खड़े कर दिए. अस्पताल बदलने से पहले हर बार छुरा निजी अस्पताल आते रहे. फिर 9 मई को गरियाबंद जिला अस्पताल भेजा गया. हालात नाजुक होने के कारण 10 मई को मेकाहारा रेफर किया गया. निजी अस्पताल की लापरवाही की घाव लिए महिला ने मेकाहारा में अंतिम सांस ली. 11 मई को पीड़िता का कुल्हाडीघाट में अंतिम संस्कार हुआ।

  • आयुष्मान योजना के बावजूद लाखों का भुगतान और जेवर गहना तक गिरवी रखना पड़ा 

पीड़ित भागीरथी के मुताबिक, भर्ती के बाद उसके आयुष्मान कार्ड से जो पैसा निकालना था निकाले. ठीक होने की आस में आने जाने से लेकर इलाज के नाम पर पीड़ित परिवार ने लाखों रूपए नगद भुगतान किया. गरीब पति इसके लिए बाइक, गहना तक गिरवी रखा.

  • कांग्रेस नेताओं ने पीडित के घर पहुंचकर न्याय दिलाने की भरोसा दिलाया

कुल्हाडीघाट में राजीव गांधी पुण्यतिथि पर मंगलवार को पहुचे जिला पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष संजय नेताम के नेतृत्व में कांग्रेस के नेताओं ने पीडित के घर पहुचा इस दौरान उसके पति भागीरथी नेताम ने कांग्रेस नेताओं को बताया कि लक्ष्मीनारायण अस्पताल छुरा में उनकी पत्नी को ईलाज के लिए ले गया था लेकिन गलत तरीके से ईलाज और ऑपरेशन के बाद एक महीना तक मरीज को कभी रायपुर तो कभी खरोरा और महासमुंद छुरा का चक्कर लगवाया और उसकी पत्नी की मौत हो गई, भागीरथी ने कांग्रेस नेताओं को बताया कि उसकी पत्नी की मौत हो जाने के बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा उनके उपर तरह तरह के दबाव बनाया जा रहा है यहा तक की उनके रिश्तेदारो को भेजकर उनके बच्चों के साथ मारपीट करवाया गया है, जिससे पुरा परिवार डर गया है और वह न्याय चाहता है, कांग्रेस नेताओं ने पीडित परिवार को भरोसा दिलाया है कि उन्हे न्याय दिलाया जायेगा और जरूरत पडेगी तो मामले को लेकर मैनपुर से लेकर गरियाबंद जिला कार्यालय का भी घेराव करेंगे उग्र आंदोलन कर दोषियों पर एफआईआर के साथ कानूनी कार्यवाही किया जाना चाहिए, इस मौके पर पिडित परिवार से मिलने जिला पंचायत गरियाबंद उपाध्यक्ष संजय नेताम के साथ सरपंच धनमोतिन सोरी, पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी, सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष बलदेव राज ठाकुर, कमार विकास अभिकरण के सदस्य पिलेश्वर सोरी, ब्लॉक कांग्रेस महामंत्री गेंदु यादव, महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका कपील, युवा कांग्रेस अध्यक्ष सोहन नागेश, जिला कांग्रेस के पूर्व महामंत्री गुलाम मेमन, सेवा दल अध्यक्ष अशोक दुबे, आदिवासी कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष टीकम सिंह कपील, डोमार साहू, नीरा कपील एंव बडी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

  • क्या कहते है जिला चिकित्सा अधिकारी

गरियाबंद जिला चिकित्सा अधिकारी गार्गी यदु ने बताया लिखित ज्ञापन से पहले ही मामले की जांच शुरू कर दी थी. छुरा के लक्ष्मीनारायण अस्पताल पहुंच डिटेल खंगाली जा रही है. आरंभिक जांच में लक्ष्मीनारायण अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है. बच्चादानी में कैंसर के लक्षण के बाद ऑपरेशन से पहले एक्सपर्ट की ओपनियन नहीं लिया गया. ऑपरेशन, भुगतान से लेकर अन्य बिंदुओं पर जांच की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

  • मामले को लेकर उग्र आंदोलन किया जायेगा – संजय नेताम

जिला पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष संजय नेताम ने बताया कि मृतिका गैंदी बाई के पति भागीरथी और बच्चों ने पुरे ग्रामवासियों के सामने बयान दिया है कि लक्ष्मीनारायण अस्पताल प्रबंधन छुरा के गलत ईलाज के कारण उसकी पत्नी की मौत हुई है इस मामले में परिजनों को न्याय मिलना चाहिए नही तो कांग्रेस और क्षेत्र के आदिवासी समाज द्वारा मामले को लेकर पीडित परिवार को न्याय दिलाने उग्र आंदोलन किया जाएगा और जरूरत पढने पर जिला कांर्यालय का घेराव करेंगे।